Aaj mausam bahut hi khooshgawar ho chala hai rat bhi hai aur barish bhi ho rahi hai us par bijli raoshni wah kiya bat hai barish me wah bhi gao me alag hi lutf hota hai jab ghar ke chhappar se pani ka tip tip tapakna uper wale ki yad taza kar det hai
आप हमें आवाज़ दें, हम आपकी आवाज़ बनेंगें,उठें जागें और ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलन्द करें। "" कुफ़्र की हकुमत चल सकती है लेकिन ज़ुल्म की नहीं "" ।। बिना चिंगारी के आग नहीं लग सकती ।।
शुक्रवार, जुलाई 24, 2015
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
-
BRP चयन हेतु आवेदन देने के पश्चात भी BRC परिहार से जिला कार्यालय को उपलब्ध कराई गई सूची में नाम दर्ज नही होने की शिकायत सेवानिवृत्त शिक्षक म...
-
सेवामे, अवर मुख्य सचिव शिक्षा विभाग, बिहार सरकार आदरणीय महोदय, भोजन,वस्त्र,आवास के साथ साथ शिक्षा एवं स्वा...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें