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बुधवार, दिसंबर 14, 2016

3 शिक्षकों के जिम्मे 616 बच्चों के पढाई की ज़िम्मेदारी

मोहम्मद राशिद

बिहार

वो दोपहर लगभग 12 बजे का समय था जब मैं स्कूल के पास पहुँचा। जैसे जैसे स्कूल की तरफ बढ़ रहा था स्कूल की दयनीय स्थिति साफ होती जा रही थी। कुछ आगे बढ़ने पर गाय- भैंस के दर्शन भी हो गए जो स्कूल परिसर में ही बंधी थी और बार बार आवाज पर आवाज लगा रही थी। क्या मालुम स्कूल के बच्चो को बुला रही थी या शिक्षको को, तभी अचानक स्कूल के बोर्ड पर नजर पड़ी जहां लिखा था“उत्क्रमित मध्य विद्धालय कुशैल”।

ये बिहार के जिला सीतामढ़ी मुख्यालाय से लगभग 31किलोमीटर दूर पूरब में पुपरी अंचल के भिट्ठा धरमपुर पंचायत के कुशैल गांव के वार्ड नंबर 14 में स्थित है। लगभग 6 कट्ठे में फैले दो मंजिल विशाल इमारत को देख कर ही लग रहा था कि यहां सब कुछ विशेष होगा। इसी विशेषता को जानने की उत्सुकता लेकर विद्धालय में प्रवेश किया। सबसे पहले मेरी मुलाकात विद्धालय की प्रधान अध्यापक श्रीमती मंजू कुमारी से हुई। विद्धालय की जानकारी लेते हुए मैंने पुछा विद्धालय की हालत ऐसी क्यों दिख रही है। क्या आप लोगो को इससे परेशानी नहो होती?थोड़े गुस्से और थोड़ी विनम्रता के साथ उन्होने जवाब दिया “वो तो होगी ही आप ही देखिये विद्धालय के चारो ओर दिवार नही है। इसका अपना रास्ता भी नही है जिससे बारिश के मौसम में हमलोगों को आने जाने में बहुत दिक्कत होती है। 616 बच्चों पर सिर्फ दो चापाकल लगा हैं जिसमें से एक खराब है। 7 कमरे हैं एक कमरे को हम ऑफिस की तरह इस्तेमाल करते हैं”। स्कूल का अपना ऑफिस नही है क्या?पुछने पर मंजू कुमारी कहती हैं“होता तो हम ऐसा क्यों करते”। अच्छा कितने शिक्षक हैं यहां।“सिर्फ तीन एक मैं, दुसरे शिक्षक श्री राजेश दास जो आजकल अपनी ड्यूटी बीईओ (ब्लॉक शिक्षा अधिकारी) के कार्य़ालय में दे रहे हैं। जबकि तीसरी शिक्षिका शीला कुमारी आज नही आई हैं”। मंजु कुमारी ने जवाब दिया।

बच्चें 616 और शिक्षक सिर्फ तीन?चौंक कर मैने ये सवाल किया।“नही नही रोज सारे बच्चे थोड़े आते है कम ज्यादा तो होते ही रहता है”। घबराते हुए मंजु कुमारी ने कहा।

तब भी बच्चों को संभालना मुश्किल तो होता होगा? पुछने पर बताया हां ऑफिस से जब लोग आए थें तो बोले थें कि और शिक्षक सब आएगा लेकिन अभी तक कोई आया नही ता हम का करें। जब भी बीईओ के ऑफिस से कोई आता है तब हम सारी समस्याओं को बताते हैं लेकिन कोई कुछ कर ही नही रहा है। ओह और बच्चों का वजन और लंबाई तो बराबर चेक होता होगा ? “हां हर तीन महिने पर तौल लेते हैं अब सभी काम का हम हीं लोग करेंगें”।       

