आप हमें आवाज़ दें, हम आपकी आवाज़ बनेंगें,उठें जागें और ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलन्द करें। "" कुफ़्र की हकुमत चल सकती है लेकिन ज़ुल्म की नहीं "" ।। बिना चिंगारी के आग नहीं लग सकती ।।
शुक्रवार, सितंबर 03, 2021
सीआरसी से शिक्षकों की छुट्टी अब मूल विद्यालय में पढ़ाएंगे
गुरुवार, अगस्त 26, 2021
राज्य के सभी जिला मुख्यालय में 04 सितंबर को समाहरणालय के समक्ष आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन तथा 5 सितंबर को काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रकट करेंगे :- बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ
Immune Health is in HIGH DEMAND right now for obvious reasons.
Everyone is thinking about their Immune System right now or they should be.
This is a newer offer that only a handful of affiliates have seen so it hasn't been trafficked to death.
For more information Check out below Link :-
गुरुवार, अगस्त 19, 2021
प्रदेश के पूर्व से नियुक्त शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी कर रही है वर्तमान सरकार और उनके मंत्री इस बार आंदोलन के माध्यम से होगी आर पार की लड़ाई - पूरण , जयंत
Immune Health is in HIGH DEMAND right now for obvious reasons.
Everyone is thinking about their Immune System right now or they should be.
This is a newer offer that only a handful of affiliates have seen so it hasn't been trafficked to death.
बुधवार, अगस्त 18, 2021
21 अगस्त को जिला मुख्यालय में प्रधान शिक्षक / प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्ति संबंधी कैबिनेट के फैसले की प्रतियाँ जलाकर विरोध प्रकट करेंगे :- प्रदीप कुमार पप्पू
बुधवार, मई 27, 2020
कार्यकाल पूरा कर चुके प्रखण्ड बी आर पी संसाधन केन्द्र परिहार को विरमित कर विद्यालय भेजा जाए
सोमवार, मार्च 19, 2018
प्रखण्ड परिहार के छात्र-छात्राओं को वित्तीय वर्ष 2015 -16 का छः महीने का बकया छात्र वृति की राशि आज तक नहीं मिली
प्रखण्ड परिहार सीतामढ़ी के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को वित्तीय वर्ष 2015 -16 का बकया छः महीने का छात्र वृति की राशि आज तक नहीं मिली ।मालूम हो कि 2015 -16 में विधानसभा चुनाव के अवसर पर सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को पोशाक और बारह महीने में से छः महीने की छात्र वृति राशि का भुगतान किया गया था और कहा गया था कि छह महीने की छात्र वृति की राशि बाद में दिया जाइएगा मगर परिहार प्रखंड को आजतक बकाया छः महीने की राशि आवंटित नही की गई और छात्रों को छात्र वृति से वंचित रखा गया जानकर का कहना है कि सीतामढ़ी के 17 प्रखण्डों को बकाया छः महीने की राशि आवंटित की गई मगर परिहार को वंचित कर दिया गया।
शनिवार, मार्च 10, 2018
छात्र -छात्राओं को नही मिला पोशाक और छात्रवृति की राशि
छात्र -छात्राओं को नही मिला पोशाक और छात्रवृति की राशि
