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बुधवार, दिसंबर 21, 2016

घर में गरीबी आने के असबाब

घर में गरीबी आने के असबाब ये हैं लिहाज़ा इनको करने से अपने आप को रोकें:-                    
1= गुस्ल खाने में पैशाब करना           
2= टूटी हुई कन्घी से कंगा करना
3= टूटा हूआ सामान इस्तेमाल करना
4= घर में कूडा़ करकट रखना
5= रिश्तेदारो से बदसलूकी करना
6= बांए पैर से पेैजामा पहनना
7= मगरीब ईशा के बीच सोना
8= मेहमान आने पर नाराज होना
9= आमदनी से ज्यादा खचॆ करना
10= दाँत से रोटी काट कर खाना
11= चालीस दिन से ज्यादा जेरे नाफ के बाल रखना
12= दांत से नाखून काटना
13= खडे़ खडे़ पेजामा पहनना
14= औरतो का खडे होकर बाल बांधना
15 = फटे हुए कपड़े जिस्म पर पहनना
16= सुबह सूरज निकलने तक सोना
17= दरख्त के नीचे पैशाब करना
18= बैतुल खला में बाते करना
19= उल्टा सोना
20= कब्रिस्तान में हसना                      21= पीने का पानी रात में खुला रखना
22= रात में सवाली को कुछ ना देना
23= बुरे ख्यालात करना
24= बगैर वजू के कुरआन पड़ना
25= इस्तंजा करते वक्त बाते करना
26= बगैर हाथ धोए खाना शुरू करना
27= अपनी औलाद को कोसना
28= दरवाजे पर बैठना
29= लहसुन प्याज के छीलके जलाना
30= फकीर से रोटी या फिर और कोई चीज खरीदना
31= फुक से चिराग बुझाना
32= बगैर बिस्मिल्लाह पडे़ खाना शुरू करना
33= झूठी कसम खाना
34= जूता चप्पल उल्टा देख कर सीधा नही करना
35= हालात जनाबत मे हजामत करना
36= मकड़ी का जाला घर में रखना
37= रात को झाडू लगाना
38= अन्धेरे में खाना
39= घड़े में मुंह लगाकर पीना
40= कुरआन न पड़ना

हदीस में है कि जो दूसरो का भला करता है । अल्लाह उसका भला करता है।                      
पड़ कर दुसरो को भी सुनाओ
[कुरआन ए पाक के 5 रुकू हर रोज पडने से साल मे 3 कुरआन ए पाक मुकम्मल हो जाती है , जब आप ये मेसेज आगे भेजने लगेंगे तो, शैतान आपको रोकेगा आपके ज़हन मे ख्याल डालेगा की अबी नही बादमे देखेंगे , पर आपने ईस साजीश को नाकाम करना है, इस मेसेज को आगे ईतना फैलाए जीतना आप कुरआन ए पाक  से मोहब्बत करते हो

शनिवार, दिसंबर 17, 2016

मेरे सवाल और क़ुरान के जवाब

🔵मैंने कहा: तेरी मदद कैसे मिलेगी या रब?
जवाब मिला:
🔴सब्र और नमाज़ से मदद लिया करो।

🔵मैंने कहा: मैं बहुत गुनाहगार हूँ।
जवाब मिला:
🔴अल्लाह की रहमत से मायूस न हो अल्लाह सब गुनाह बख़्श देगा।

🔵मैंने कहा: मेरे दिल को सुकून नहीं है।
जवाब मिला:
🔴बेशक़ अल्लाह की याद से ही दिल को इतमिनान है।

🔵मैंने कहा: मैं बहुत अकेला हूँ।
जवाब मिला:
🔴बेशक़ हम राग़-ए-जान से भी ज़्यादा क़रीब हैं।

🔵मैंने कहा: मुझे कोई याद नहीं करता।
जवाब मिला:
🔴तुम मुझे याद करो मैं तुम्हें याद करूँगा।

🔵मैंने कहा:
मेरी राहों मे बहुत परेशानियाँ हैं।
जवाब मिला:
🔴जो अल्लाह से डरता है, अल्लाह उसकी निजात की सूरत निकाल देता है।

🔵मैंने कहा: मेरे बहुत से अधूरे ख्वाब हैं।
जवाब मिला:
🔴मुझसे दुआ करो मैं कुबूल करूँगा।

ख़ुशनसीब हूँ मैं, क्योंकि मुसलमान हूँ।

🔷किसी को सलाम करूँ तो नेक़ी,
🔷किसी को मुस्कुराकर देखूँ तो नेक़ी,
🔷कोई काम से पहले बिसमिल्लाह पढ़ूँ तो नेक़ी,
🔷गुस्सा पी जाऊँ तो नेक़ी,
🔷सीधे हाथ से पानी पीऊँ तो नेक़ी,
🔷किसी को सही पता बताऊँ तो नेक़ी,
🔷किसी का हक़ अदा करूँ तो नेक़ी,
🔷कुरान सुनूँ या सुनाऊँ तो नेक़ी,
🔷माँ बाप को के देखूँ तो हज का सवाब,
🔷ये सब बात किसी को बताऊँ तो नेक़ी,
🔷वो अमल करे तो भी नेक़ी।

अल्लाह तो लुटा रहा है बस, हम लेने वाले बन जाएँ।
आमीन!

जब हम क़ुरान पाक़ उठाते हैं तो शैतान के सर में दर्द होता है,
जब हम क़ुरान पाक़ खोलते हैं तो वो परेशान हो जाता है,
जब हम क़ुरान पाक़ को पढ़ते हैं तो वो कमज़ोर हो जाता है,
तो चलो, आओ क़ुरान पाक़ पढ़ें ताकि वो कमज़ोर हो जाए।
इतना कमज़ोर कि एक दिन ऐसा आए कि वो उठ भी न सके।
और क्या आप जानते हो?
कि आप इस मैसेज को फाॅरवर्ड करने का इरादा करोगे तो शैतान तुम्हारे इरादे को कमज़ोर करने की कोशिश ज़रूर करेगा।
मगर आप अपने इरादे को कमज़ोर न होने देना।