फिर स्कूल की वास्तविक स्थिति जानने के लिए कुछ बच्चों से बात की। जब चौथी कक्षा के सुनील कुमार से पुछा कि “आज कौन सा दिन है” तो वो गुरुवार को शनिवार कह रहा था। दुसरे छात्र ईद मुबारक हुसैन ने बताया कि “यहां पर पढ़ाई ठिक से नही होती है। हमलोगो का अलग अलग क्लास रुम नही है। जो स्कूल नही आता है उसकी भी हाजिरी बन  जाती है”।  

सांतवी मे पढ़ने वाले सतीश कुमार कहता है “स्कूल मे पहले तीन शिक्षक थें अब दो ही हैं शिक्षक की कमी के कारण सब बच्चों को किसी तरह दो ही क्लास मे पढ़ाया जाता है। इससे हमें बहुत परेशानी होती है। बाकी की कमरा खाली पड़ा है। जिसमें गंदगी के सिवा कुछ भी नही है।  विद्धालय परिसर में बहुत कुड़ा कचरा पड़ा रहता है। विद्धालय के चारो ओर दिवार भी नही है जिस कारण सुरक्षा तो दूर की बात है आस-पास के लोग गाय- भैंस को लाकर विद्धालय परिसर में बांध देते हैं, और गंदगी होती है”।

सांतवी कक्षा मे पढ़ने वाली करिशमा कुमारी जिसकी उम्र 14 वर्ष है कहती हैं “यहां लड़कियों के लिए अलग से शौचालय नही है। हमें बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक ही शौचालय है लेकिन उसमें पानी ले जाने के लिए न तो बाल्टी है न ही मटका। शौचालय से आने के बाद हाथ धोने के लिए साबुन भी नही है”।

 13 वर्ष के पप्पु ने बताया  “स्कूल में बिजली है, सब कमरें में वाईरिंग भी है लेकिन सिर्फ ऑफिस मे पंखा और बल्ब लगा हुआ है।“

मधु कुमारी कक्षा आठ की छात्रा उम्र 14 वर्ष कहती है “मैडम छोटे बच्चों को तो पढ़ाती ही नही और बड़े बच्चों को थोड़ा बहुत पढ़ाती है होम वर्क देने के बाद 6-7 दिनों के बाद ही चेक करती है। रोज रोज नही करती”।

विद्धार्थी संजीव कुमार ने बताया"दो वर्षो में मुश्किल से हमलोगो का वजन तौला जाता है। विनोद, रिंकु-कुमारी ने भी यही बताया कि“वजन सही से नही तौला जाता। रिंकु ने ये भी कहा कि "हम लोगो को मिड डे मिल रुटीन के हिसाब से नही मिलता है। जिस जिन दाल, चावल, सब्जी बनाना होता है उस दिन चोखा खीचरी बनता है। और खाना भी भर पेट नही दिया जाता है। दाल भी बहुत पतली होती है जो खाने में अच्छा नही लगता। सब्जी भी सही से नही बनती है। चावल से कभी कभी बदबु आती है"।

उशा कुमारी चौथी की छात्रा कहती है कि “मीड डे मील सही से नही मिलता खाना अच्छा नही लगता।प्लेट इतना गंदा होता है कि हम लंच के समय घर से ही प्लेट ले आते हैं।स्कूल में साफ सफाई भी नही रहता है  बरसात के मौसम में बहुत बदबू आती है"।

पता करने पर पाया कि विद्धालय में खाना बनाने के लिए पांच रसोईयों की नियुक्ति की गई थी। जिसमें से दो रसोईयाँ ही उपस्थित थें। उन्होने कहा कि "स्कूल की हेडमास्टर स्कूल से घर चली जाती हैं और हमलोग चार बजे तक रहते हैं”।  

60 वर्ष के लक्षमण महतो कहते हैं“हमारे तीन बच्चें पढ़ने जाते हैं लेकिन पढ़ाई नही होती। 45 वर्षिय राखी देवी कहती हैं “मास्टर है ही नही है ता पढ़ाई कैसे होगा। मेरे पोते राहुल, और सुरज वहीं पढ़ने जाते हैं। और पोती कहती है कि दादी हम खुद से ही प्लेट धोते हैं”।भिट्ठा धरमपुर पंचायत के उपमुखिया राम नाथ यादव ने कहा कि “अभी शिक्षक की कमी है उसी हिसाब से पढ़ाई होती है”।

