शनिवार, मई 06, 2017

ब्रेकिंग न्यूज़:- पुपरी अंचल पुलिस इंस्पेक्टर नितेन्द्र कुमार विजिलेंस के हत्थे चढ़े

सीतामढी! पुपरी अंचल पुलिस इंस्पेक्टर नितेन्द्र कुमार को 6000/ हजार घूस लेते  विजिलेंस ने किया गिरफ्तार किया है। 
" पुलिस महकमा में हड़कंप "

 बथनाहा थाना कांड संख्या 111/17 के पर्यवेक्षण के लिए पुपरी पुलिस अंचल कार्यालय के निरीक्षक नितेन्द्र कुमार  कमलदह निवासी मो सन्नाउल्लाह से छह हजार घूस ले रहे थे।धावा दल का नेतृत्व विजिलेंस डी एस पी महाराजा कनिष्क कुमार सिंह ने किया। औपचारिक कार्रवाई के बाद घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार पुलिस निरीक्षक को धावा दल सीधे पटना के लिए रवाना हो गई जहाँ विजिलेंस का मुख्यालय है दस्तावेज़ी खाना पूरी के पश्चात उत्तर बिहार स्थित मुज़फ़्फ़रपुर विजिलेंस अदालत में पेश किया जाएगा जहाँ से खुदी राम बोस कार भेजा जाएगा।सीतामढ़ी जिला में ये कोई पहली कार्रवाई नही है इस से पहले भी कई पदाधिकारी विजिलेंस के हत्थे चढ़ चुके हैं मगर मज़ाल के सीतामढ़ी ज़िला में भ्रष्टाचार में कमी आई हो।

बुधवार, मई 03, 2017

समायोजन की अभिलाषा लिए रानीगंज प्रखण्ड के टोला सेवक पंचानंद ऋषि देव का निंधन

शिक्षक के रूप में विद्यालय में समायोजन की अभिलाषा लिए रानीगंज प्रखंड के टोला सेवक पंचानंद ऋषि देव का आज  निंधन हो गया।मोहम्मद कमरे आलम सीतामढ़ी और मो. गालिब जिला अ० अररिया तालीमी मरकज संघ रानीगंज प्रखंड के टोला सेवक पंचानंद ऋषि देव के निंधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। और साथ ही सरकार से शोका कुल परिवार को अविलम्ब अनुग्रह अनुदान राशि निर्गत करने और परिवार के एक सदस्य को बहाल करने की माँग की है।

मंगलवार, मई 02, 2017

लोक शिक्षा केन्द्रों को गतिशील करने को लेकर बैठक का आयोजन

पंचायत लोक शिक्षा केंद्रों और अक्षर आँचल योजना केन्द्रों को गतिशील और क्रियात्मक रूप देने को लेकर लेकर प्रखण्ड संसाधन केन्द्र परिहार के सभा कक्ष में टोला सेवक, शिक्षा स्वयं सेवी और प्रेरकों की संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया।जिला से आए मुख्य कार्यक्रम समन्वयक सह सचिव साक्षर भारत मिशन सीतामढ़ी नागेंद्र पासवान ने विस्तार से चर्चा की।सम्बंधित कार्यरत टोला सेवक और शिक्षा स्वयं सेवी को दो दिन के अन्दर बीस-बीस महिलाओं की सूची जमा करने का निदेश दिया गया ताकि महिलाओं का साक्षरता केन्द्र शुरू करवाया जा सके।उन्होंने ने दस्तावेज़ीकरण पर खासा जोड़ दिया और कहा कि दस्तावेज़ीकरण किसी भी कार्यक्रम की सफलता की रीढ़ होती है।बैठक में प्रखण्ड कार्यक्रम समन्वयक अर्चना कुमारी, लेख समन्वयक दुखा बैठा, के आर पी वीरेन्द्र कुमार, शिक्षा स्वयं सेवी मोहम्मद कमरे आलम, टोला सेवक महेन्द्र बैठा आदि उपस्थित थे।

सोमवार, मई 01, 2017

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शनिवार, अप्रैल 22, 2017

22 मई 2017 को हिंदुस्तान के शिल्प कार महान शासक और बिहार के सपूत शेर शाह सूरी के वफात के 472 वर्ष

