जिला साक्षरता सीतामढ़ी में लाखों रुपये का फर्ज़ीवाड़ा
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जिला साक्षरता सीतामढ़ी में फ़र्ज़ी 21(इक्कीस) तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी के बैंक खातों में मानदेय राशि हस्तांत्रित कर लाखों रुपये का फर्ज़ीवाड़ा कर ग़बन किया जा रहा है।
मालूम हो कि जिला सीतामढ़ी में जनवरी 2016 में 45 तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी को दो दिवसीय प्रशिक्षण देकर योगदान करवाया गया था और एक तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी को जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सीतामढ़ी के निर्णय के आलोक में 11जुलाई 2016 को योगदान करवाया गया था मगर अब तक इन शिक्षा स्वयं सेवकों को मानदेय राशि का भुगतान नहीं किया गया और वही 21 (इक्कीस) तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवकों को आनन फानन में 29 जुलाई 2016 को योगदान दिखा कर उन के बैंक खातों में मानदेय राशि भेज कर सरकारी राशि का ग़बन किया जा रहा है।जबकि जानकारों का कहना है कि इन नव नियोजित शिक्षा स्वयं सेवियों के द्वारा संबंधित विद्यालयों में योगदान भी नहीं किया है।
आप हमें आवाज़ दें, हम आपकी आवाज़ बनेंगें,उठें जागें और ज़ुल्म के ख़िलाफ़ आवाज़ बुलन्द करें। "" कुफ़्र की हकुमत चल सकती है लेकिन ज़ुल्म की नहीं "" ।। बिना चिंगारी के आग नहीं लग सकती ।।
शुक्रवार, जून 23, 2017
जिला साक्षरता सीतामढ़ी में लाखों रुपये मानदेय राशि का फर्ज़ीवाड़ा कर ग़बन
सोमवार, जून 19, 2017
मानदेय राशि/हौसला अफजाई रक़म
मानदेय राशि/हौसला अफजाई रक़म
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बेरोज़गारी से तंग, परिवारों के तानों से परेशान मानदेय मिलने वाले कामों को करने पर मजबूर लोगों को मानदेय /हौसला अफजाई रक़म सरकार के पदाधिकारी देना नही चाहते हैं।मानदेय वाली नौकरी (काम) बेरोज़गार नौजवान मज़बूरी में करते हैं ताकि फ़ाक़ा कशी से तंग आकर खुदकशी न करना न पड़े मगर पदाधिकारी मानदेय राशि/हौशला अफ़ज़ाई रक़म का पेमेंट न कर मानदेय पर काम करने वाले लोगों को आत्महत्या करने पर उत्साहित नही करती है तो क्या कर रही है ?
सरकार के शक्तिशाली पदों पर बैठे लोगों को ये एहसास नहीं होता है कि भूख प्यास, बेरोज़गारी, परिवार के तानों का तंज़ क्या होता है ? अगर सरकार हौसला अफजाई रक़म भी वक़्त पर नही दे सकती तो हौसला अफजाई जैसे चलने वाले कार्यक्रम को सरकार को बन्द कर देनी चाहिए और कीमती मानव जीवन को खत्म करने का कानूनी हक दे देनी चाहिए।
रविवार, जून 18, 2017
इंसाफ - इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक मुस्तकीम सिद्दीकी को गोड्डा टाउन थाना के थाना प्रभारी ने दी मुक़दमा में फ़साने की धमकी, सिद्दीकी की ज़ुबानी
इंसाफ_इंडिया : गोड्डा टाउन थाना प्रभारी अशोक गिरी ने साथी Ranjit Inquilab Godda के फोन से मुझे धमकी दी है, मेरे साथी को टाउन थाना में बुलाकर झुटे मुकदमे में फसाने की बात कही है , गोड्डा टाउन थाना में कुछ साथियों को मेरे बारे में देशद्रोही एवं दंगा भड़काने में संलिप्ता का किया प्रोपेगंडा l
मेरा कसुर : मैने 16 जुन को गोड्डा में कुछ साथियों के साथ झारखंड नवनिर्माण की बैठक का आहवान किया था l
