गुल खिलेगा बाग़बां अपना होगा ।
गोद में सर निगहबान अपना होगा ।।
आसमान में चाॅद रात अपनी होगी।
बात हम दोनों की और रूत अपना होगा।
प्यार मोहब्बत की बातें होंगी ।
जहां में अमर प्रेम अपना होगा ।।
मोहम्मद कमरे आलम
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