परिहार सीतामढ़ी।परिहार प्रखण्ड के प्राथमिक और मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र - छात्राओं को आज तक वित्तीय वर्ष 2016 - 2017 ,2017 -2018 का पोशाक और छात्रवृति राशि उनके खाते में /अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित नही की गई है।
लेकिन अतिरिक्त प्रभार में प्रतिनियुक्त प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं हैं।
Hey! getting into crypto has never been so easy, sign up on CoinSwitch Kuber using my referral. Hurry, first 3 users will get Rs. 50 worth FREE BTC. Link expires in 24 hours https://coinswitch.co/in/refer?tag=stgB
शनिवार, फ़रवरी 24, 2018
शुक्रवार, फ़रवरी 23, 2018
बिहार में निवास करने वाले मुस्लिम समुदाय के शैख़, पठान/खान, सय्यद जातियों को ईबीसी श्रेणी में सम्मिलित किया जाये - मोहम्मद कमरे आलम
बिहार में निवास करने वाले मुस्लिम समुदाय के शैख़, पठान/खान, सय्यद जातियों को अतिपिछड़ा वर्ग की श्रेणी में सम्मिलित किया जाये ।
मोहम्मद कमरे आलम ज़िला अध्यक्ष भारतीय माइनॉरिटीज सुरक्षा महासंघ सीतामढ़ी ने माननीय मुख्यमंत्री बिहार से ,बिहार में निवास करने वाले मुस्लिम समुदाय के शैक्षणिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से सबसे अधिक कमज़ोर शैख़, पठान/खान और सय्यद जातियों को EBC श्रेणी में सम्मिलित किया जाय।
" सच्चर कमिटी ने भी ने अपने रिपोर्ट में मुसलमानों की स्थिति के बारे में स्पष्ट लिखा है कि मुसलमानों शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति दलितों से कई गुना बदतर है।"
बिहार में तो अनेक्चर 1 में सम्मिलित मुस्लिम जातियों से भी बदतर हालात शैख़ पठान/खान और सय्यद की हो चुकी है।
""न्याय के साथ विकास "" नीति कार्यक्रम के तहत न्याय करते हुए उक्त मुस्लिम समुदाय के जातियों के साथ न्याय किया जाय और EBC श्रेणी में सम्मिलित करने की माँग की है।
शुक्रवार, जून 02, 2017
शिक्षक भिखारी महतो जिसने इन्दरवा विद्यालय की तस्वीर बदल दी
बुधवार, मई 24, 2017
भीषण गर्मी को देखते हुए विद्यालय संचालन समय में परिवर्तन
भीषण गर्मी को देखते हुए ज़िला शिक्षा पदाधिकारी सीतामढ़ी ने 25 मई से 06 जून तक विद्यालय संचालन समय में परिवर्तन कर दिया है अब ज़िले के सभी सरकारी/निजी स्कूलों का संचालन6:30 बजे से10:30बजे पूर्वाह्न तक होगा
मंगलवार, मई 23, 2017
28 मई को होगी बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ,सीतामढ़ी की बैठक
बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक
संघ,सीतामढ़ी की बैठक 28 मई 2017 रविवार को 11 बजे से ओरिएन्टल म.वि. सीतामढ़ी में रखी गई है ।जिस में सभी प्रखंड के अध्यक्ष/सचिव ,प्रखंड स्तरीय कार्य समिति एवं जिला स्तरीय कार्य समिति के सदस्यों से बैठक में भाग लेने का आह्वान किया गया है ।
रविवार, मई 07, 2017
शिक्षा विभाग में तीन साल से पदस्थापित पदाधिकारियों का स्थानांतरण कर शिक्षा विभाग को साफ शफ़्फ़ाफ़ किया जाय
