शनिवार, सितंबर 24, 2022

21 September 2022

All the counsels appearing for the respective parties are ad idem with the issue involved in the present petitions stands finally adjudicated by this Court while delivering the judgment passed in bunch of writ petitions with the lead case, C.W.J.C. No. 11447 2018 (Md. Ejaz Kausar Khan & Ors.  Vrs. State of Bihar & Ors.), decided on 27th July, 2022. Learned counsels for the petitioners submit that they have been after having worked for a considerable period, their services were dispensed with by issuing an order in a similar format filling-up the blank lines purportedly after issuing show

29. Those petitioners who are continuing in terms of the interim order passed by the Court in their cases, shall continue to perform their duties and be also entitled to received salary from the date it was stopped by the respondents. The salary shall be released within a period of two months. The petitioners would be also entitled to receive interest at the arrears of salary. rate of 6% of their 30. Those petitioners whose services were dispensed with shall be entitled to reinstatement with continuity in service and would be also entitled to payment of their salary as above. However, for the period they have not worked, they will be only given benefit of notional salary following principles of no work no pay. The petitioners would be now allowed to continue as regular teachers as per the scheme. The petitioners shall be granted the same status as granted to other volunteers of the Taleemi Markaz who have been taken over by the State Government.”

अनुमंडल स्तरीय आर टी पी एस काउन्टर पर लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम के तहत प्रथम अपील दर्ज नहीं किया जाता, आवेदिका परेशान

सीतामढ़ी सदर अनुमंडल स्तरीय आर टी पी एस काउन्टर पर लोक सेवाओं का अधिकार अधिनियम के तहत प्रथम अपील दर्ज नहीं किया जाता है जिस को लेकर परेशान आवेदिका श्रीमती उषा कुमारी पति गोविन्द मुखिया ग्राम-बारा ,पंचायत-कोइरिया पिपरा, अंचल-परिहार, थाना-परिहार ,प्रखण्ड-परिहार, अनुमंडल सीतामढ़ी सदर, ज़िला सीतामढ़ी सामान्य प्रशासन विभाग बिहार के प्रधान सचिव को आवेदन भेज कर कार्रवाई की गुहार लगाई है।
आवेदन पत्र में आवेदिका ने लिखा है कि राशन कार्ड में संशोधन हेतु दिनांक- 30/07/2022 को RTPS COUNTER परिहार के माध्यम से आवेदन की थी जिसका आवेदन संख्या 070611041052201956 date 30/07/2022 है।
सेवा प्रदान करने की प्रस्तावित तिथि- 06/09/2022 थी परन्तु निर्धारित समयावधि के अंदर सेवा प्रदान नहीं होने पर पावती में अंकित प्रथम अपीलीय अधिकारी ज़िला पदाधिकारी सीतामढ़ी के समक्ष फस्ट अपील दर्ज कराने हेतु ज़िला समाहरणालय सीतामढ़ी स्थित RTPS काउन्टर पर दिनांक- 20/09/2022 को गई लेकिन प्रथम अपील दर्ज नहीं हो सका कारण एरर बतलाया जाता है।RTPS काउंटर पर मौजूद कर्मी ने बतलाया कि लोक सेवाओं का अधिकार के तहत इस सेवा के लिए नियमतः प्रथम अपीलीय अधिकारी अनुमंडल पदाधिकारी होते हैं।(जबकि पावती में ज़िला पदाधिकारी अंकित है )
मैं प्रथम अपील दर्ज कराने अनुमंडल कार्यालय स्थित RTPS काउंटर पर गई वहाँ एक लाइन में जवाब दिया गया कि यहाँ इस सेवा का प्रथम अपील दर्ज नहीं किया जाता है आप सामान्य प्रशाखा(अनुमंडल पदाधिकारी सीतामढ़ी सदर) में आवेदन दें सामान्य प्रशाखा में आवेदन देने गई मगर वहाँ आवेदन नहीं लिया गया।मैं SDO सीतामढ़ी सदर के मोबाइल पर भी कई बार रिंग की परन्तु RECIEVE नहीं किया गया।आखिर थक हार कर प्रथम अपील दर्ज करने हेतु ज़िला पदाधिकारी सीतामढ़ी के कार्यालय में आवेदन पत्र जमा करा दी।
अनुमंडल पदाधिकारी सीतामढ़ी सदर के rtps काउंटर और सामान्य प्रशाखा में आवेदन नहीं लेने पर आवेदन को स्पीड पोस्ट EF483517771IN के माध्यम से अनुमंडल पदाधिकारी सीतामढ़ी सदर को भेज दी हूँ।