प्रधान अध्यापक  की बातें और छात्रों की बातों के बीच का अंतर ये समझने के से काफी है कि स्कूल की वास्तविक स्थिति क्या है।      यूँ तो देश के पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉक्टर ए.पी.जे अबदुल कलाम आजाद ने सोचा था कि हमारे देश का हर एक नागरिक शिक्षित बने पर“उत्क्रमित मध्य विद्धालय कुशैल”का हाल देखकर ऐसा लगता है कि ये सपना उस समय तक पूरा नही हो सकता जबतक शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ा हर एक व्यक्ति अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जिम्मेदार न बन जाए। (चरखा फीचर्स)

रविवार, दिसंबर 11, 2016

15 दिसम्बर तक सीतामढ़ी के सभी सरकारी ग़ैर सरकारी स्कूलों में पठन पाठन रहेंगे बन्द

जिला शिक्षा पदाधिकारी सीतामढ़ी ने ज्ञापाक 2634 दिनांक12/12/2016 जारी कर सीतामढ़ी के सभी सरकारी ग़ैर सरकारी स्कूलों में पठन पाठन शीत लहर को देखते हुए स्थगित रखने का आदेश 15 दिसम्बर तक दिया  है।ठण्ड को देखते हुए 9/10/11/13 दिसम्बर को भी शिक्षण कार्य स्थगित किया गया था। जिला पदाधिकारी के आदेश पर जिला शिक्षा पदाधिकारी  ने 1से 8 तक के सभी विद्यालयों में शिक्षण कार्य बंद किया गया है,परन्तु सभी शिक्षक शिक्षिका विद्यालय में हाज़िर रहकर सरकार को भेजे जाने वाले प्रतिवेदन तथा सर्व शिक्षा अभियान की गतिविधियों उपयोगिता प्रमाण पत्र तैयार करेंगे।

गुरुवार, दिसंबर 08, 2016

ठंड को देखते हुए तत्काल विद्यालय बन्द किया जाए -प्रकाश कुमार

प्रकाश कुमार जिला अध्यक्ष नगर पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी सीतामढ़ी को आवेदन दे कर जिला में पड़ रहे ठण्ड को देखते हुए सभी विद्यालयों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का अनुरोध किया है उन्होंने पत्र में लिखा है सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे ग़रीब तबके के होते हैं जिन के पास कपड़े की समुचित व्यवस्था नही होती है जिस से बच्चों के सेहत पर प्रतिकूल असर पड़ने का खतरा है।उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज़ में आगे लिखा है अगर आवेदन पर कार्रवाई नहीं होती है और किसी तरह की अप्रिय घटना होती है तो इस के लिए शिक्षक समुदाय और संगठन ज़िम्मेदार नहीं होगा ।

मंगलवार, दिसंबर 06, 2016

बैंक कर्मी शिक्षकों की समस्याओं का करें निराकरण- प्रकाश कुमार

प्रकाश कुमार जिला अध्यक्ष बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ ने बैंक के अधिकारी से विनम्रता पूर्वक अनुरोध किया है कि स्थापना कार्यालय से जो भी पोजेटिभ बैंक मे महीनों से पड़ा हुआ है उस पर  अबतक कोई कारवाई भवदीय स्तर से नहीं किया जा रहा है।ज्ञातव्य हो कि पोजेटिभ सूची मे भी शिक्षकों का वेतन भुगतान ही होता है।एक तो सरकार द्वारा समय पर वेतन नहीं दिया जाता है , जब वेतन आता भी है तो बैंक के द्वारा भी टालमटोल कर भुगतान किया जाता है।इस संदर्भ मे कई बार रौशन जी एवं कुशल अधिकारी सुशांत बाबू को  कहा  है। 5.12.2016 को नवंबर माह के वेतन हेतु राशि भी स्थापना कार्यालय से बैंक को भेजा जा चुका है।बावजूद अबतक पोजेटिभ अथवा वेतन भुगतान के लिए पहल नहीं किया जाना बेहद ही दुखद है साथ ही जिले के कई ब्रांच से शिकायत आ रही है की बैंक अधिकारी शिक्षकों के साथ अमर्यादित व्यवहार कर रहे हैं।छेत्रीय अधिकारी से आग्रह है कि सभी बैंक के मैनेजर के साथ बैठक कर शिक्षकों को सम्मानित करने का पाठ पढाएं।उपरोक्त समस्याओं का निराकरण हेतु यदि पहल नहीं किया जाता है तो संगठन बाध्य होकर शिक्षक हित के लिए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के माध्यम से निराकरण करेगा।जिसकी सारी जबावदेही बैंक अधिकारियों की होगी।