ज़िला सीतामढ़ी शिक्षा विभाग में तीन साल से पदस्थापित पदाधिकारियों का स्थानांतरण किया जाय ये बातें राकेश कुमार सिंह पूर्व अध्यक्ष जनता दल यू ने सरकार से की है उन्होंने बताया कि जिले में तीन साल से अधिक से पदस्थापित पदाधिकारियों ने सीतामढ़ी के शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है इतना ही नहीं बेरोज़गार नौ जवान को एक साजिश के तहत शिक्षक के रूप में बहाल फिर हटा कर आर्थिक शोषण और दोहन कर सड़क पर ला खड़ा कर दिया।
ज़िला साक्षरता कार्यालयों के भ्रष्ट नीति के कारण पूर्व तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी सड़कों पर भटकने पर मजबूर
बिहार के ज़िला साक्षरता कार्यालय के भ्रष्ट नीति के कारण पूर्व तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी सड़कों पर भटकने पर मजबूर हैं।पूरे बिहार में जिला साक्षरता कार्यालयों की भ्रष्टाचार नीतियों के कारण सभी पूर्व शिक्षा स्वयं सेवियों को अक्षर आँचल योजना में स्वयं सेवी के रूप में नही रखा गया जिस कारण आज भी सैंकड़ों तालिमी मरकज़ के पूर्व स्वयं सेवी सड़कों की धुल छान व फाँक रहे हैं मगर जन शिक्षा निदेशालय बिहार पटना संज्ञान लेने को तैयार नहीं।
बिहार सरकार के प्रधान सचिव का स्पष्ट आदेश था कि इस योजना में पूर्व शिक्षा स्वयं सेवी स्वयं सेवक के रूप में कार्य करेंगें।जहाँ तालिमी मरकज़ के स्वयं सेवक नही थे या जिस इलाके में तालिमी मरकज़ का संचालन नही किया गया था वहीं तालिमी मरकज़ के स्वयं सेवक की बहाली करनी थी मगर ज़िलों के साक्षरता पदाधिकारियों ने बिल्कुल उलट कर पूर्व शिक्षा स्वयं सेवी को सड़क पर खड़ा कर धुल फांकने पर मजबूर कर दिया ऐसा क्यों किया स्पष्ट है नई बहाली में जम कर अवैध वसूली कर मोटी कमाई की गई।
मालूम हो कि 09दिसम्बर 2012 तक तालिमी मरकज़ का संचालन वैकल्पिक एवं नवाचारी कार्यक्रम सर्व शिक्षा अभियान बिहार शिक्षा परियोजना के अन्तर्गत होता था जिस को 10 दिसंबर 2012 से जन शिक्षा निदेशालय बिहार पटना के अधीन कर दिया गया है।
शुक्रवार, जनवरी 20, 2017
शिक्षा विभाग डाल-डाल तो शिक्षक पात-पात
Report by Md Dulare
______________________
परिहार(सीतामढ़ी):-प्रखंड परिहार मे वर्ष 2016 शिक्षा विभाग के गबन घोटाला से ही पुरा साल व्यस्त रहा। इससे पुर्व एक दशक तक यह प्रखंड इंदिरा आवास के गबन घोटाला से प्रसिद्ध रहा ।अब तक जितने घोटाला प्रखंड मे हुये सब को शिक्षा विभाग का घोटाला बौना साबित कर दिया।अब तक करोड़ो का घोटाला सामने आ चुका है और बाकी भी है। परिहार प्रखंड के कुछ शिक्षक सातिर तो कुछ दबंग साबित हो रहे है अब तक के जाँच से खुलासा हुआ है कि छात्रवृत्ति, पोशाक एमडीएम मे लाँखो कि निकासी तो कि गई लेकिन वितरण शुन्य है।जिसमे प्राथमिक विधालय इन्दरवा ऊदु उत्तरी टोल निकासी 32.42लाँख ,उसी तरह प्राथमिक विधालय पासवान टोल रजवाड़ा मे 7.36लाँख तो मध्य विधालय बथुआरा मे 4.45लाँख का निकासी हुआ वितरण शून्य हुआ।