गुरुवार, अक्तूबर 31, 2024

नवनियुक्त प्रशिक्षु डी०पी०ओ० (MDM) सीतामढी आयुष कुमार पर कमीशन खोरी , विद्यालय निरिक्षण करने के उपरांत पैसा उगाही का आरोप


नवनियुक्त प्रशिक्षु डी०पी०ओ० (MDM) सीतामढी आयुष कुमार पर  कमीशन खोरी , विद्यालय निरिक्षण करने के उपरांत पैसा उगाही का आरोप MDM डायरेक्टर को भेज किया गया है श्री राकेश कुमार सिंह ने डायरेक्टर को भेजे शिकायत पत्र में लिखा है कि नवनियुक्त एवं प्रशिक्षु जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (MDM) आयुष कुमार वर्तमान में परिक्ष्यमान अवधि में रहकर अपने पद का गलत दुरुपयोग कर रहे हैं। इनके द्वारा शिक्षको, NGO एवं BRP, (MDM) को मानसिक, आर्थिक दबाब देकर गलत तरिके से परिक्ष्यमान अवधि में करोड़ो रुपया अर्जित किये हैं ।

1. निदेशक MDM बिहार, पटना के पत्रांक 255 दिनांक 21.11.22 के आलोक में स्टील थाली कय VSS के माध्यम से मानक  अनुसार विद्यायल को खरीदना। था लेकिन DPO द्वारा AGENCY को अपने स्तर से बहाल कर मोटी कमीशन पाने के उदेश्य से मानक के विपरीत विद्यालयो में पहुँचवा कर कमीशन बतौर 25 लाख रुपया उगाही किए है। थाली की लम्बाई, चौड़ाई, मोटाई, वजन एवं गहराई मानक के अनुसार नही है। जिसका मूल्य बाजार में 60 रुपया है। जबकि विभाग द्वारा वर्ग 1-5 के थाली का दर 120 रुपया एवं 6-8 वर्ग के लिए 140 रुपया प्रति थाली निर्धारित है। आयुष कुमार DPO (MDM) द्वारा पत्र निकालकर थाली AGENCY भेंण्डरो के खाते में RTGS चेक देने का दबाब दिया जाता है। जिस कारण vss के सचिव अपेक्षित है। थाली का पैसा नही भेजने वाले प्रधान शिक्षको पर कार्रवाई की धमकी दी जाती है। इस तरह से पद का दुरुपयोग कर शिक्षको VSS के सदस्यो को अनाधिकृत तरीके से मानसिक दबाब देकर मानक के विपरीत वर्तन लेकर सम्बधित AGENCY के खाता में पैसा भेजने का दबाब दिया जा रहा है।  जिसका समाचार पत्रो में भी (प्रकाशन) हुआ है।

2. सीतामढी नगर निगम क्षेत्र एवं डुमरा प्रखंड के अधिकांश विद्यालयो में NGO  संचालित है। जो पका पकाया भोजन उपलब्ध कराती है। खाना का बिल NGO को पास करने के एवज में DPO एवं ACCOUNTANT द्वारा 30% कमीशन बिल पर लिय जाता है। खाना की क्वालिटी एवं गुणवता को बिना जॉच किए हुए 30% कमीशन लेकर उक्त बिल को गलत तरीके भुगतान कर दिया जाता है। NGO और BRP के कमीशन से DPO एवं ACCOUNTANT अपने आय से अधिक की सम्पति अर्जित कर चुके है। ये दोनो अपने पद का नजायज फायदा उठाता है।

3. भारतीय खाद्य निगम से विद्यालयो के लिए MDM का खाद्यान के उढाव एवं वितरण पर DSD (डोर स्टेप डिलेवरी) से कुल आवांटन का 20% रुपया प्रति क्विंटल की कमीशन (आयुष कुमार) DPO द्वारा लिया जाता है। जो प्रतिमाह 20 से 25 लाख रुपया की उगाही (कमाई) अवैध तरीके से अर्जित करते है।

4. रसोइया अगर सेवाकाल में मृत हो जाति है तो उसके परिजन को चार (4) लाख अनुदान राशि विभाग द्वारा देने का प्रावधान है। इस एवज में DPO द्वारा BRP के माध्यम से जबरन 25% कमीशन लेकर ही पैसा मृत रसोइया के परिवार वालो के खाता में पैसा भेजने का कार्य करते है। नही देने पर उसका फाइल रोक देते है। प्रशिक्ष DPO (MDM) आयुष कुमार अभी अतिरिक्त प्रभार प्रखण्ड शिक्षा पदा० के रुप में दो अन्य प्रखण्डो के भी प्रभार में है। प्रखण्ड संसाधन केन्द पर कार्यरत महिला कर्मियो के साथ इनका व्यवहार सही नही होता है। वैसे महिला कर्मचारि पर गलत आचरण (दृष्टि) रखते है और प्रखण्ड संसाधन केन्द पर अपने (BEO) के कक्ष में जबरदस्ती बैठने के लिए दबाब बनाते है। महिला कर्मचारियो एवं शिक्षकाओ के प्रति गलत मंशा होता है। इससे स्पष्ट होता है कि ये चरित हीन पदा० है। इनका मुख्य उदेश्य अबैध तरिके से पैसा उगाही करना और अपने पद का भय दिखाकर मानसिक, शारीरिक शोषण करना है।उन्होंने DPO (MDM) सीतामढी पर विभागीय जॉच कर विधि सम्मत कार्रवाई करने एवं निलंबन करते हुए सीतामढी जिला से दूसरे जिले में स्थानांतरित करने की माँग की है।

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