जब मैने पुलिस अधिक्षक (एस पी) गोड्डा से ऐसे झुटे आरोप के बारे बात करना चाहा तो एस पी गोड्डा ने अपने थाना प्रभारी की बात को सही ठहराते हुए हम पर गुस्से का इजहार करते हुए बाद में बात करने को कहा l
साथियों यही है फासीवाद , यही है संघवाद , उठती आवाज को दबाने की कोशिश l
Mustaqim Siddiqui
राष्ट्रीय संयोजक
इंसाफ इंडिया l
गुरुवार, जून 15, 2017
बिहार पंचायत - नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ का एक दिवसीय धरना प्रदर्शन 17 जून को
बिहार पंचायत - नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रखण्ड अध्यक्ष मोहम्मद फ़िरोज़ आलम ने जानकारी दी है कि सरकार की दोहरी नीति एवं शिक्षा और शिक्षक विरोधी नीति के खिलाफ बिहार पंचायत - नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ राज्य ईकाई के आह्वान पर 17 जून को जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया जाएगा।
इसी क्रम में अम्बेडकर स्थल डुमरा, सीतामढी, में 10:00 धरना में भाग लेने की गुजारिश शिक्षक, शिक्षिकाओं से की है।
धरना प्रदर्शन के निम्न विन्दु हैं :-
विगत कई महीनों से लंबित वेतन भुगतान , समान काम- समान वेतन, सेवाशर्त का प्रकाशन, बच्चों को पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराना आदि।
मंगलवार, जून 13, 2017
बी एम सी मकतब परिहार में दो दीनी चक धूक-चक धूक समर कैंप का आग़ाज़
जिला साक्षरता सीतामढ़ी के आदेशालोक में6 से14 आयु वर्ग के बच्चों और उनके माताओं के लिए दो दीनी चक धूम-चक धूम समर कैंप का आग़ाज़ प्रधानाध्यापक मोहम्मद शमीम अंसारी, प्रखण्ड कार्यक्रम समन्वयक अर्चना कुमारी के आर पी वीरेन्द्र यादव और बी आर पी मारूफ आलम ने चिराग़ रौशन कर किया मौके पर सी आर सी सी मोहम्मद इसराफिल अंसारी, प्रखण्ड लेखा समन्वयक दुखा बैठा मौजूद थे।समर कैंप 14 जून तक चलेगा।
सोमवार, जून 12, 2017
Breaking News :-विधुत के ज़द में आने से लाईन मैन अनिल कुमार सिंह की मौत
शुक्रवार, जून 09, 2017
प्रखण्ड स्तरीय चक धूम-चक धूम कार्यशाला आयोजित
बिहार।सीतामढ़ी।परिहार प्रखण्ड अन्तर्गत प्रखण्ड स्तरीय चक धूम-चक धूम 2017 समर कैंप के सफल आयोजन के लिए प्रखण्ड संसाधन केंद्र परिहार के प्रशिक्षण कक्ष में प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी परिहार राम सेवक राम की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें प्रखण्ड कार्यक्रम समन्वयक अर्चना कुमारी साक्षर भारत, प्रखण्ड साधन सेवी कौशलेन्द्र कुमार कर्मेन्दु ,शमीम अंसारी, मारूफ आलम, सी आर सी सी इसराफिल अंसारी, बी एम सी मकतब के प्रधानाध्यापक शमीम अंसारी, सहायक फखरुल अंसारी, लेखा समन्वयक दुखा बैठा, टोला सेवक, तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी, पंचायत लोक शिक्षण केन्द्र के प्रेरक आदि उपस्थित थे।
गुरुवार, जून 08, 2017
11 जून 2017 रविवार को होगी प्रदेश टोला सेवक संघ की बैठक
बिहार प्रदेश टोला सेवक संघ पटना की एक आवश्यक बैठक 11जून 2017 रविवार को
बहादुर पुर शांति निकेतन मध्य विद्यालय में प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मानन्द की अध्यक्षता में में आहूत की गई है।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि बैठक बहुत ही अहम और गंभीर है बैठक में अगामी कार्य की रूप रेखा तैयार किया जाएगा।
