मंगलवार, जनवरी 31, 2017

मजीबुर रहमान (खान साहब)उर्फ भुटकुन मालिक हक़ीक़ी से जा मिले

इंतेहाई दुःख के साथ अर्ज़ कर रहा हूँ कि जनाब मोहम्मद माजिबुर रहमान (खान साहब)उर्फ़ भुटकुन वल्द मोहम्मद इमामुद्दीन एकडंडी परिहार सीतामढ़ी आज शाम लग भग 3:37 बजे अपने मालिक हक़ीक़ी से जा मिले (इन्ना लिल्लाहि व इन्ना अलैहे राजेऊन )।मरने वाले में मालिक ने कई औसाफ़ से नवाजा था ये मिलान सार और बा हिम्मत और फराख दिल इंसान थे।म
जनाज़े की नमाज़  01 .02.2017 को बाद नमाज़ ज़ुहर अदा की जाएगी।
खैर खाहों से गुज़ारिश है मरहूम के मग़फ़रत के लिए दुआ कर दें
अल दाई
मोहम्मद कमरे आलम

शराब मुक्त बिहार को बलात्कार युक्त बिहार बनाने की कोशिश, बलात्कारी को बचाने की कोशिश

मुस्तकीम सिद्दीकी की क़लम से
------------------------------------------

जनप्रतिनिधियों समेत हजारों लोगों ने ब्लातकारी का समर्थन किया l

देश की 18 साल की एक बेटी निर्भया के साथ बलात्कार हुआ था तो सरकारें हिल गई थी , आनन् फानन में नए नए कठोर कानुन बनाये गये थे , अद्ध्यादेश लाये गये थे , कुछ ही दिनों में सारे बलात्कारियों की गिरफ्तारी हो गई थी , फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में केस की सुनवाई शुरू हुई थी, बलात्कारी के तरफ से लड़ने वाले वकील की पिटाई हुई थी और जल्द ही बलात्कारियों को फांसी की सजा सुनाई गयी थी |  दुसरी तरफ एक मासूम 8 साल की देश की बेटी के साथ बलात्कार होता है , तो बलात्कारी के समर्थन में छेत्र के जनप्रतिनिधी , प्रमुख , मुखीया , पंचायत प्रतिनिधी समेत 1300  लोग जिला पुलिस अधिक्षक (एसपी) , पुलिस महानिरीक्षक (आई जी) समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को हस्ताक्षर करके बलात्कारी का समर्थन करते हैं या दुसरे शब्दों में बलात्कार का समर्थन करते हैं और ख़ास बात यह है के यह बिहार की घटना है, जी हाँ  उसी बिहार की घटना है जहाँ शराब मुक्त बिहार के लिए मानव श्रृंखला बना कर इतिहास रचा गया , विश्व रिकोर्ड बनाया गया और जिस दिन यह विश्व रिकॉर्ड बनाया जा रहा था उसी दिन बलात्कारी का समर्थन करने वाले शराब मुक्त बिहार का भी समर्थन कर रहे थे यानी शराब मुक्त बिहार को बलात्कार युक्त बिहार बनाने की इच्छा व्यक्त कर रहे थे |

