हरियाणा की बीजेपी सरकार द्वारा चुरा, भंगी मोची को अनुसूचित जाति की सूची से अलग करने के विरोध मे राष्ट्र व्यापी आंदोलन की अपील

हरियाणा की बीजेपी सरकार द्वारा चुरा, भंगी मोची को अनुसूचित जाति की सूची से अलग करने के विरोध मे राष्ट्र व्यापी आंदोलन की अपील....
 राष्ट्र विरोधी मनुवादी संगठन RSS के रेमोर्ट कंट्रोल से चलने वाली नरेंद्र मोदी के नेतृत्व मे केंद्र की संविधान विरोधी NDA  सरकार के इशारे पर हरियाणा की भाजपा शासित सरकार ने सुनियोजित साजिश के तहत जातीय विषमता के आधार पर अनुसूचित जाति को देय संविधान सम्मत प्रतिनिधि का अधिकार आरक्षण को समाप्त करने की नीयत से तत्काल भंगी, चुरा और मोची तीन जातियों को आरक्षण की सूची से हटाने का आदेश पारित किया है, महज यह एक  प्रकार से बानगी है, यदि हरियाणा सरकार की इस आरक्षण विरोधी आचरण का प्रतिकार देश स्तर पर नही होता है, तो हरियाणा सरकार के इस अलोकतांत्रिक निर्णय को मिशाल बनाकर अन्य राज्यो मे भी जहाँ NDA की सरकार है। अनुसूचित जाति को सूची से बाहर कर आरक्षण के लाभ से वंचित करने की केंद्र की भाजपा सरकार की चाल है। आरक्षण समाप्त करने के लिए संकल्पित बीजेपी का यह हिडेन एजेंडा है जिसे मूर्त रूप दिया जा रहा है। 
   इसके पूर्व केंद्र सरकार के इशारे पर ही सर्वोच्च न्यायालय की खंड पीठ ने आरक्षण समाप्त करने की नीयत से अनाधिकार गैर संवैधानिक तरीका से  अनुसूचित जाति का वर्गीकरण करने, कृमि लेयर लागू करने, दूसरी पीढी को आरक्षण के लाभ से वंचित करने का न्याय निर्णय सुझाव के रूप मे राज्य सरकार को दिया जो किसी भी राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र की परिधि से बाहर है। सर्वोच्च न्यायालय के इस अलोकतांत्रिक निर्णय के विरोध में देश व्यापी आंदोलन भी हुआ। किंतु गूंगी बहरी, बद्तमीज बीजेपी की अहंकारी फसीवादी मोदी सरकार को समर्थन देने वाले अनुसूचित जाति समुदाय के गद्दार राजनेता चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, रामदास अठावले, सरीखे सत्ता लोलुप्त स्वार्थी वोट के ठेकेदार, कुर्सी के लिए अपनी जमीर बेचने वाले नितीश कुमार, chandraa बाबू नायडू जैसे तथाकथित समाजवादी कुर्सी कुमार ने भी वर्गीकरण का समर्थन कर आंदोलन को कुंद करने का घृणित अपराध किया है। 
  लोकसभा मे आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित  विभिन्न पार्टियों  के 131 अनुसूचित जाति सांसद,मंत्री एवं राज्यों मे विधायक, मंत्री छद्म वेश मे सत्ता धारी पार्टी का समर्थन करती है, चाहे अभाव हों, स्वभाव से हो, दबाब से हो या फिर प्रभाव से ही सही, अपनी छोटी छोटी पार्टी बनाकर सरकार और जनता को ब्लैक मेल करता है। 
  नागेंद्र कुमार पासवान, संयोजक, आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा ने चुरा, भंगी और मोची आदि जाति को अनुसूचित जाति की सूची से निकालने का निर्णय की घोर निंदा करते हुए तत्काल प्रभाव से इस निर्णय को वापस लेने की मांग किया है। 
    श्री पासवान ने अनुसूचित जाति के विभिन्न संगठन के नेतृत्वकारी साथियों से अपील किया है कि केंद्र सरकार के आरक्षण विरोधी साजिश के तहत हरियाणा सरकार की इस असंवैधानिक आदेश के विरोध मे राष्ट्र व्यापी आंदोलन की संयुक्त रूपरेखा तैयार कर चरण बद्ध आंदोलन के लिए आह्वान किया है।

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