                    

गुरुवार, सितंबर 22, 2022

اکیلے ہوتے جاؤ گے

( اکیلے ہوتے جاؤ گے.. )

کسی سے اونچا بولو گے..!!
کسی کو  نیچا سمجھو گے..!
کسی کے حق کو مارو گے..!
بھرم ناحق دکھاؤ گے...!!
تو لوگوں کو گنواؤ گے..!!
اکیلے ہوتے جاؤ گے...!!

ذرا سی دیر کو سوچو..!!
زباں کو روک کر دیکھو..!
تسلی سے سنو سب کی..!
تسلی سے کہو اپنی....!!
جو یونہی طیش کھاؤ گے..!
اکیلے ہوتے جاؤ گے...!!

عقل مندوں کا کہنا ہے..!!
یہ دنیا اک کھلونا ہے..!!
بساطِ بے ثباتی ہے...!!
تمناؤں کی گھاٹی ہے..!
جو خواہش کو بڑھاؤ گے..!
اکیلے ہوتے جاؤ گے...!!

یہ جتنے رشتے ناطے ہیں..!
اثاثہ ہی بناتے ہیں...!!
محبت آزماتے ہیں...!!
محبت بانٹ جاتے ہیں..!
جو اِن سے دور جاؤ گے..!
اکیلے ہوتے جاؤ گے....!!💙

बुधवार, सितंबर 21, 2022

Oral Order CWJC 16495/2018

The respondents are directed to file counter affidavit within four weeks. Rejoinder, if any, may be filed within two weeks thereafter. Status quo maintained, in the meantime. existing a s on today, shall be List after completion of the pleadings. 

शुक्रवार, सितंबर 16, 2022

मध्य विद्यालय परिहार में पदस्थापित दो शिक्षिका 2017 से ही बिना सूचना अनुपस्थित फिर भी हो रहा वेतन भुगतान

परिहार (सीतामढ़ी)| मध्य विद्यालय परिहार में पदस्थापित दो शिक्षिका क्रमशः श्रीमती विभा कुमारी और श्रीमती धर्मशिला कुमारी वर्ष 2017 से ही बिना सूचना अनुपस्थित चल रही हैं फिर भी प्रधानाध्यापक/प्रखण्ड शिक्षा कार्यालय/ज़िला कार्यक्रम स्थापना कार्यालय की मिलीभगत से बिना सूचना अनुपस्थित दोनों शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान हो रहा है।
ज्ञात हो कि अगर कोई शिक्षक/शिक्षिका लगातार 90 दिनों तक विद्यालय से बिना सूचना के अनुपस्थित रहता/रहती है तो संस्था प्रधान को कार्रवाई हेतु नियोजन ईकाई को पत्र लिखे जाने का प्रावधान है परन्तु उक्त मामले में अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है बल्कि हर साल सेवा पुस्तिका की सम्पुष्टि भी की जा रही है और UDISE भी बिना रिमार्क्स के शिक्षा विभाग को प्रधान द्वारा जमा किया जा रहा है।नाम नहीं छापने पर इस मामले को जानने वाले एक जानकर ने बतलाया कि दोनों शिक्षिकाओं के बिना सूचना विद्यालय से अनुपस्थित रहने की जानकारी तत्कालीन व वर्तमान प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी परिहार, ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी( स्थापना) सीतामढ़ी को साक्ष्य के साथ दे कारवाई का अनुरोध किया गया था परन्तु मामले को दबा दिया गया। कारवाई हो तो भी कैसे ? जब संलिप्तता कार्रवाई करने वाले की स्वंय की हो। आज की तिथि में भी दोनों शिक्षिका बिना सूचना अनुपस्थित हैं।
" विद्यालय प्रधान, प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) की मिलीभगत से अब तक शिक्षा विभाग को 2×42000×69  कुल 5796000(संतावन लाख छियानवे हज़ार)  का वेतन भुगतान करवा चुना लगाया जा चुका है और यह सिलसिला कब तक चलेगा कहा नहीं जा सकता। " ये हाल प्रखण्ड के मुख्यालय में स्थित मध्य विद्यालय परिहार का है जो प्रखण्ड शिक्षा कार्यालय के दीवार से संलग्न है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सम्पूर्ण प्रखण्ड में जो विद्यालय सुदूर इलाके में स्थित है उसका क्या हाल हो सकता है।

