अपनी मांगों को लेकर शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी से मिलने पहुंचे नियोजित शिक्षकों को बुधवार को समाधान के बजाय फटकार मिली.
शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने नियोजित शिक्षकों को यहां तक कह दिया कि टीचर की तरह रहें और भाषण न दें. इसके बाद भी जब नियोजित शिक्षकों ने अपनी मांगों को दोहराना जारी रखा तो शिक्षा मंत्री ने उन्हें ये कहकर डपट दिया और कहा कि टीचर डीरेल हो गए हैं.
दरअसल शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी बुधवार को पटना कॉलेजिएट स्कूल के स्थापना दिवस में पहुंचे थे. बाहर निकलते वक्त शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी का नियोजित शिक्षकों ने घेराव किया और उन्हें बताया कि पिछले 6 माह से बिहार के नियोजित शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है जिसके कारण शिक्षक भूखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पिछले 15 सालों की यह व्यवस्था खराब है और 6 महीने में ठीक नहीं किया जा सकता है.
उधर नियोजति शिक्षक विनोद कुमार का कहना है कि पिछले 6 महीने से वेतन नहीं मिल है और उनकी स्थिति खराब हो गई है.
नियोजित शिक्षकों ने मंत्री के सामने एक समान वेतनमान देने की भी गुहार लगाई लेकिन शिक्षा मंत्री ने इसे एक सिरे से खारिज कर दिया।
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