मनरेगा मज़दूरों को सम्मान जनक मज़दूरी दो :- मो0 सऊद आलम

गरीब मनरेगा मजदूरों को सम्मान जनक मजदूरी मिलना चाहिए। 2005 में जब पार्लियामेंट में मनरेगा योजना अधिनियम पारित किया जा रहा था उस वक्त मजदूरी खासकर असंगठित मजदूरों का मजदूरी बहुत कम था।
 मनरेगा मजदूरों का मजदूरी तय किए जाने में महंगाई का ख्याल नहीं किया गया। आज भी मनरेगा मजदूरों को 245 रुपया प्रतिदिन मजदूरी भुगतान होता है जो न्याय पूर्ण नहीं है असंगठित मजदूर दिनभर काम करने के बाद 400 से ₹500 रुपये कमाते हैं वहीं पर गरीब मनरेगा मजदूरों को मात्र 245 रुपया मज़दूरी का भुगतान किया जाता है जिससे मनरेगा योजना के लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त करने में काफी कठिनाई होती है।
मनरेगा मजदूर की मजदूरी प्रतिदिन ₹500 रुपये निर्धारित करने की माँग मो0सऊद आलम पंचायत समिति सदस्य 25 परिहार ज़िला सीतामढ़ी ने माननीय मुख्यमंत्री और भारत सरकार से की है।

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