शराब बन्दी क़ानून को,घर- घर तक पहुँचाना है।
गाँव-गाँव, टोले-टोले, घर-घर अलख जगाना है।
प्रिय बिहार वासियों,
सर्वप्रथम शराब बन्दी के अभियान में व्यापक जन समर्थन देने के लिए आप सभो का धन्यवाद।इस के व्यापक सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं।ग़रीब-गुरबे,मेहनत कश लोगों की गाढ़ी कमाई का सदुपयोग हो रहा है।कलह कम हुए हैं, सड़क दुर्घटनाओ में कमी आई है और अपराध भी घटे हैं।आहिस्ते -आहिस्ते,बिना किसी शोर शराबे के घर परिवार और समाज के आर्थिक और सामजिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं।पारिवारिक प्रेम बढ़ा है एवं सामजिक सौहार्द का वातावरण बना है।
परन्तु अब भी कुछ घोर स्वार्थी और असामाजिक तत्वों इस शगराबबन्दी की मुहिम को कमज़ोर करने की कोशिश से बाज़ नही आ रहे हैं।कहावत है, सावधानी हटी दुर्घटना घटी।हम सबों को उन असामाजिक तत्वों से सतर्क रहना है एवं उनके कुप्रयासों को विफल करना सुनिश्चित कराना होगा।इसके लिए जन चेतना को सतत क़ायम रखना है।
मध निषेध अभियान का दूसरा चरण 21 जनवरी 2017 से शुरू हो रहा है।हम 21 जनवरी 2017 को राज्य व्यापी श्रृंखला बनाने जा रहे हैं।आप सबों के व्यापक सहयोग से इसमें दो करोड़ से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना है।बिहार एक नया कीर्तिमान रचेगा।आप सभी इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें, यही हमारी प्रार्थना है।
आप से अपील है, शराब बन्दी के बिहार के संकल्प में पूरी ताक़त और उत्साह से योगदान करें।हँसते-मुस्कुराते-खुशहाल बिहार के निर्माण में साझीदार बनें।
मध् निषेध का नारा है, खुशहाल बिहार हमारा है।
आपका
(नीतीश कुमार)
मुख्य मंत्री बिहार
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