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सोमवार, फ़रवरी 29, 2016

बजट में शिक्षा को प्राथमिकता

Dr. Ashok Choudhary

महागठबंधन सरकार के पहले बज़ट में शिक्षा को प्राथमिकता सरकार के सार्थक सोंच का उदाहरण ..

बिहार विधान सभा में वित्तीय वर्ष 2016- 17 का बजट महागठबंधन सरकार के वित्तमंत्री ने पेश किया। जैसा कि हमने प्रदेश की जनता से वादा किया था, और जिस उद्देश्य की पूर्ति, राज्य के सर्वांगीण विकास का हमने प्रण लिया था बज़ट बिलकुल उसके अनुरूप है।

कुल बजटीय प्रावधान 1 लाख 44 हज़ार 696 करोड़ रूपये का है, जिसमें सबसे अधिक राशि शिक्षा विभाग को 21,897 करोड़ का प्रावधान किया गया है। वहीँ सूचना एवं प्रावैधिकी विभाग को 272 करोड़ 56 लाख की राशि का 2016 - 17 के बज़ट में प्रावधान किया गया।

महागठबंधन सरकार जन आकांक्षाओं को पूरा करने में पहले दिन से हीं पूरी निष्ठा व ईमानदारी से जुटी है। चुनाव पूर्व जिन सात निश्चयों को हमने पूरा करने का वादा किया था। उस पर अक्षरसः अमल हो रहा है।

शिक्षा को उच्चस्तरीय गुणवत्ता प्रदान करना मेरी प्रतिबद्धता है। मैंने पद ग्रहण करते समय हीं अपना विचार स्पष्ट कर दिया था। शिक्षा मात्र एक विभाग नहीं वरन् भविष्य निर्माण का मार्ग है, इसी उद्देश्य से काम कर रहा हूँ। मेरी भावनाओं और प्रण को पूरा पूरा सम्मान देने के लिये माननीय मुख्यमंत्री जी एवं वित्तमंत्री जी का अभिनंदन करता हूँ।

शिक्षकों का नियमित वेतन, सुचारू पठन- पाठन, उच्चस्तरीय शिक्षा का माहौल, बच्चों के प्रतिभा को उनके रूचि के अनुरूप निखारना, छात्रवृति, पोशाक, सायकिल मध्याह्न भोजन जैसी सरकारी योजनाओं को अक्षरसः लागू किया जायेगा। सरकार और शिक्षा विभाग बिहार को पुनः शिक्षा हब के रूप में स्थापित करेगी ये हमारा वादा है। एक बार फिर से देश विदेश में बिहार ज्ञान नागरी के रूप में पहचान कायम करेगा इसके प्रति हम पूरी तरह आशान्वित हैं।

पूरी तरह जनहित, विकास और हर क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए संतुलित बज़ट पेश करने के लिये। माननीय मुख्यमंत्री, वित्तमंत्री, मंत्रिमंडल के सभी मंत्रीगण और प्रदेश की जागरूक जनता को बधाई देता हूँ। यह बज़ट बिहार को समृद्ध और विकसित बनाने की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा।