सभा स्थल पर पहुँचने का पता:- पटना जंक्सन से टेम्पू या बस पकड़ कर राजेन्द्र नगर ,पटना सीटी,अगम कुँआ या भूतनाथ जाने वाली पकड़ कर बहादुर पुल के पास उतड़, पुल पर चढ उत्तर की ओर आ जाना है वहाँ दूर्गा मंदिर के पास किसी से भी पूछ लेना है कि सरकारी विद्यालय शांति निकेतन कहाँ है कोई बता देगा ।
विशेषः 9304048103 विनोदजी , 7654477788 राकेश रौशन जी ,या 9162899470 नम्बर पर संम्पर्क कर सकते हैं।
बुधवार, जून 07, 2017
हल्का कर्मचारी के जाँच रिपोर्ट के बाद भी सी ओ परिहार ने नही किया रक़बा सुधार, सुधार के एवज माँगी दस हजार
बिहार/सीतामढ़ी/परिहार ।।ज़मीन के रक़बा सुधार के लिए ग्राम पंचायत बेतहा ,बेतहा निवासिनी मुसमात प्रवीण कौसर पति मोहम्मद खुर्शीद आलम ने रक़बा सुधार कर दाखिल खारिज करने के लिए सी ओ परिहार को 13 जनवरी 2016 को आवेदन दिया था, सी ओ परिहार ने हल्का कर्मचारी को जाँच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया।हल्का कर्मचारी ने 19 जनवरी 2016 को जाँच प्रतिवेदन समर्पित कर अंचलाधिकारी परिहार को अंचल अमीन से नक़्शा मापी व सीमांकन प्रतिवेदन लेने का अनुरोध करते हुए आवेदिका के केबाल दर केबाल और दखल क़ब्ज़ा के आधार पर रक़बा सुधार कर दाखिल खारिज करने की अनुशंसा की मगर डेढ़ साल गुजर जाने के बाद भी अंचल पदाधिकारी परिहार ने आवेदिका के ज़मीन का रक़बा सुधार करने का प्रस्ताव संबंधित पदाधिकारी को नहीं दिया।
"" हल्का कर्मचारी के प्रतिवेदन देने के बाद भी जब रक़बा सुधार नही किया गया तो मैं सी ओ से मिली और रक़बा सुधार की बात कही तो सी ओ परिहार ने कहा अरे ! ये सब वैसे ही थोड़े होता है ज़मीन का मामला है पैसा खर्च करना होगा।दस हज़ार रुपये ले कर आना काम हो जाएगा।।""
''मुसमात प्रवीण कौसर ''
शुक्रवार, जून 02, 2017
शिक्षक भिखारी महतो जिसने इन्दरवा विद्यालय की तस्वीर बदल दी
गुरुवार, जून 01, 2017
टोला सेवक, शिक्षा स्वयं सेवी और प्रेरकों का मासिक बैठक आयोजित
सोमवार, मई 29, 2017
योगदान के चौदह माह पश्चात भी तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी को मानदेय भुगतान नहीं, स्वयं सेवी के समक्ष भूख मरी उत्पन्न
सीतामढ़ी/ज़िला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी सीतामढ़ी के निर्णयालोक निर्णय संख्या 40411-00383 व लोक प्राधिकार डी पी ओ साक्षरता सीतामढ़ी के आदेश के आलोक में जिला कार्यक्रम पदादिकारी साक्षरता सीतामढ़ी के पत्रांक 228 दिनांक 11.07.2016 के आदेशालोक में मोहम्मद कमरे आलम को महादलित अल्पसंख्यक एवं अतिपिछड़ा वर्ग अक्षर आँचल योजना में तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी के पद पर योगदान कर कार्य करने का आदेश प्राप्त हुआ। कमरे आलम आदेश का अनुपालन करते हुए समबंधित विद्यालय में दिनांक 11.07.2016 को योगदान कर नियमित रूप से कार्य करना प्रारम्भ कर दिया और कर रहे हैं मगर योगदान के चौदह महीने पश्चात भी मानदेय से वंचित हैं।
मोहम्मद कमरे आलम ने बताया कि मानदेय भुगतान हेतु ज़िला कार्यक्रम पदादिकारी साक्षरता को चार अभ्यावेदन विभिन्न तिथियों में दे चुका हूँ परन्तु अभी तक मानदेय का भुगतान नहीं किया गया है, मानदेय राशि भुगतान के अभाव में मानसिक रूप से तनाव में रहता हूँ।
