क्या हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बाहमी तायल्लुकात को हम्वार नहीं किया जा सकता ? ये ऐसे सवालात हैं जिस पर हिन्द व पाकिस्तान में अवामी बहस होनी चाहिए मगर ऐसे मुद्दों पर दोनों ममालिक में बात नही होती, आखिर क्या वज्हें हैं ? दोनों ममालिक के कायदो को क्या बखूबी अंदाजा है कि अगर रिश्ते हम्वार हो गए तो चुनावी सियासत की बिसात बिखर जाएगी ?
0 टिप्पणियाँ