दो विधालय मे विधालय प्रधान ने दबंगई दिखाते हुए जाँच पदाधिकारी को तो कोई अभिलेख तक नही दिखाया जिसमे मध्य विधालय मलाही,व मध्य विधालय लहुरीया सामील है। प्रखंड का एक विधालय ऐसा भी है जिसमे नामांकन बच्चो से ज्यादा को राशि का वितरण कर दिया जिसका कभी विधालय मे नामांकन ही नही हुआ था वो विधालय प्राथमिक विधालय जगदर है वही प्राथमिक विधालय रैनपुर टोल रामनैका के प्रधान खाता से राशि निकाल खुब मजे लुटा जब जाँच शुरु हुई तो राशि खाता मे जमा कर दिया ।अब बीईओ साहब इसमे पिछे कैसे रहे प्रखंड के एससी,एसटी, बीसी,व ईबीसी कोटि के बच्चो के लिए फर्जी माँग पत्र तैयार कर कल्याण विभाग को भेज राशि मगा बंदरबाट शुरु कर दिया ।और 14 स्कूल के प्रधान मोटी रकम निकासी कर बच्चो को लालीपाँप दिखा कुछ राशि का वितरण कर सभी राशि को गबन कर मालामाल बन गये ।
सोमवार, जनवरी 09, 2017
नियोजित शिक्षकों व संविदा कर्मियों को सातवें वेतनमान का लाभ क्यों नहीं ? -सुशील मोदी
राज्य के तीन लाख से ज्यादा नियोजित शिक्षकों,संविदा कर्मियों व पुस्तकालयाध्यक्षों को सातवें वेतनमान का लाभ नहीं देने के निर्णय का विरोध करते हुए कहा है कि सरकार का यह बयान निन्दनीय है कि वे उसके कर्मी नहीं है। जब सरकार ने 2015 में ही उनके नियत वेतन को वेतनमान में परिवर्तित कर दिया तथा राज्य सरकार के कर्मियों के अनुरूप घोषित महंगाई, चिकित्सा, मकान किराया भत्ता आदि के साथ ही वार्षिक वेतन वृद्धि भी उन्हें देय है, तब फिर सातवें वेतनमान का लाभ नहीं देने का क्या औचित्य है?
दुर्भाग्यपूर्ण है कि सातवें वेतनमान का लाभ देने के डर से सरकार इन लाखों नियोजित शिक्षकों व संविदाकर्मियों को इनकी अलग-अलग नियोजन इकाइयां होने का बहाना बना कर अपना कर्मचारी मानने से इनकार कर रही है जबकि विगत विधान सभा चुनाव के पूर्व चुनावी लाभ लेने के लिए इन्हें वेतनमान देने की जोर षोर से घोषणा की गई थी। अगर ये सरकार के कर्मी नहीं है तो फिर इन्हें राज्यकर्मियों की भांति वेतनमान, अनेक तरह के भत्तों की सुविधा और वार्षिक वेतनवृद्धि कैसे देय है?
वेतन समिति राज्यकर्मियों के समान ही नियोजित शिक्षकों, संविदा कर्मियों व विश्वविद्यालय तथा महाविद्यालयों के हजारों कर्मचारियों के साथ ही नगर निकायों के कर्मियों को भी सातवें वेतनमान का लाभ देने पर विचार करें। अभी तक सरकार की ओर से वेतन समिति गठित करने की अधिसूचना भी जारी नहीं है।
तीन सदस्यीय वेतन समिति के गठन की अधिसूचना सरकार षीघ्र जारी करे और बहानेबाजी को छोड़ कर नियोजित शिक्षकों व संविदा कर्मियों, विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों तथा नगर निकाय के कर्मियों को भी सातवें वेतनमान का लाभ देने का निर्णय लें।
रविवार, जनवरी 08, 2017
आज ही शाम चार बजे नियोजित शिक्षक करेंगें मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री बिहार का पुतला दहन