अब सवाल यह उठता है के निर्भया के मामले में देशव्यापी आन्दोलन करने वाले आज चुप्पी क्यूँ साधे हुए हैं ? सवाल यह भी उठता है के बलात्कारी या दुसरे शब्दों में बलात्कार का समर्थन करने वाले जनप्रतिनिधीयों ने ऐसा क्यूँ किया ? तो जनाब एक तरफ जहां निर्भया का बलात्कारी छोटे जाती , अनपढ़ और गवांर था, निर्भया का बलात्कारी का परिवार गरीब था , वहीं निर्भया उच्च जाती की बिटिया थी , निर्भया पारामेडिकल की स्टूडेंट थी , निर्भया का बलात्कार दिल्ली के सडकों पर रात के अंधेरों में हुआ था वहीं दुसरी तरफ 8 साल की मासूम का बलात्कारी उच्च जाती , भूस्वामी , दबंग , राजनितिक पकड़ रखने वाला एवं आर्थिक रूप से बहुत मालदार है वहीं पीडिता एवं उसका परिवार पसमांदा , गरीब , अनपढ़ , कमजोर एवं अल्पसंख्यक वर्ग से है एवं पीडिता का बलात्कार कोसी नदी के तट पर ,दिन दहाडे, सूरज की रोशनी में , मकई के पौधों से घिरे एक झोपडी के समीप हुआ है | और सबसे अहम बात यह है के इस 8 साल की मासूम जिस धर्म से आती है उसके रखवाले हर बात पर हिकमत और मसलेहत की बातें करके बुजदिल बना चुकी है और यही वजह है के जहां 1300 लोगों ने बलात्कारी के बचाव में सारे पुलिस आला अधिकारियों को हस्ताक्षर माध्यम से निर्दोष साबित करने की कोशिश की है वहीं हमारे शरियत बचाव वाले इज्ज़त और हुरमत बचाव को कोई एहमियत नही देते , जी हाँ एहमियत नही देते चुनके मैंने ऐसे कई शरियत बचाव आन्दोलन वालों को फ़ोन करके संज्ञान लेने कहा था , सरकार पर दबाव बनाने की गुज़ारिश की थी , पुलिस को कारवाई करने के लिए फ़ोन करने की गुज़ारिश की थी लेकिन आजतक एक वफद तो दूर एक अलफ़ाज़ भी मुंह से नही निकले |

इन्साफ इंडिया की ओर से मैं शुक्रगुजार हूँ, बहुत आभारी हूँ अपने मित्र एवं साथी मुकाश कुमार भाई का , अनजनी विशु भाई का , गौतम प्रीतम भाई का , अजित कुमार सोनू भाई का , प्रियंका आनंद बहन का , अद्या कुमारी बहन का जिसने मेरी एक काल पर अपने घरों से निकल कर सैकड़ो किलोमीटर नदी नाले को पार करते हुए न्याय एवं अधिकार के लिए पिडीता के घर पर पहुंच कर बुलंद आवाज़ उठा कर 72 घंटों में आरोपी को गिरफ्तार नही करने पर चरमबद्ध तरीके से आन्दोलन करने की चेतौनी देकर तैयारी कर रहे हैं|

सोमवार, जनवरी 30, 2017

हमने अपने अस्लाफ के कारनामों को भुला दिया है

आज हम अपने अस्लाफ के कारनामों और क़ुर्बानियों से नावाक़फ़ीयत रखते हैं हमें अपने अस्लाफ के कारनामों की जानकारी नही उसी का नतीजा है कि हम अपना दफाह सही तरीके से नही कर पाते।और आसानी से बातिल ताक़त हम को ग़द्दार ए वतन साबित करने की कोशिश करते रहते हैं और हम जानकारी न होने की वजह से अपनी बात गहराई से रख नही पाते।आज ज़रूरत इस बात की है कि हम अपने तांबनाक तारीख़ का गहराई से मुतालः करें और वक़्तन फवक्तान अपने अस्लाफ को याद कर उनको खेराज ए अक़ीदत पेश किया करें साथ ही उनके कारनामों, क़ुर्बानियों से नौ जवान नस्ल को रौशनाश कराने का काम करें।