मंगलवार, नवंबर 29, 2016

शिक्षकों के राशि भुगतान को लेकर संघ ने कड़ी आपत्ति जताई

जिलाध्यक्ष प्रकाश कुमार के साथ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक को समस्याओं से अवगत कराया गया।जिले के सभीक्ष ग्रामीण बैंक मे शिक्षकों वेतन की राशि भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा जिससे तमाम शिक्षकों मे आक्रोश व्याप्त है।जिलाध्यक्ष ने कड़े शब्दों मे क्षेत्रीय प्रबंधक को अविलंब इस संदर्भ मे ठोस पहल करने का मांग किया।जिस पर उन्होंने सकारात्मक रुख अख्तियार करते हुए कहा कि हम भी आप सभी के लिए चिंतित है ।जल्द ही सभी बैंक को राशि उपलब्ध कराया जाएगा।मौके पर परिहार प्रखंड अध्यक्ष फिरोज आलम ,परिहार प्रखंड कोषाध्यक्ष बिजय जी एंव कन्हैया जी मौजूद थे।

गुरुवार, नवंबर 10, 2016

तालीमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी को नौ महीने से मानदेय भुगतान नही, भूखमरी के शिकार

सीतामढ़ी जिला में जनवरी 2016 से जुलाई 2016 तक में बहाल शिक्षा स्वयं सेवी का मान देय लंबित है, मानदेय लंबित होने से भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है।
निदेशक जन शिक्षा बिहार पटना से सहानुभूति पूर्वक ध्यान देते हुए लंबित मानदेय राशि विमुक्त करने का अनुरोध मो०कमरे आलम
परिहार, सीतामढ़ी, बिहार, ने ईमेल भेज कर किया है।

बुधवार, सितंबर 14, 2016

प्रखणड शिक्षा पदाधिकारी परिहार के तुगलकी फरमान से नवोदय विद्यालय परीक्षा का आवेदन जमा कराना हुआ दुशवार

परिहार  (सीतामढी ) प्रखणड शिक्षा पदाधिकारी परिहार के तुगलकी फरमान से नवोदय विद्यालय परीक्षा का आवेदन जमा कराना  दुशवार हो गया है।
           परीक्षा फार्म प्रखणड शिक्षा पदाधिकारी के पास जमा कराने की आखिरी तिथि 16/09/16 है बीईओ ने तुगलकी परमानंद जारी कर रखा है कि आवेदन प्रधानाध्यापक नामांकन पंजी लेकर आएंगे तभी जमा किया जाएगा जबकि आवेदन में निर्देश है कि आवेदक प्रधान से दस्तखत करा कर आवेदन प्रखणड शिक्षा पदाधिकारी के पास जमा करा पावती ले लेंगे ।

