सोमवार, फ़रवरी 13, 2017

परिहार में कांग्रेस का जन वेदना कार्यक्रम

आज केंन्द्र सरकार के नोट बन्दी से आम जनता को हुई परेशानियों को अवगत कराने के लिए कांग्रेस ने गाँधी उच्च माध्यमिक विद्यालय परिहार के प्रांगण में ""जन वेदना कार्यक्रम ""का आयोजन 11.00बजे से किया है जिस में जिला अध्यक्ष विमल शुक्ला और प्रभारी विधान सभा क्षेत्र परिहार मोहम्मद परवेज़ आलम व सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शामिल हो रहे हैं।कांग्रेस के पूर्व प्रखण्ड अध्यक्ष मोहम्मद सऊद आलम ने परिहार के अवाम से जन वेदना कार्यक्रम में हिस्सा लेने का अपील कर कार्यक्रम को सफल बनाने का अनुरोध किया है।

रविवार, फ़रवरी 12, 2017

10 फ़रवरी को उत्थान केंन्द्र और तालिमी मरकज़ के द्वारा दिया गया धरना मील का पत्थर साबित होगा

10 फ़रवरी 2017 को बिहार प्रदेश महादलित टोला सेवक संघ के आह्वान पर बिहार के लग भग 35 जिलों में जिला अध्यक्षों के अध्यक्षता में अपनी एक सूत्री मांग के समर्थन में जिला मुख्यालयों में शांति पूर्ण धरना का आयोजन कर अपनी एक सूत्री माँग "" मानदेय नही वेतन मान चाहिए और उत्थान केंन्द्र और तालिमी मरकज़ के कर्मी को प्राथमिक शिक्षक का दर्जा देकर विद्यालय में समायोजित किया जाए "" सरकार के समक्ष पेश किया और अपनी चट्टानी एकता का अद्भुत मिसाल पेश किया।मालूम हो की बिहार के सिर्फ तीन जिला ने धरना का समर्थन नही किया है।

उत्थान केंन्द्र और तालिमी मरकज़ के कर्मी अपने रौशन मुस्तक़बिल को देखते हुए पूरी तरह मुत्तहिद हो कर एक दिवसीय धरना को सफल करने के लिए रात दिन एक कर दिया था , इस धरना को असफल करने  के लिए  हर संभव प्रयास किया गया मगर धरना पूरी तरह कामयाब रहा।

गुरुवार, फ़रवरी 09, 2017

डी एम भागलपुर ने आठ वर्षीय बच्ची के बलात्कारी को गिरफ्तार करने का दिया आदेश

Mustaqim Siddiqui
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आज भागलपुर में कुछ इंसाफ पसंद लोगों ने 8 वर्ष की ब्लात्कार पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए इंसाफ मार्च निकाल कर ब्लात्कार पीड़िता को भागलपुर डी एम के सामने खड़ा किया पीड़िता खुद से डी एम के कार्यालय में खड़ी होकर अपने उपर हुए जुल्म पर चुप्पी तोड़ी l मालूम हो की देश इस ब्लातकार पर खामोश है लेकिन आजसे पीड़िता ने ब्लात्कारी को सजा दिलाने के लिए इंसाफ पसंदों के साथ आवाज बुलंद कर चुकी है l

डी एम भागलपुर ने पीड़िता , उसके परिवार और इंसाफ मार्च के प्रतिनिधियों के सामने एस पी नौगछीया को फोन करके ब्लात्कारी को अबिलम्ब गिरफतार करने का आदेश दिया , एस पी नौगछीया ने जैसे ही कहा के ब्लात्कारी फरार है यह सुनते ही डी एम साहेब ने सख्त आदेश देते हुए कहा के ब्लात्कारी को किसी भी हाल में अबिलमब गिरफतार किया जाय l

डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन

देश के प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति भारत रत्न विभूषित शिक्षाविद डॉक्टर ज़ाकिर हुसैन का जन्मदिन है , आपके व्यक्तित्व व कृतित्व से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिले और राष्ट्र के लिये उत्सर्ग होने का भाव सृजित हो , ऐसे प्रयास हम सभी के अभिनंदिनीय होंगे l
राष्ट्रपति बनने पर अपने उदघाटन भाषण में उन्होंने कहा था कि समूचा भारत मेरा घर है और इसके सभी बाशिन्दे मेरा परिवार हैं। 3 मई 1969 को उनका निधन हो गया। वह देश के ऐसे पहले राष्ट्रपति थे जिनका कार्यालय में निधन हुआ।

डॉ. ज़ाकिर हुसैन (अंग्रेज़ी: Zakir Hussain, जन्म: 8 फ़रवरी, 1897 - मृत्यु: 3 मई, 1969) भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे। उनका राष्ट्रपति कार्यकाल 13 मई 1967 से 3 मई 1969 तक रहा। डॉ. जाकिर हुसैन मशहूर शिक्षाविद् और आधुनिक भारत के दृष्टा थे। ये बिहार के राज्यपाल (कार्यकाल- 1957 से 1962 तक) और भारत के उपराष्ट्रपति (कार्यकाल- 1962 से 1967 तक) भी रहे। उन्हें वर्ष 1963 मे भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 1969 में असमय देहावसान के कारण वे अपना राष्ट्रपति कार्यकाल पूरा नहीं कर सके।केवल 23 वर्ष की अवस्था में वे 'जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय' की स्थापना दल के सदस्य बने। वे अर्थशास्त्र में पी.एच.डी की डिग्री के लिए जर्मनी के बर्लिन विश्वविद्यालय गए और लौट कर जामिया के उप कुलपति के पद पर भी आसीन हुए। 1920 में उन्होंने 'जामिया मिलिया इस्लामिया' की स्थापना में योगदान दिया तथा इसके उपकुलपति बने। इनके नेतृत्व में जामिया मिलिया इस्लामिया का राष्ट्रवादी कार्यों तथा स्वाधीनता संग्राम की ओर झुकाव रहा। स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात वे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति बने तथा उनकी अध्यक्षता में ‘विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग’ भी गठित किया गया। इसके अलावा वे भारतीय प्रेस आयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, यूनेस्को, अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा सेवा तथा केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से भी जुड़े रहे। 1962 ई. में वे भारत के उपराष्ट्रपति बने।
कार्यक्षेत्र
डॉ. ज़ाकिर हुसैन भारत के राष्ट्रपति बनने वाले पहले मुसलमान थे। देश के युवाओं से सरकारी संस्थानों का वहिष्कार की गाँधी की अपील का हुसैन ने पालन किया। उन्होंने अलीगढ़ में मुस्लिम नेशनल यूनिवर्सिटी (बाद में दिल्ली ले जायी गई) की स्थापना में मदद की और 1926 से 1948 तक इसके कुलपति रहे। महात्मा गाँधी के निमन्त्रण पर वह प्राथमिक शिक्षा के राष्ट्रीय आयोग के अध्यक्ष भी बने, जिसकी स्थापना 1937 में स्कूलों के लिए गाँधीवादी पाठ्यक्रम बनाने के लिए हुई थी। 1948 में हुसैन अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति बने और चार वर्ष के बाद उन्होंने राज्यसभा में प्रवेश किया। 1956-58 में वह संयुक्त राष्ट्र शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति संगठन (यूनेस्को) की कार्यकारी समिति में रहे। 1957 में उन्हें बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया और 1962 में वह भारत के उपराष्ट्रपति निर्वाचित हुए। 1967 में कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में वह भारत के राष्ट्रपति पद के लिए चुने गये और मृत्यु तक पदासीन रहे।
अनुशासनप्रिय व्यक्तित्त्व
डॉ. ज़ाकिर हुसैन बेहद अनुशासनप्रिय व्यक्तित्त्व के धनी थे। उनकी अनुशासनप्रियता नीचे दिये प्रसंग से समझा जा सकता है। यह प्रसंग उस समय का है, जब डॉ. जाकिर हुसैन जामिया मिलिया इस्लामिया के कुलपति थे। जाकिर हुसैन बेहद ही अनुशासनप्रिय व्यक्ति थे। वे चाहते थे कि जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्र अत्यंत अनुशासित रहें, जिनमें साफ-सुथरे कपड़े और पॉलिश से चमकते जूते होना सर्वोपरि था। इसके लिए डॉ. जाकिर हुसैन ने एक लिखित आदेश भी निकाला, किंतु छात्रों ने उस पर कोई विशेष ध्यान नहीं दिया। छात्र अपनी मनमर्जी से ही चलते थे, जिसके कारण जामिया विश्वविद्यालय का अनुशासन बिगड़ने लगा। यह देखकर डॉ. हुसैन ने छात्रों को अलग तरीके से सुधारने पर विचार किया। एक दिन वे विश्वविद्यालय के दरवाज़े पर ब्रश और पॉलिश लेकर बैठ गए और हर आने-जाने वाले छात्र के जूते ब्रश करने लगे। यह देखकर सभी छात्र बहुत लज्जित हुए। उन्होंने अपनी भूल मानते हुए डॉ. हुसैन से क्षमा मांगी और अगले दिन से सभी छात्र साफ-सुथरे कपड़ों में और जूतों पर पॉलिश करके आने लगे। इस तरह विश्वविद्यालय में पुन: अनुशासन कायम हो गया।
लखनऊ