मोहम्मद फ़िरोज़ आलम प्रखण्ड अध्यक्ष के सूचनानुसार बिहार पंचायत नगर प्रारम्भिक शिक्षक संघ, राज्य ईकाई के निर्णयानुसार 09/01/ 2017 दिन सोमवार को सरकार के वादा खिलाफी तथा मिडिया में आए खबर "नियोजित शिक्षकों को सप्तम वेतन का लाभ नहीं दिया जाएगा "। जैसे गलत बयानबाजी के विरुद्ध अपने मान सम्मान और अधिकार की लड़ाई के लिए सीतामढी कारगिल चौक पर शाम 04:00 बजे मुख्यमंत्री /शिक्षामंत्री का पुतला दहन किया जाएगा।शिक्षकों से चट्टानी एकता दिखाने का आह्वान संघ ने किया है।
गुरुवार, जनवरी 05, 2017
07 जनवरी तक सीतामढी के सभी विद्यालयों में पठन पाठन स्थगित ,शिक्षक विद्यालय में बने रहेंगें
जिला पदाधिकारी सीतामढ़ी के आदेशानुसार शीतलहर को देखते हुए जिला के निजी एवं सरकारी विद्यालयों में पठन पाठन 06 जनवरी से 07 जनवरी 2017 तक स्थगित किया गया है।शिक्षक एवं शिक्षिका विद्यालय में बने रहेंगे और लम्बित कार्यों का निष्पादन करेंगे ।
सोमवार, जनवरी 02, 2017
उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक का कारनामा जनधन के तहत खोल दिया शिक्षकों का खाता, वेतन निकासी में हो रही परेशानी
जिला सीतामढी अंतर्गत उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की एकाध शाखाओं ने कुछ नियोजित शिक्षकों का बैंक खाता जनधन योजनान्तर्गत खोल देने का मामला प्रकाश में आया है।बिहार नगर पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संध के जिला अध्यक्ष व उपाध्यक्ष ने क्षेत्रीय प्रबंधक युबीजीबी सीतामढी को संयुक्त आवेदन देकर शिकायत दर्ज की है ।आवेदन में बतलाया गया है कि कुछ नियोजित शिक्षकों का खाता जनधन योजनान्तर्गत खोल दिया गया है जिससे शिक्षकों को वेतन निकासी में परेशानी हो रही है इतना ही नही एटीएम भी लाॅक कर दिया गया है ।आवेदन में शिक्षकों को हो रहे कई समस्याओं की जानिब क्षेत्रीय प्रबंधक का ध्यान आकृष्ट कराया गया है ।
गुरुवार, दिसंबर 22, 2016
छात्र हैं पर सभी छात्रों को छात्रवृत्ति नही मिलती
नुरानी फातिमा
सीतामढ़ी( बिहार)
-------------------------
कुछ समय पहले आई खबर के अनुसार केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने कहा कि “दिस देश में शिक्षा की पूंजी होती है वह देश तेजी से विकास करता है। उन्होने आगे कहा आज देश में 15 लाख विद्धालय, 38 हजार महाविद्धालय, तथा 700 विश्वविद्धालय संचालित हैं”। स्पष्ट है शिक्षा के आधार पर ही देश तरक्की कर सकता है। जिसे सरल बनाने के लिए छात्रवृत्ति जैसे विकल्प भी उपलब्ध कराएं गए हैं ताकि छात्र शिक्षा से सीधे रुप में जुड़ सके। लेकिन इस संबध मे बात बिहार की कि जाए तो स्थिति कुछ अच्छी दिखाई नही देती।
उदाहरण है पुपरी अनुमंडल क्षेत्र के भिट्टा धरमपूर पंचायत का “उत्क्रमित मध्य विद्धालय कुशैल” जहां छात्रों से बात करने पर पता चला कि बड़ी संख्या मे यहां छात्र तो हैं पर उनके लिए उचित रुप से छात्रवृत्ति की व्यवस्था नही है।