सोमवार, सितंबर 12, 2016

बेलसंड प्रखणड कमिटी का गठन

परिवर्तनकारी प्रारम्भिक शिक्षक संघ सीतामढ़ी की ओर से बेलसंड प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विधालय  में प्रखंड कमिटी का गठन किया गया । जिसकी अध्यक्षता जिला सचिव  सह प्रधानाध्यापक शशि रंजन ने की । बैठक को प्रदेश संयुक्त सचिव राम कलेवर , जिला अध्यक्ष पवन कुमार , जिला महासचिव शशि रंजन सुमन , कोषाध्यक्ष राजेश कुमार , उपाध्यक्ष विनोद यादव व सजंय कुमार , सचिव मो . अकील संयुक्त सचिव राकेश पासवान , प्रवक्ता मो. नजीवुल्लाह ने सम्बोधित किया ।
      बैठक में शशि रंजन को जिला सचिव तथा पूर्व अध्यक्ष सजंय राय को अनुमण्डल सचिव बनाया गया । वही प्रखंड अध्यक्ष सुबोध कुमार , महासचिव दिनेश कुमार , संयोजक हेमंत कुमार , सह संयोजक अभय कुमार , प्रवक्ता रितेश कुमार व मो. जफिर आलम , उपाध्यक्ष दया शंकर सिंह व वरुण कुमार सिंह , सचिव मो. अंजिमुद्दीन राइन व नरेंद्र कुमार , संयुक्त सचिव राम प्रवेश राम , सह कोषाध्यक्ष दीपक कुमार सिंह को बनाया गया ।
               इस अवसर पर उपस्थित सभी सदस्यों ने नगर पंचायत प्रारम्भिक शिक्षक संघ की सदस्यता को छोड़ कर परिवर्तनकारी प्रारम्भिक शिक्षक संघ की सदस्यता ग्रहण की ।

शनिवार, अगस्त 27, 2016

नियोजित शिक्षकों को मिल सकती है ऐच्छिक तबादले की सुविधा।

परिहार (सीतामढी)।राज्य के करीब साढ़े तीन लाख नियोजित शिक्षकों का तबादला अब मनपसंद जगहों पर हो सकेगा. शिक्षा विभाग उनकी सेवा शर्त के निर्धारण में जुटा हुअा है. सूत्रों का कहना है कि सेवा शर्त में इन शिक्षकों को कम-से कम एक बार एेच्छिक तबादले की सुविधा को शामिल किया जा सकता है. फिलहाल नियोजन इकाई के स्कूलों में ही उनका तबादला हो सकता है. सेवा शर्त के प्रस्ताव को पहले विभाग के प्रधान सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी के सामने रखा जायेगा. इसके बाद इस पर शिक्षा मंत्री की भी सहमति ली जायेगी तब नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त अंतिम रूपतय हो पायेगी. हालांकि, प्रधान सचिव की अध्यक्षतावाली कमेटी की एक साल से अधिक समय होने के बाद भी कोई बैठक नहीं हो सकी है. शिक्षक संगठनों की मांग के बाद पिछले दिनों ही शिक्षा मंत्री डाॅ अशोक चौधरी ने माध्यमिक शिक्षा और प्राथमिक शिक्षा निदेशालय को शिक्षक संगठनों से बातचीत कर सुझाव लेने का निर्देश दिया है. उनके सुझावों को सेवा शर्त के प्रस्ताव में रखा जायेगा. शिक्षा मंत्री के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय हाइ व प्लस टू स्तर से वैसे शिक्षक संगठनों को, जो मुख्य सचिव के साथ वार्ता में शामिल थे, एक सितंबर को सुझाव देने को कहा है. वहीं, प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षक संगठनों को भी सितंबर के पहले सप्ताह में सुझाव देने का मौका दिया जायेगा. समान काम-समान वेतन है मुख्य मांग : नियोजित शिक्षक सेवा शर्तों में समान काम के लिए समान वेतन देने की मांग कर रहे हैं. पुराने वेतनमान वाले शिक्षकों को उनसे कहीं ज्यादा वेतन मिलता है, जबकि नियोजित शिक्षकों के लिए जुलाई, 2015 से नया वेतनमान दिया जा रहा है. नियोजित शिक्षक ऐच्छिक तबादले की मांग भी कर रहे हैं. इसके अलावा पेंशन स्कीम से भी जोड़ने की लगातार शिक्षक मांग करते रहे हैं अौर जितने भी अप्रशिक्षित शिक्षक हैं, उन्हें एक साथ प्रशिक्षित कराने की भी वकालत करते रहे हैं.

