आप हमें आवाज़ दें, हम आपकी आवाज़ बनेंगें,उठें जागें और ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलन्द करें।
"" कुफ़्र की हकुमत चल सकती है लेकिन ज़ुल्म की नहीं ""
।। बिना चिंगारी के आग नहीं लग सकती ।।
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गुरुवार, जनवरी 21, 2016
तालिमी मरकज
पूर्व तालिमी मरकज शिक्षा स्वयंसेवक को मुख्यमंञी अक्षर आंचल योजना से अविलंब जोड़ा जाय ।
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