बुधवार, मई 24, 2017
भीषण गर्मी को देखते हुए विद्यालय संचालन समय में परिवर्तन
भीषण गर्मी को देखते हुए ज़िला शिक्षा पदाधिकारी सीतामढ़ी ने 25 मई से 06 जून तक विद्यालय संचालन समय में परिवर्तन कर दिया है अब ज़िले के सभी सरकारी/निजी स्कूलों का संचालन6:30 बजे से10:30बजे पूर्वाह्न तक होगा
मंगलवार, मई 23, 2017
28 मई को होगी बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक संघ,सीतामढ़ी की बैठक
बिहार अराजपत्रित प्रारंभिक शिक्षक
संघ,सीतामढ़ी की बैठक 28 मई 2017 रविवार को 11 बजे से ओरिएन्टल म.वि. सीतामढ़ी में रखी गई है ।जिस में सभी प्रखंड के अध्यक्ष/सचिव ,प्रखंड स्तरीय कार्य समिति एवं जिला स्तरीय कार्य समिति के सदस्यों से बैठक में भाग लेने का आह्वान किया गया है ।
सोमवार, मई 08, 2017
नवादा ज़िला में हुए पुलिस ज़ुल्म और फ़िरक़ा वाराना ज़्यादती के खिलाफ पटना में धरना
रविवार, मई 07, 2017
शिक्षा विभाग में तीन साल से पदस्थापित पदाधिकारियों का स्थानांतरण कर शिक्षा विभाग को साफ शफ़्फ़ाफ़ किया जाय
ज़िला सीतामढ़ी शिक्षा विभाग में तीन साल से पदस्थापित पदाधिकारियों का स्थानांतरण किया जाय ये बातें राकेश कुमार सिंह पूर्व अध्यक्ष जनता दल यू ने सरकार से की है उन्होंने बताया कि जिले में तीन साल से अधिक से पदस्थापित पदाधिकारियों ने सीतामढ़ी के शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है इतना ही नहीं बेरोज़गार नौ जवान को एक साजिश के तहत शिक्षक के रूप में बहाल फिर हटा कर आर्थिक शोषण और दोहन कर सड़क पर ला खड़ा कर दिया।
ज़िला साक्षरता कार्यालयों के भ्रष्ट नीति के कारण पूर्व तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी सड़कों पर भटकने पर मजबूर
बिहार के ज़िला साक्षरता कार्यालय के भ्रष्ट नीति के कारण पूर्व तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वयं सेवी सड़कों पर भटकने पर मजबूर हैं।पूरे बिहार में जिला साक्षरता कार्यालयों की भ्रष्टाचार नीतियों के कारण सभी पूर्व शिक्षा स्वयं सेवियों को अक्षर आँचल योजना में स्वयं सेवी के रूप में नही रखा गया जिस कारण आज भी सैंकड़ों तालिमी मरकज़ के पूर्व स्वयं सेवी सड़कों की धुल छान व फाँक रहे हैं मगर जन शिक्षा निदेशालय बिहार पटना संज्ञान लेने को तैयार नहीं।
बिहार सरकार के प्रधान सचिव का स्पष्ट आदेश था कि इस योजना में पूर्व शिक्षा स्वयं सेवी स्वयं सेवक के रूप में कार्य करेंगें।जहाँ तालिमी मरकज़ के स्वयं सेवक नही थे या जिस इलाके में तालिमी मरकज़ का संचालन नही किया गया था वहीं तालिमी मरकज़ के स्वयं सेवक की बहाली करनी थी मगर ज़िलों के साक्षरता पदाधिकारियों ने बिल्कुल उलट कर पूर्व शिक्षा स्वयं सेवी को सड़क पर खड़ा कर धुल फांकने पर मजबूर कर दिया ऐसा क्यों किया स्पष्ट है नई बहाली में जम कर अवैध वसूली कर मोटी कमाई की गई।
मालूम हो कि 09दिसम्बर 2012 तक तालिमी मरकज़ का संचालन वैकल्पिक एवं नवाचारी कार्यक्रम सर्व शिक्षा अभियान बिहार शिक्षा परियोजना के अन्तर्गत होता था जिस को 10 दिसंबर 2012 से जन शिक्षा निदेशालय बिहार पटना के अधीन कर दिया गया है।
शनिवार, मई 06, 2017