 इसी प्रकार BMC मकतब परिहार में एक शिक्षिका लग भग 7 से 8 वर्षों तक विद्यालय से बिना सूचना अनुपस्थित थी उसका भी अन्यत्र विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति दिखा वेतन भुगतान करवा कर शिक्षा विभाग को लाखों का चूना लगाया जा चुका है।
मध्य विद्यालय एकडण्डी उर्दू में श्रीमती शिखा नाम की पदस्थापित शिक्षिका जो अपने पदस्थापना काल से ही अन्यत्र प्रतिनियुक्ति में ही रहती है |या ऑफिस मैनेज कर वेतन भुगतान पा रही है ? कहा नहीं जा सकता।


परिहार (सीतामढ़ी)| मध्य विद्यालय परिहार में पदस्थापित दो शिक्षिका क्रमशः श्रीमती विभा कुमारी और श्रीमती धर्मशिला कुमारी वर्ष 2017 से ही बिना सूचना अनुपस्थित चल रही हैं फिर भी प्रधानाध्यापक/प्रखण्ड शिक्षा कार्यालय/ज़िला कार्यक्रम स्थापना कार्यालय की मिलीभगत से बिना सूचना अनुपस्थित दोनों शिक्षिकाओं का वेतन भुगतान हो रहा है।
ज्ञात हो कि अगर कोई शिक्षक लगातार 90 दिनों तक बिना सूचना के अनुपस्थित रहता/रहती है तो संस्था प्रधान को कार्रवाई हेतु नियोजन ईकाई को पत्र लिखे जाने का प्रावधान है परन्तु उक्त मामले में अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं किया गया है बल्कि हर साल सेवा पुस्तिका की सम्पुष्टि भी की जा रही है और UDISE भी बिना रिमार्क्स के शिक्षा विभाग को प्रधान द्वारा जमा किया जा रहा है।नाम नहीं छापने पर इस मामले को जानने वाले एक जानकर ने बतलाया कि दोनों शिक्षिकाओं के बिना सूचना विद्यालय से अनुपस्थित की जानकारी तत्कालीन व वर्तमान प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी परिहार, ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, सीतामढ़ी को साक्ष्य के साथ दे कारवाई का अनुरोध किया था परन्तु मामले को दबा दिया गया। कारवाई हो तो भी कैसे ? जब संलिप्तता कार्रवाई करने वाले की स्वंय की हो। आज की तिथि में भी दोनों शिक्षिका बिना सूचना अनुपस्थित हैं।
" विद्यालय प्रधान, प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी, ज़िला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) की मिलीभगत से अब तक शिक्षा विभाग को 2×42000×69  कुल 5796000 का वेतन भुगतान करवा चुना लगाया जा चुका है और यह सिलसिला कब तक चलेगा कहा नहीं जा सकता। " ये हाल प्रखण्ड के मुख्यालय में स्थित मध्य विद्यालय परिहार का है जो प्रखण्ड शिक्षा कार्यालय के दीवार से संलग्न है इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सम्पूर्ण प्रखण्ड में जो विद्यालय सुदूर इलाके में स्थित है उसका क्या हाल हो सकता है इसी प्रकार BMC मकतब परिहार में एक शिक्षिका लग भग 7 से 8 वर्षों तक विद्यालय से बिना सूचना अनुपस्थित थी उसका भी अन्यत्र विद्यालयों में प्रतिनियुक्ति दिखा वेतन भुगतान करवा कर शिक्षा विभाग को लाखों का चूना लगाया जा चुका है।


