शुक्रवार, नवंबर 01, 2024

मृतक के परिवार से मिल सांत्वना दे सरकारी सहायता दिलाने का दिया आश्वासन

मृतक के परिवार से मिल सांत्वना दिया और सरकारी सहायता का दिलाया आश्वासन
मनपौर पंचायत के मोहनपुर में 24 अक्टूबर को एक ही परिवार के चार महिला सदस्यों की मृत्यु पोखर में डूबने से हो गई, अज्ञानतावश लाशों का पोस्टमार्टम परिवारजनों द्वारा नही कराया गया।
 मृतक के परिवारजनों से मोहम्मद इरशाद , राष्ट्रीय महासचिव नमो सेना मुम्बई के प्रतिनिधि मोहम्मद इफ्तखार हसन उर्फ अंबर पूर्व पैक्स अध्यक्ष और सउद आलम सदस्य पंचायत समिति परिहार हेडक्वार्टर,सगीर साह जिला पार्षद, मोहम्मद फिरोज अंसारी सहित दर्जनों प्रतिनिधियों ने पीड़ित परिवार से मिल सांत्वना दिया  मोहम्मद इरशाद के प्रतिनिधि ने सहायता पीड़ित परिवार को सहायत राशि देकर सरकारी  सहायता राशि दिलवाने का भरोसा दिलाया।

दीवाली की कहानी

दीवाली भारत का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसे पूरे देश में बहुत उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। यह त्योहार प्रकाश की जीत और अज्ञानता पर ज्ञान की विजय का प्रतीक है।

दीवाली की कहानी:

दीवाली की कहानी भगवान राम की विजय और उनकी पत्नी सीता के साथ अयोध्या में उनकी वापसी से जुड़ी हुई है। भगवान राम ने रावण को हराकर 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या में प्रवेश किया था। उनके स्वागत के लिए अयोध्या के लोगों ने दीये जलाए थे, जो आज भी दीवाली के त्योहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।

दीवाली की परंपराएं:

दीवाली के दौरान लोग अपने घरों को साफ करते हैं, दीये जलाते हैं, और अपने परिवार और मित्रों के साथ मिलकर खुशियां मनाते हैं। लोग एक दूसरे को उपहार देते हैं, मिठाइयां खाते हैं, और आतिशबाजी करते हैं।

दीवाली का महत्व:

दीवाली का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह त्योहार हमें कई महत्वपूर्ण सबक भी सिखाता है:

- अज्ञानता पर ज्ञान की विजय
- अच्छाई पर बुराई की विजय
- प्रकाश की जीत
- परिवार और मित्रों के साथ मिलकर खुशियां मनाना

आपको दीवाली की शुभकामनाएं!