इस संबध में जब नौवीं कक्षा की छात्रा मधु कुमारी से बात की तो मधु ने बताया “दो साल से मुझे छात्रवृत्ति नही मिल रही है” हर बार यही सुनते हैं कि अब आएगा, अब आएगा लेकिन आता नही है। वहीं कक्षा 6 की छात्रा पूजा कुमारी का भी ये कहना है “कि हमलोगो को समय पर छात्रवृत्ति नही मिल रहा है बस इंतजार ही कर रहें हैं। 7वीं की छात्रा करिशमा कुमारी ने बताया “जब भी मैडम से छात्रवृत्ति के बारे पूछते हैं तो कहती हैं कि मिल जायेगा”। कक्षा 6 के पंकज कुमार पिता कमेश राय ने कहा “हमलोग को पोशाक का 700 और छात्रवृत्ति 1200 मिलता है। लेकिन हमलोग को आधा पैसा ही दिया जाता है मैडम से पूछते हैं कि बाकी पैसा कब मिलेगा तो कुछ ठिक - ठिक नही बताती”।
छात्रों के साथ साथ अभिभावक भी इस कारण परेशान हैं कुछ अभिभावक ने कहा “हमरा बच्चा चार साल से पढ़े छे, मगर पैसा दो बार ही मिलल है”। इसी संबध में अभिभावक लक्ष्मण महतो ने बताया “कुछ बच्चो को छात्रवृत्ति और पोशाक राशि मिलती है, और कुछ को नही मिलता, समझ मे नही आता इ का बात है”। आंसमा खातून के पिता ने कहा “हमारा बच्चा तीन साल से पढ़ रहा है मगर छात्रवृत्ति एकही बार मिली है”।एक अन्य अभिभावक ने बताया “मेरा बच्चा 4 साल से पढ़ रहा है। मगर पैसा दो बार मिला है”। कुछ अभिभावको ने ये भी कहा कि “जो बच्चा कभी स्कूल नही जाता उसको भी पैसा मिलता है”। 60 वर्षिय महिला रीता देवी ने बताया “हमहुं कलकीन मैडम के कब मिलबे पैसा त मैडम कहनी कि जब आबत त देब। दो साल भई गईल हमरा बच्चा के कुछियो न मिलल”।
मामले की गंभीरता जानने के लिए जब प्रधानाचार्य मंजु देवी से बात की तो उन्होने साफ शब्दों में बताया “अक्टुबर 2015 से कार्यभार संभाला है और स्कूल की देख रेख कर रही हूँ। अभी छात्रवृत्ति की 50 प्रतिशत राशि बच्चों को दिया जाता है। और 50 प्रतिशत बच्चों के खाते में जाएगा। मेरी तो इच्छा है कि यहां हाई स्कूल भी हो जाए ताकि बच्चो को दूर - दूर पढ़ने के लिए जाना न पड़े। और बच्चों को पूरी सुविधा मिल सके। बाकी सभी बच्चों को छात्रवृत्ति मिल जाए इसके लिए मैं पूरी कोशिश करुंगी। आप चाहें तो प्रखंड शिक्षा अधिकारी से भी बात कर सकती हैं क्योंकि वास्तविक स्थिति से तो वही अवगत कराएंगे”।
अंततः प्रखंड शिक्षा अधिकारी रघु से संपर्क करने का प्रयास किया लेकिन उन्होनें कोई जानकारी न देते हुए सीधे फोन काट दिया।
आपको बतातें चलें कि पिछले कई दिनों से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी निश्चय यात्रा में बिहार की शिक्षा व्यवस्था को उत्तम से सर्वोत्तम बनाने पर जोर दे चुकें हैं। लेकिन इस विद्धालय और शिक्षा प्रतिनिधियों का रवैया देखकर तो नही लगता कि शिक्षा के क्षेत्र में बिहार सचमुच उत्त्म से सर्वोत्म तक का सफर तय कर पाएगा।
(चरखा फीचर्स)
Pic1- लेखिका बच्चों से बात करती हुई।
Pic 2- विद्धालय परिसर में बच्चें ।
-
BRP चयन हेतु आवेदन देने के पश्चात भी BRC परिहार से जिला कार्यालय को उपलब्ध कराई गई सूची में नाम दर्ज नही होने की शिकायत सेवानिवृत्त शिक्षक म...
-
सेवामे, अवर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग, बिहार सरकार आदरणीय महोदय, भोजन,वस्त्र,आवास के साथ साथ शिक्षा एवं स्वा...