परिहार उच्च विद्यालय, श्री गांधी प्रबंध समिति की सदस्या श्रीमती दुलारी देवी, जो स्वयं अनुसूचित जाति की महिला हैं, ने अनुसूचित जाति थाना सीतामढ़ी में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसका कांड संख्या 43/25 है। इस प्राथमिकी में पूर्व प्रमुख प्रखंड परिहार श्री इम्तेयाज जावेद अख्तर के साथ दो अन्य लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। स्थानीय सूत्रों ने इस मामले को एक राजनीतिक साजिश और षड्यंत्र से जोड़कर देखा है।यह विवाद वित्तीय अनियमितताओं और विद्यालय के धन के गबन को लेकर शुरू हुआ है। परिहार थाना में पहले ही इस विषय में प्राथमिकी कांड संख्या 114/25 दर्ज है, जिसमें विद्यालय की वित्तीय व्यवस्थाओं में गड़बड़ी का आरोप है। इस मामले की जांच जारी है और संबंधित दस्तावेजों का विश्लेषण किया जा रहा है।पूर्व प्रमुख श्री इम्तेयाज जावेद अख्तर ने विद्यालय में कथित अनियमितताओं के खिलाफ सरगर्मी दिखाई है। उन्होंने आरक्षी अधीक्षक सीतामढ़ी और बिहार के डीजीपी को कई बार आवेदन देकर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है। "" उनका यह दावा है कि एफआईआर दर्ज कराकर उनकी विश्वसनीय छवि और राजनीतिक को बदनाम किया जा रहा है।
श्री उमैर अहमद ने भी लोक शिकायत निवारण कार्यालय, सीतामढ़ी में श्री गाँधी उच्च विद्यालय परिहार के खिलाफ शिकायत किया था, जिसमें विद्यालय संचालन के दौरान हुई अनियमितताओं का उल्लेख है। उनकी शिकायत के आधार पर भी मामले की पारदर्शिता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की कोई घटना ग्राम एकडण्डी में हुई ही नहीं है जैसा कि अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति थाना सीतामढ़ी में दर्ज प्राथमिकी में दर्शाया गया है ।
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