आप हमें आवाज़ दें, हम आपकी आवाज़ बनेंगें,उठें जागें और ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलन्द करें।
"" कुफ़्र की हकुमत चल सकती है लेकिन ज़ुल्म की नहीं ""
।। बिना चिंगारी के आग नहीं लग सकती ।।
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बुधवार, फ़रवरी 03, 2016
عورت جننت اور جھننم
عورت آگر اچھی ھو تو جننت ورنہ جھننم ھے اس بات سےانکار نھیں کیا جا سکتا
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