बुधवार, फ़रवरी 08, 2017

तालिमी मरकज़ मोतीहारी का निर्णय 10 फ़रवरी के धरना मे लेंगें हिस्सा

जिला मोतीहारी तालिमी मरकज़ संघ के सचिव मोहम्मद इरशाद आलम के इत्तलाः के मुताबिक 07 फ़रवरी को जिला कमिटी की बैठक जिला अध्यक्ष मोहम्मद रुस्तम की अध्यक्षता में हुई जिस में निर्णय लिया गया कि 10 तारीख को होने वाले धरना में ज़िला के सभी तालिमी मरकज़ के साथी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें।साथ ही पूरे बिहार के तालिमी मरकज़ से अपील किया गया है कि किसी के बहकावे में न आयें।
राब्ते के लिए अपना नम्बर भी जारी किया है।
Md Rustam 9955763764
or Md Irshad alam 9507092321

मंगलवार, फ़रवरी 07, 2017

साक्षर भारत कर्मियों ने मुख्य कार्यक्रम समन्वयक नागेन्द्र पासवान का किया भव्य स्वागत

प्रखण्ड लोक शिक्षा समिति रुन्नी सैदपुर साक्षर भारत के कर्मियों ने लोक शिक्षा समिति के प्रांगण में एक सभा का आयोजन प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी रुन्नी सैदपुर माधवेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में कर मुख्य कार्यक्रम समन्यवक सीतामढ़ी नागेन्द्र पासवान के कार्य भार सँभालने के उपलक्ष्य में भव्य स्वागत किया और अपनी एक सूत्री माँग पत्र सौंपा।की साक्षर भारत कर्मी को केंद्रीय कर्मी का दर्ज़ा देने की घोषणा की जाय।
मौके पर कार्यक्रम समन्यवक नवीन कुमार, राम किशोर सिंह, कल्पना कुमारी, अशोक कुमार तालिमी मरकज के मो• शाहिद रेजा आदि मौजूद थे।

तालिमी मरकज़ और उत्थान केंन्द्र के कर्मियों की आवाज़ को अब बिहार सरकार दबा नही पाएगी - मोहम्मद कमरे आलम

बिहार प्रदेश के हर कोने से उठ रही तालिमी मरकज़ और उत्थान केंन्द्र के कर्मियों की आवाज़ को अब बिहार सरकार दबा नही पाएगी।सरकार को राज्य कर्मी का दर्जा के साथ वेतन मान देना होगा।तालिमी मरकज़, उत्थान केँद्र के एकता अखंडता को मैं दिल से सलाम करता हूँ।

MD Qamre Alam Ekdandi parihar sitamarhi Bihar