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शुक्रवार, फ़रवरी 26, 2016

भारत के प्रथम

• भारत के प्रथम राष्ट्रपति => राजेन्द्र प्रसाद
• भारत के प्रथम प्रधानमंत्री => जवाहरलाल नेहरू
• भारत के प्रथम गवर्नर जनरल => माउन्टबैटन
• भारत के प्रथम फिल्ड मार्शल => के एम करिअप्पा
• भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री => श्रीमती इंदिरा गांधी
• भारत के प्रथम मुख्य न्यायधीश => हीरालाल जे० कानिया
• भारत की प्रथम महिला राज्यपाल => सरोजिनि नायडू
• भारत के प्रथम अंतरिक्ष यात्री => राकेश शर्मा
• प्रथम विश्व सुन्दरी (मिस वर्ड) => कु. रीता फारिया
• प्रथम मिस यूनिवर्स => सुस्मिता सेन
• एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली प्रथम महिला => कमलजीत सिंधु
• भारत के पहले सिक्ख प्रधनमंत्री => डॉ. मनमोहन सिंह
• भारत द्वारा बनाया गया पहला कृत्रिम उपग्रह => आर्यभट्ट
• भारत की प्रथम महिला मुख्यमंत्री => सुचेता कृपलानी   ( उत्तर प्रदेश )
• दिल्ली के तख़्त पर बैठने वाली पहली महिला सुलतान => राजिया बेगम
• हिमालय पर चढ़ने वाली प्रथम महिला => बछेंद्री पाल
• प्रथम भारतीय महिला जिसने नोबेल पुरस्कार प्राप्त किया => मदर टेरेसा
• भारतीय क्रांतिकारियों में सर्वप्रथम फांसी दी गयी => खुदीराम बोस
• भारत में आने वाला पहला चीनी यात्री कौन था => फाह्यान
• भारत रत्न प्राप्त करने वाली पहली महिला => इंदिरा गाँधी
• भारत का पहला समाचार पत्र कौन सा था => बंगाल गजट
• भारत आने वाला पहला पुर्तगाली कौन था => वास्कोडिगामा
• अनतर्राष्ट्रीय न्यायालय में प्रथम भारतीय न्यायाधीश कौन थे => डॉ. नागेन्द्र सिंह
• इंगलिश चैनल पार करने वाली प्रथम भारतीय महिला => आरती शाह
• भारत के प्रथम वायसराय कौन थे => लॉर्ड कैनिंग
• भारत की प्रथम महिला राजदूत कौन थी => विजयलक्ष्मी पंडित
• स्वतंत्र भारत के प्रथम गवर्नर जनरल => लार्ड लुई माउन्टबेटन
• स्वतंत्र भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल => चक्रवर्ती राजगोपालाचारी

गुरुवार, फ़रवरी 25, 2016

अपने अंदर झांकना, सबसे मुश्किल काम

गाँव में एक किसान रहता था जो दूध से दही और मक्खन बनाकर बेचने का काम करता था..

एक दिन बीवी ने उसे मक्खन तैयार  करके दिया वो उसे बेचने के लिए अपने गाँव से शहर की तरफ रवाना हुवा..

वो मक्खन गोल पेढ़ो की शकल मे बने हुये थे और हर पेढ़े का वज़न एक kg था..

शहर मे किसान ने उस मक्खन को हमेशा की तरह एक दुकानदार में बेच दिया,और दुकानदार से चायपत्ती,चीनी,तेल और साबुन वगैरह खरीदकर वापस अपने गाँव को रवाना हो गया..

किसान के जाने के बाद -

.. .दुकानदार ने मक्खन को फ्रिज़र मे रखना शुरू किया.....उसे खयाल आया के क्यूँ ना एक पेढ़े का वज़न किया जाए, वज़न करने पर पेढ़ा सिर्फ 900 gm. का निकला, हैरत और निराशा से उसने सारे पेढ़े तोल डाले मगर किसान के लाए हुए सभी पेढ़े 900-900 gm.के ही निकले।

अगले हफ्ते फिर किसान हमेशा की तरह मक्खन लेकर जैसे ही दुकानदार की दहलीज़ पर चढ़ा..

दुकानदार ने किसान से चिल्लाते हुए कहा: दफा हो जा, किसी बेईमान और धोखेबाज़ शखस से कारोबार करना.. पर मुझसे नही।

900 gm.मक्खन को पूरा एक kg. कहकर बेचने वाले शख्स की वो शक्ल भी देखना गवारा नही करता..

किसान ने बड़ी ही आजिज़ी (विनम्रता) से दुकानदार से कहा "मेरे भाई मुझसे नाराज ना हो हम तो गरीब और बेचारे लोग है,

हमारी माल तोलने के लिए बाट (वज़न) खरीदने की हैसियत कहाँ" आपसे जो एक किलो चीनी लेकर जाता हूँ उसी को तराज़ू के एक पलड़े मे रखकर दूसरे पलड़े मे उतने ही वज़न का मक्खन तोलकर ले आता हूँ।

अपने अंदर झांकना,
सबसे मुश्किल काम है....