शुक्रवार, अप्रैल 29, 2016

अमरेन्द्र पाठक ने लिया बीईओ का अतिरिक्त प्रभार

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी डुमरा श्री अमरेन्द्र कुमार पाठक ने परिहार के अतिरिक्त प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का प्रभार ग्रहण किया है ।
            प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी परिहार के आदेशानुसार दिनांक  04-05-2016 को सभी CRCC एवं BRCC के बैठक का आयोजन किया गया है ।जिसमे सभी CRCC  बैठक में अनिवार्य रुप से  उपस्थित रहेंगे ।

मंगलवार, फ़रवरी 09, 2016

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना )के आदेश का अनुपालन नही

परिहार (सीतामढ़ी )-:प्रखणड विकास पदाधिकारी परिहार के द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना सीतामढ़ी के आदेश का अनुपालन नहीं किया गया है ।जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सीतामढ़ी ने ज्ञापांक 227 दिनांक 22/01/2016 के माध्यम से जिला के सभी प्रतिनियुक्त शिक्षकों का प्रतिनियोजन रद्द करने का आदेश सभी नियोजन इकाई को दिया था मगर इस का अनुपालन नहीं हो रहा है।

शनिवार, फ़रवरी 06, 2016

टीचर्स अब करेंगे पियक्कड़ों की पहचान, विभाग ने शुरू किया है अभियान

टीचर्स अब करेंगे पियक्कड़ों की पहचान, विभाग ने शुरू किया है अभियान

शिक्षा विभाग ने मद्यपान निषेध अभियान की शुरुआत की है।
पटना. गांवों में अब शिक्षक शराबियों की पहचान करेंगे। उन्हें शराब से होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे। अगर कोई नशेड़ी शराब के बिना नहीं रह सकता, सुबह उठकर उसे शराब की तलब होती है या अगर उसने अपने परिवार या नौकरी शराब के कारण खोई है, तो उसे बीमार माना जाएगा। ऐसे लोगों को डिएडिक्शन सेंटर पहुंचाया जाएगा।
शिक्षा विभाग ने शुरू किया है अभियान
अधिवेशन भवन में शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित डीईओ, डीपीओ साक्षरता और जीविका के जिलास्तरीय अधिकारियों की बैठक में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि सभी विभागों को मिलकर शराबखोरी के नकारात्मक पहलू को समाज के समक्ष पेश करना होगा। शिक्षा विभाग ने मद्यपान निषेध अभियान की शुरुआत की है। इससे घर-घर तक पहुंचा जा सकता है।
हर गांव तक संदेश पहुंचाने का लक्ष्य
शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव डीएस गंगवार ने कहा कि हर गांव तक बच्चों व शिक्षक के माध्यम से शराबबंदी के संदेश को पहुंचाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री के शराबबंदी के निर्णय को पूरी तरह से लागू कराने के लिए हर प्रकार का प्रयास विभाग की ओर से किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव आरके महाजन ने कहा कि हर जिले में डीएडिक्शन सेंटर खोले जाएंगे। वहां चिकित्सकों की नियुक्ति की जाएगी। अभी वे शराब पीने वालों को उचित सलाह देंगे।
इसके अलावा हर सदर अस्पताल स्तर पर 50 बेड वाले शराबबंदी अस्पताल की व्यवस्था होगी। अगर शराब छोड़ने के कारण किसी प्रकार की परेशानी होती है, तो इलाज की सुविधा होगी। इसके अलावा एनजीओ के चयन की भी प्रक्रिया चल रही है। उनके माध्यम से भी लोगों को शराब छोड़ने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
डीपीओ ने गाया गाना- शराब पीयल छोड़ द...
बैठक में कई डीईओ व डीपीओ ने शराबबंदी के लिए अपने विचार दिए। एक डीपीओ ने गाना सुनाया- शराब पीयल छोड़ द, दूध पिय ताजा। गीत सुनकर मुख्य सचिव ने कहा कि इसे गांवों में बजवाइए। कई डीईओ व डीपीओ ने अल्कोहलिक लोगों को कार्य से जोड़ने व उन्हें मुख्य धारा में लाने से संबंधित सुझाव दिए। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन भी उनके बीच कराए जए.

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