भिस्वा पशु बाज़ार में की जा रही राजस्व ग़बन की जाँच निगरानी से करवाई जाए - राकेश कुमार सिंह


परिहार(सीतामढ़ी)। उत्तर बिहार का मशहूर पशु बाज़ार भिस्वा इन दिनों कृत्रिम घाटे का शिकार हो गया है।इस पशु बाज़ार की नीलामी अस्सी लाख में हुआ करती थी परन्तु वित्तीय वर्ष 2017 - 2018 में स्थानीय पदाधिकारी और पूर्व में बोली में बाज़ार खरीदने वालों ने एक सोची समझी साज़िश के तहत डाक में हिस्सा नही लिया और प्लान के मुताबिक बाज़ार राजस्व वसूली के लिए अंचल कार्यालय परिहार के हवाले हो गया।अंचल कार्यालय परिहार के हवाले होते ही प्रत्येक बाज़ार लाखों की राजस्व देने वाला यह बाज़ार हज़ार और सैकड़ों की राशि पर आ गया है जबकि लाखों की राजस्व वसूली होती है लेकिन दर्ज कम कर सरकारी राजस्व का ग़बन कर लिया जाता है  राकेश कुमार सिंह ने सांसद सह राष्ट्रीय महा सचिव जनता दल यू श्री आर सी पी सिंह को आवेदन देकर निगरानी जाँच करवाने की माँग की है। बताते चलें कि वित्तीय वर्ष 2014 -15 में भी यही स्थिति उत्पन्न कर राजस्व ग़बन किया गया था जिसको लेकर बेला थाना काण्ड संख्या -218/14 राजस्व वसूली ग़बन की प्राथमिकी दर्ज है जिसमें तत्कालीन अंचल अधिकारी परिहार, त्रिलोकी राउत, जय प्रकाश और संलिप्त विचौलिया नामजद अभियुक्त हैं।

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