                  मुल्क की आज़ादी के लिए जिस क़ौम के आबा व अजदाद ने बड़ी से बड़ी कुर्बानिया दीं उस की नस्ल को नाम नेहाद देश भक्त की नस्ल ग़द्दार ए वतन कहती हैं आज हमें मुत्तहिद होकर अपने हक़ की लड़ाई खुद लड़नी होगी अगर आप ये सोचते हैं कि आपके हक़ की लड़ाई कोई दूसरा बुलंद करेगा तो आप खुली हुई आँखों से ख्वाब देख रहे हैं।आज़ादी की लम्बी लड़ाई में जिन मुस्लिम रहनुमाओं, उलमाओं ने ने शहादत दी थी उन्हें हम ही ने फरामोश कर दिया है और उम्मीद दूसरों से लगाये बैठें हैं कि वे याद करें ,सोचने वाली बात है कहीं ऐसा होता है ? अपने माजी से फरामोशी ही हमारी पस्ती का सबब बन गई है। 

"" जो अपनों को भुला देते हैं उनको याद रखनी चाहिए उनको दुनिया भुला देती है ""

 " फज़ूल समझ कर बुझा दिया है जिन चरागों को,ऐसा चराग़ जलाओ तो रौशनी होगी "।।

रविवार, जनवरी 29, 2017

मोहम्मद कमरे आलम का पैग़ाम तालिमी मरकज़ सदूर(अध्यक्षों) के नाम

जिस क़ौम के अकाब्रिनों ने अपने क़ौम से ये तलक़ीन की के तुम्हारी सफे ऐसी हों जैसे शीशा पिलाई हुई दीवार आज वही क़ौम इंतेशार का शिकार हो गई है ।जिस के अकाबरीन ने कहा कभी भी अपने से अपना नाम किसी औहदे के लिए मत पेश करो आज उसी क़ौम के लोग किसी की क़यादत मानने के लिए तैयार नहीं, अपने आप को खुद शाख्ता आर्गेनाइजेशन के सदूर बन बैठते हैं।अपने अस्लाफ के बातों से मुन्किर होकर अपने फ़लाह व बहबूद की बात करना बेमानी होगी। टोला सेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बतलाया 28 जनवरी को पटना में टोला सेवक संघ की बैठक आहूत की गई थी जिस में तालिमी मरकज़ के प्रदेश स्तरीय साथियों को भी आमंत्रित किया गया था, बैठक में एक साथ तालिमी मरकज़ के चार- चार प्रदेश अध्यक्ष पहुँच गए और अपनी अपनी दावेदारी पेश करने लगे कि मैं ही तालिमी मारकज का प्रदेश अध्यक्ष हूँ ।यह देखकर  प्रदेश अध्यक्ष टोला सेवक संघ का कहना है मैं तो असमंजस में पड़ गया कि ये क्या हो रहा है ? तालिमी मरकज़ के खुद शाख्ता सादूरों अगर आप को अपने वक़ार की कोई फ़िक्र नही है तो न सही मगर क़ौम के वक़ार की तो फ़िक्र करें।
             तालिमी मरकज़ का वजूद 2009 में हुआ आज तक आप लोगों( सदूर )से ये नही हुआ कि तालिमी मरकज़ संघ का रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्रेशन विभाग बिहार पटना से करवा इस की तशकील बिहार के हर जिले में करें ।और आप तमाम लोग आपस में लड़ कर तमाम तालिमी मरकज़ के साथी को शर्मिंदा कर रहे हैं।आप तमाम तालिमी मरकज़ सदूर तालिमी मरकज़ अध्यक्ष की दावेदारी छोड़ आपस में इत्तेहाद क़ायम करें और जितने भी प्रदेश सतही( किसी भी ग्रुप के हों) कमिटी के ओहदेदारान हैं एक जगह मिल बैठ कर बात करें और तालिमी मरकज़ के वजूद कैबिनेट पर बात करें और जो इत्तफ़ाक़ राय सामने आती है उस पर अमल करें,और प्रदेश सतह पर एक मज़बूत कमिटी की तशकील की जाए जिस में बिहार के हर जिले की नुमाइंदगी हो।और यह कमिटी नुमाइंदा कमिटी हो जिस में कोई फ़िलहाल अध्यक्ष, सचिव आदि आदि कुछ भी न हो बल्कि प्रदेश समन्वयक व मेम्बरों पर मुश्तमिल हो।ये काम हो जाने के बाद बिहार के हर एक जिला में इत्तफ़ाक़ राय से वहाँ के तालिमी मरकज़ साथियों की राय से ब्लॉक सतह की कमिटी पूरी तरह से तशकील दे दी जाय।ब्लॉक सतही कमिटी के बाद जिला सतही कमिटी का इंतखाब के बाद ही प्रदेश कमिटी का इंतखाब होनी चाहिए तभी जाकर आर्गेनाइजेशन में मज़बूती आएगी वरना कमिटी का वजूद कागज़ी ही रहेगा।