डॉ अशोक चौधरी
मंत्री (HRD & IT)
बिहार सरकार

बुधवार, फ़रवरी 24, 2016

सीवान की बेटी बनी झारखंड सरकार में अधिकारी

Edited by MD QAMRE ALAM

🌈महिला सशक्तिकरण को मिला एक और मुकाम-

   ☀सीवान  की बेटी बनी झारखंड सरकार में अधिकारी
     ⚡रघुनाथपुर प्रखंड के पंजवार गांव की बेटी है अफसाना
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केन्द्रीय सरकार से लेकर स्थानीय ग्राम पंचायत तक आजकल  एक चर्चा बहुत ही जोड़ो है  बेटी बचाओ बेटी बढाओं । इस अभियान का असर भी दिखाई देने लगा है ।
        लेकिन सीवान जिले के रघुनाथपुर प्रखंड में एक गांव ऐसा भी है जो सरकार के द्वारा इस बेटी बचाओ- बेटी पढाओं अभियान  के शुरू करने के पहले से ही इस अभियान को केवल अपने यहां शुरू ही नहीं किया बल्कि इस अभियान का असर भी अब साफ दिखाई देने लगा है ।
         हम चर्चा कर रहे है सीवान जिले के पंजवार गांव की जहाँ आज कदम-कदम पर महिला सशक्तीकरण का असर झलक ही नहीं रहा है बल्कि पंजवार गांव आज पुरे क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण अभियान का नेतृत्व कर रहा है ।
         पंजवार गांव की बेटियां आज जहां पुरूष समाज के साथ कन्धें से कन्धा मिलकर चल रही है वहीं विभिन्न उच्च सरकारी पदों पर चयनित होकर महिला सशक्तीकर का एक अच्छा उदाहरण भी प्रस्तुत कर रही है ।
        हाल ही में पंजवार पुखरी मुहल्ला निवासी व पेशा से राजमिस्त्री रहें  स्वर्गीय ताज मोहम्मद की बेटी  अफसाना खानम ने झारखंड लोक सेवा आयोग(JPSC) की परीक्षा को पास कर के पंजवार के इस महिला सशक्तीकरण अभियान को एक नई ऊंचाइयों तक पहुँचाने का कार्य किया है ।
        अफसाना बचपन से ही पढनें में मेधावी छात्रा रही है, और पिता की गरीबी कभी उसके पढाई में बाधक नहीं बनीं यही नहीं पिछले दिनों जब उसकी शादी वैशाली जिले में हुई तो ससुराल पक्ष विशेषकर उसके पति जो पेशे चिकित्सक है ,डॉ. सरवर इकबाल ने भी अफसाना की लगन को देख कर उसके मनोबल को बढाने का कार्य किया जिसका परिणाम है कि आज सुदूर गांव की बेटी झारखंड सरकार के वित्त विभाग में एक प्रथम श्रेणी की अधिकारी के रूप में योगदान देने जा रही है ।
        झारखंड लोक सेवा आयोग  (JPSC)की परीक्षा पास करने के बाद संवाददाता से बात करते हुए अफसाना ने बताया की बचपन में आर्थिक अभाव व सामाजिक परिवेश के कारण जब मन पढाई से विमुख हो रहा था तो गांव के समाज सेवी घनश्याम शुक्ल व संजय सिंह ने हौसला बढाया और मुझे आगे पढने के लिए प्रेरित  किया अगर शुरुआती दौर में इन लौगो का सहयोग व मार्गदर्शन नहीं मिला होता तो शायद मै आज इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाती ।अफसाना ने बताया की शादी के बाद जब ससुराल पक्ष को पता लगा कि मै आगे पढना चाहती हूँ साथ ही PSC की तैयारी भी करना चाहती हूं तो ससुराल पक्ष विशेषकर मेरे पति ने मेरे मनोबल को  ही नहीं बढाया बल्कि कदम-कदम पर मेरा साथ भी  दिया और आज मुझे खुशी हैं कि मै JPSC की परीक्षा पास कर के शुक्ल सर, संजय जी व अपने पति डॉ. सरवर इकबाल के विश्वास पर खङा उतरी हूँ ।
         एक प्रश्न के जबाब में अफसाना कहां कि अाज  महौल अनुकुल है और सभी लड़कियों को केवल उच्च शिक्षा ही नहीं बल्कि समाज जीवन के हर क्षेत्रों में आगे बढ कर आना होगा और इसके लिए बचपन में ही अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित कर के तैयारी करनी होगी ।
      अफसाना का मानना है कि जब हम लक्ष्य तय कर के आगे बढे गे तभी कोई घनश्याम शुक्ल,संजय सिंह व डॉ. इकबाल जैसे लोग हमारी सहयोग करने के लिए आगे आएगे ।
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☀अफसाना खानम की शैक्षणिक सफर पर एक नजर-
⚡1994 में कस्तूरबा गांधी प्रोजेक्ट विद्यालय पंजवार से दशवी उतिर्ण

⚡1996 में सीवान से 10+2 उतिर्ण

⚡2001 में जयप्रकाश विश्वविद्दालय से स्नातक

⚡2006 में नेट की परीक्षा उतिर्ण

⚡2014 में PHD

⚡2116 में झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) की पांचवी बैच में राज्य वित्तीय सेवा के लिए चयनित ।