रविवार, सितंबर 04, 2022

प्रखण्ड मुख्यालय से लेकर बैंक तक जल जमाव निकासी का स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए

परिहार(सीतामढ़ी) ।माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार बिहार सरकार पटना
उक्त ये तीनों चित्र जो देख रहे हैं सीतामढ़ी के परिहार प्रखण्ड मुख्यालय का है इसी मार्ग के किनारे SBI, SBI ATM, MS परिहार,प्रखण्ड संसाधन केंद्र , 10+02 SGH SCHOOL,प्रखण्ड व अंचल कार्यालय थाना और अन्य कार्यालय अवस्थित है लेकिन इस मार्ग को अपने दयनीय हालत में छोड़ दिया गया है।आने - जाने में दुश्वारी की वजह से छात्र विद्यालय जाने से कतराते हैं और नहीं जाते।
मार्ग के पूर्वी किनारे से सड़क के सतह से  दो से लेकर ढ़ाई फ़ीट तक लग- भग 68 लाख की लागत से नाली निर्माण करवा दिया गया है जिससे अब पानी सड़क पर ही लगा रहता है और नहर का रूप धारण कर लिया है।
पानी निकासी का स्थायी समाधान किया जाए साथ ही साथ मार्ग के सतह से ऊंचा नाली निर्माण कराने वाले तकनीकी सहायक पर प्राथमिकी दर्ज की जाए।मालूम हो कि रुन्नीसैदपुर - भिस्वा पथ वर्ष 2013 में स्टेट हाई वे को हस्तांतरित किया जा चुका है और पथ का ये क्षेत्र भी स्टेट हाई वे के अंतर्गत आता है पथ की मरम्मती, आवागमन सुगम बनाने की ज़िम्मेदारी स्टेट हाई वे की है।
माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार बिहार सरकार पटना
उक्त ये तीनों चित्र जो देख रहे हैं सीतामढ़ी के परिहार प्रखण्ड मुख्यालय का है इसी मार्ग के किनारे SBI, SBI ATM, MS परिहार,प्रखण्ड संसाधन केंद्र , 10+02 SGH SCHOOL,प्रखण्ड व अंचल कार्यालय थाना और अन्य कार्यालय अवस्थित है लेकिन इस मार्ग को अपने दयनीय हालत में छोड़ दिया गया है।आने - जाने में दुश्वारी की वजह से छात्र विद्यालय जाने से कतराते हैं और नहीं जाते।
मार्ग के पूर्वी किनारे से सड़क के सतह से  दो से लेकर ढ़ाई फ़ीट तक लग- भग 68 लाख की लागत से नाली निर्माण करवा दिया गया है जिससे अब पानी सड़क पर ही लगा रहता है और नहर का रूप धारण कर लिया है।पानी निकासी का स्थायी समाधान किया जाए साथ ही साथ मार्ग के सतह से ऊंचा नाली निर्माण कराने वाले तकनीकी सहायक पर प्राथमिकी दर्ज की जाए।मालूम हो कि रुन्नीसैदपुर - भिस्वा पथ वर्ष 2013 में स्टेट हाई वे को हस्तांतरित किया जा चुका है और पथ का ये क्षेत्र भी स्टेट हाई वे के अंतर्गत आता है पथ की मरम्मती, आवागमन सुगम बनाने की ज़िम्मेदारी स्टेट हाई वे की है।