आपकी जागरूकता ही आपके क्षेत्र का विकास करा सकती है :- मो0 सऊद आलम

आजादी के बाद आज तक परिहार चौक का विकास नही हुआ। परिहार प्रखंड मुख्यालय में प्रखंड ,अंचल, थाना, पशु चिकित्सालय, रजिस्ट्री ऑफिस ,हॉस्पिटल, पोस्ट ऑफिस, हाई स्कूल ,मिडिल स्कूल, भारतीय स्टेट बैंक, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, कोऑपरेटिव बैंक सभी के होते हुए भी परिहर चौक का आजादी के बाद आज तक विकास नहीं हो सका।
 परिहार मुख्य चौक पर गंदगी का अंबार है सड़क को संकीर्ण कर दिया गया है गाड़ियों के आवागमन में काफी कठिनाई होती है सड़कों का अतिक्रमण कर दुकान खोल दिया गया है। जिससे हमेशा जाम की समस्यारहती है । परिहर चौक पर बस का ठहराव होता है लेकिन आज तक महिलाओं के सुविधा के लिए शौचालय नहीं बन सका मुख्य चौक पर पेय जल की समस्या बनी की बनी है। परिहार प्रखण्ड में कोई भी सरकारी डिग्री कॉलेज नहीं है कस्तूरबा बालिका विद्यालय था वह भी यहाँ से सुतिहारा हस्तांतरित कर दिया गया । परिहार 27 पंचायत का प्रखण्ड है यह प्रखण्ड बिहार का सबसे गरीब पिछड़ा प्रखण्ड है और यहाँ 80 से 90% मजदूर रहते हैं उद्योग धंधे की कोई व्यवस्था नहीं है प्रत्येक वर्ष यहाँ के  90% मज़दूर पलायन कर अन्य प्रदेशों में रोजी-रोटी के लिए चले जाते हैं परिहार प्रखण्ड का मुख्य खेती धान गेहूं है प्रत्येक वर्ष बाढ के कारण बड़े पैमाने पर फसलों की क्षती हो जाती है ,बाढ़ के पानी के कारण सडकें क्षतिग्रस्त हो जाती है कुछ ऐसे भी पंचायत हैं जहां घर-घर में पानी घुस जाता है और कच्चे मकानों को क्षतिग्रस्त कर देता है। 
     आजादी के बाद जितने भी विधायक और एमपी बने उन सभों ने परिहार को नजरअंदाज किया। परिहार को नगर पंचायत बनाने के लिए 15 साल पहले प्रस्ताव विभाग को भेजा गया लेकिन आज तक नगर पंचायत का गठन नहीं हो सका, परिहार प्रखंड को अनुमंडल का दर्जा दिया जाना चाहिए था जो नहीं मिल सका ।
  परिहार के लोग जागरुक नहीं है अगर जागरूक होते तो परिहार का भी काफी विकास होता परिहार के लोग सिर्फ वोट देना जानते हैं और वोट देने के बाद जन प्रतिनिधि से अपना काम और क्षेत्र का विकास करने का कभी प्रयास नहीं किया।
        अब समय आ गया है जनता को जागरूक होने का तभी आपके क्षेत्र का विकास हो पाएगा ।

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