लेख जारी रहेगा अगले भाग का इंतज़ार करें

तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वंय सेविका तबस्सुम आरा की मौत, घोषित अनुग्रह अनुदान की राशि अविलम्ब दी जाय

बहुत ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है की जानकारी के मुताबिक बेगुसराय के गढपुरा प्रखण्ड के तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वंय सेविका मोहतरमा तबस्सुम आरा जौजे मोहम्मद महबूब की मौत ईलाज के दौरान आज ही पटना में हो गई है। मरहूमा उत्क्रमित विद्यालय प्राणपुर में कार्यरत थी, अल्लाह मरहूमा की मगफिरत फरमाये और जन्नत मे आला मुकाम अता फरमाये (आमीन )

       मैं बिहार सरकार के शिक्षा विभाग से माँग करता हूँ कि घोषित अनुदान चार लाख की राशि मरहूमा के आश्रित को अविलंब निर्गत करें और एक आश्रित को नौकरी दे।

शनिवार, जनवरी 28, 2017

तालिमी मरकज़ और उत्थान केन्द्र के साथी ध्यान दें

माननीय मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार का आठवे चरण का निश्चय यात्रा आज से प्रारम्भ हो गया है। 28 जनवरी को नवादा जहांनाबाद और अरवल, 29 जनवरी को औरंगाबाद,और गया, 30 जनवरी को भोजपुर व बक्सर और 31 जनवरी को गोपालगंज सीवान व सारण में कार्यक्रम है।आप तमाम तालिमि मरकज़ और उत्थान केन्द्र के साथियों से कहना है कि जिला इकाई के माध्यम से अपने माँगों के समर्थन में माननीय मुख्यमंत्री बिहार को पूरी तैयारी के साथ समर्पित करें और समर्पित माँग पत्र की कॉपी प्रकाशनार्थ प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ज़रूर दें।

आपका

मोहम्मद कमरे आलम
परिहार सीतामढ़ी बिहार

गुरुवार, जनवरी 26, 2017

ब्रह्मानंद दास अध्यक्ष बिहार महादलित टोला सेवक संघ की अपील

जैसा की आप सभी ग्रुप साथियों को पता है कि प्रदेश संगठन पटना गाँधी मैदान में दो चरणों में बैठक रखी है।पहला दिन 27.012017 जिस में प्रदेश कैबिनेट और निगरानी कमिटी, तालिमी मरकज़ तीन मुख्य साथी बैठक करने वाले हैं।दूसरी बैठक 28.01.2017 को होगी जिसमें सभी जिला अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष प्रदेश संगठन, निगरानी कमिटी और तालिमी मरकज़ के साथी जिला अध्यक्ष भाग लेंगें यह बहुत ही महत्तवपूर्ण बैठक है ग्रुप साथी से अनुरोध है कि अपने जिला अध्यक्ष सचिव कोषाध्यक्ष को अपने माध्यम से ज़रूर सूचित कर देने की कृपा करें हों ना हों उनका व्हाट्स एप्प मोबाइल फोन बन्द हो या कोई और वजह हो इसलिए अपने स्तर से सूचना देकर इस बैठक को पूर्णतः सफल बनाने में अहम् भूमिका अदा करें।