22 मई 2017 को हिंदुस्तान के शिल्प कार महान शासक और बिहार के सपूत शेर शाह सूरी के वफात को पुरे 472 वर्ष हो जायेंगे।
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शाह सूरी (1472-22 मई 1545) (फारसी/पश्तो: فريد خان شير شاہ سوري, जन्म का नाम फ़रीद खाँ) भारत में जन्मे पठान थे, जिन्होनें हुमायूँ को 1540 में हराकर उत्तर भारत में सूरी साम्राज्य स्थापित किया था। शेरशाह सूरी ने पहले बाबर के लिये एक सैनिक के रूप में काम किया था जिन्होनें उन्हे पदोन्नति कर सेनापति बनाया और फिर बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया। 1537 में, जब हुमायूँ कहीं सुदूर अभियान पर थे तब शेरशाह ने बंगाल पर कब्ज़ा कर सूरी वंश स्थापित किया था।[2] सन् 1539 में, शेरशाह को चौसा की लड़ाई में हुमायूँ का सामना करना पड़ा जिसे शेरशाह ने जीत लिया। 1540 ई. में शेरशाह ने हुमायूँ को पुनः हराकर भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया और शेर खान की उपाधि लेकर सम्पूर्ण उत्तर भारत पर अपना साम्रज्य स्थापित कर दिया।[3]

एक शानदार रणनीतिकार, शेर शाह ने खुद को सक्षम सेनापति के साथ ही एक प्रतिभाशाली प्रशासक भी साबित किया। 1540-1545 के अपने पांच साल के शासन के दौरान उन्होंने नयी नगरीय और सैन्य प्रशासन की स्थापना की, पहला रुपया जारी किया है, भारत की डाक व्यवस्था को पुनः संगठित किया और अफ़गानिस्तान में काबुल से लेकर बांग्लादेश के चटगांव तक ग्रांड ट्रंक रोड को बढ़ाया।[4] साम्राज्य के उसके पुनर्गठन ने बाद में मुगल सम्राटों के लिए एक मजबूत नीव रखी विशेषकर हुमायूँ के बेटे अकबर के लिये।

सोमवार, अप्रैल 17, 2017

विद्यालय भवण निर्माण में अनियमितता

परिहार सीतामढ़ी परिहार गाँधी उच्च विद्यालय परिहार में कार्यालय कक्ष और भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है जिस में प्राकलन का अनुपालन नही कर अनियमितता बरती जा रही है।जब भवन निर्माण में कार्य कर रहे मिस्त्री/मज़दूर से पूछा गया कि बालू और सीमेंट कितना मिलाते हो तो स्पष्ट कहा कि 1/7 के अनुपात में जुड़ाई का कार्य हो रहा है मगर देखने से ऐसा प्रतित नही होता है जुड़ाई का अनुपात कुछ और ही लगता है इतना ही नही जुड़ाई भी सही ढंग से नही किया जा रहा है।निर्माण स्थल पर साइन बोर्ड और प्राक्कलन का भी प्रदर्शन नही किया गया है।ये हाल तब है जब बिहार के माननीय मुख्यमंत्री ताजमहल की तरह भवण निर्माण की कामना रखते हैं 

शुक्रवार, अप्रैल 14, 2017

परिहार गाँधी उच्च विद्यालय में गुणवत्ता विहीन भवन निर्माण कार्य जारी

परिहार सीतामढ़ी परिहार गाँधी उच्च विद्यालय परिहार में कार्यालय कक्ष और भवन निर्माण कार्य किया जा रहा है जिस में प्राकलन का अनुपालन नही कर अनियमितता बरती जा रही है।जब भवन निर्माण में कार्य कर रहे मिस्त्री/मज़दूर से पूछा गया कि बालू और सीमेंट कितना मिलाते हो तो स्पष्ट कहा कि 1/7 के अनुपात में जुड़ाई का कार्य हो रहा है मगर देखने से ऐसा प्रतित नही होता है जुड़ाई का अनुपात कुछ और ही लगता है इतना ही नही जुड़ाई भी सही ढंग से नही किया जा रहा है।निर्माण स्थल पर साइन बोर्ड और प्राक्कलन का भी प्रदर्शन नही किया गया है।ये हाल तब है जब बिहार के माननीय मुख्यमंत्री ताजमहल की तरह भवण निर्माण की कामना रखते हैं ।