सम्माननीय, श्री नर्मदेश्वेर लाल, सर
प्रदेश अध्यक्ष
अनु जाति/जन जाति कर्मचारी संघ, पटना।
सादर जय भीम
मान्यवर,
कार्यरत कर्मचारी/पदाधिकारी की सेवा से संबंधित समस्या के निदान / निष्पादन शासन प्रशासन द्वारा शोषण उतपीड़न, नियम विरुद्ध निलंबन, सेवा समाप्ति, सेवा मुक्ति, की एक तरफा कार्यवायी, शोषण, के विरुद्ध, आंदोलन के माध्यम से पीड़ित कर्मी की सहायता, सहयोग, समर्थन करने हेतु संघ की परिकल्पना की गयी है। बाय लॉस के अनुसार कार्यरत कर्मी ही संघ सगठन के पद धारक अधिकारी हो सकते है।
हमलोग बाबा साहब के आदर्शो पर चलने वाले तथा संविधान तथा लोकतंत्र मे आस्था विश्वास करने वाले अंबेडकर वादी कार्यकर्ता है।
जब नियम है कि सिर्फ कार्य रत कर्मी ही संघ के पदधारी होंगे। तो फिर सेवा निवृत देवेंद्र रजक सर क्यो और कैसे प्रदेश के महासचिव के कुर्सी पर वर्षो से कुंडली मारकर बैठे हैं। श्री रजक सर द्वारा प्रदेश संगठन मे केवल एक जाति विशेष का बर्चस्व बनाकर पूरे प्रदेश मे संघ की आड़ मे जातीय संगठन को हवा देकर मूल संगठन कर्मचारी संघ पर मोनोपॉली कर अन्य लोगो की उपेक्षा पूर्ण व्यवहार से संपूर्ण बिहार के कार्य कर्ता आहत एवं मर्माहत है। संघ विरोधी आचरण से लोगो मे इनके विरुद्ध असन्तोष एवं आक्रोश व्याप्त है।
संघ के वरिष्ठ सक्रिय क्रियाशील साथी के साथ जातीय आधार पर भेदभाव व्यक्तिगत इर्ष्या, राग द्वेष रखना दकियानुसी मानसिकता का द्योतक है।
श्रीमान जी यदि इनका जमीर जिंदा है, थोड़ी भी शर्म हया बाकी है तो आप इन कंपिटेंट मेंबर होने के कारण प्रदेश महा सचिव पद से इस्तीफा कर दे, इनको कहिये ये
संघ को बख्श दें
संघ मे जातिवाद का जहर मत घोले।
अन्यथा की स्थित मे संघ हित मे, संघ संविधान के आलोक में नियम अनुकूल इन्हे प्रदेश महासचिव के पद से बर्खास्त कर दिया जाय।
नागेंद्र कुमार पासवान
अनुसूचित जाति जन जाति कर्मचारी संघ, सीतामढ़ी
9473088097
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