ब्रेकिंग न्यूज़:- पुपरी अंचल पुलिस इंस्पेक्टर नितेन्द्र कुमार विजिलेंस के हत्थे चढ़े
बुधवार, मई 03, 2017
समायोजन की अभिलाषा लिए रानीगंज प्रखण्ड के टोला सेवक पंचानंद ऋषि देव का निंधन
शिक्षक के रूप में विद्यालय में समायोजन की अभिलाषा लिए रानीगंज प्रखंड के टोला सेवक पंचानंद ऋषि देव का आज निंधन हो गया।मोहम्मद कमरे आलम सीतामढ़ी और मो. गालिब जिला अ० अररिया तालीमी मरकज संघ रानीगंज प्रखंड के टोला सेवक पंचानंद ऋषि देव के निंधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। और साथ ही सरकार से शोका कुल परिवार को अविलम्ब अनुग्रह अनुदान राशि निर्गत करने और परिवार के एक सदस्य को बहाल करने की माँग की है।
मंगलवार, मई 02, 2017
लोक शिक्षा केन्द्रों को गतिशील करने को लेकर बैठक का आयोजन
सोमवार, मई 01, 2017
शनिवार, अप्रैल 22, 2017
22 मई 2017 को हिंदुस्तान के शिल्प कार महान शासक और बिहार के सपूत शेर शाह सूरी के वफात के 472 वर्ष
सोमवार, अप्रैल 17, 2017
विद्यालय भवण निर्माण में अनियमितता
शुक्रवार, अप्रैल 14, 2017
परिहार गाँधी उच्च विद्यालय में गुणवत्ता विहीन भवन निर्माण कार्य जारी
सोमवार, अप्रैल 10, 2017
हिन्दी सिनेमा के 65 साल
मेहजबीं
हिन्दी सिनेमा में पिछले 65 सालों में एक से बढ़कर एक बेहतरीन फिल्में बनी, क्लासिकल, रोमांटिक, कलात्मक, ऐक्शन, कमर्शल, डॉक्यूमेंट्री, टेली फिल्म, सभी मशहूर- ओ - माअरूफ़ नहीं हो सकी, लेकिन कुछ फिल्मों ने अमिट छाप छोड़ी जो आज भी प्रासंगिक हैं। हिन्दी - उर्दू भाषा में फिल्मों की स्क्रिप्ट तैयार की गई, गीत- ग़ज़लें तैयार की गई, साहित्यकारों, शायरों द्वारा। कुछ फिल्में साहित्यिक रचनाओं पर भी बनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि चरित्रों पर भी बनी, यहाँ तक कि मज़रूह सुल्तान पुरी, शाहिर लुधियानवी, शैलेन्द्र, गुलज़ार, निदा फ़ाज़लि, फैज़ अहमद फैज़, अहमद फ़राज़, जावेद अख़्तर जैसे साहित्यकार फिल्मी गीतों के ज़रिए ही ज़्यादा मशहूर हुए, लता मंगेशकर, आशा भोसले, सुरैया, हेमलता, कविता कृष्णमूर्ति, अनुराधा पोरवाल, नूरजहाँ, रफ़ी, मुकेश, किशोर कुमार, कुमार शानू, उदित नारायण, पंकज उदास, जगजीत सिंह, भूपेन्द्र हज़ारिका, मनहर उदास द्वारा गुनगुनाए गीत और ग़ज़लें जो भारतीय सिनेमा की रीढ़ की हड्डी हैं, हिन्दुस्तान की ज़िंदगी हैं, जिनमें इस सरज़मीं का समाज राजनीति अर्थव्यवस्था मुहब्बत खूलूस है, आजकल पिछले 20 सालो में हज़ारों गीत हिन्दी सिनेमा में आए और गए, जिनसे दिल दिमाग को कोई राहत सुकून नहीं मिला, लेकिन पुराने समय के गीत और ग़ज़लें आज भी लाखों लोगों के दिल में समाए हैं, जो आम जन के अकेले पन के साथी हैं, मनोरंजन का ज़रिया हैं, हिन्दी- उर्दू की पहचान हैं, इन गीतों ग़ज़लों का संगीत और मधुर आवाज़ और कशिश अपनी और खींचती है, दु:ख में सहारा देती है, मुहब्बत का अहसास कराती है, कमज़ोर पड़ने पर मज़बूत बनाती है।
"चल अकेला चल अकेला तेरा मेला पीछे छूटा राही चल अकेला "
"कोमल है कमजोर नहीं तू शक्ति का नाम ही नारी है जग को जीवन देने वाली मौत भी तुझसे हारी है"
"ये होशल कैसे रूके ये आरज़ू कैसे झुके मंज़िल दूर तो क्या साहिल धुंधला तो क्या ये आरज़ू कैसे झुके "
"तेरी है ज़मीं तेरा आसमां तू बड़ा मेहरबां सबका है तू ख़ुदा मेरे तू बख़्शिश कर"
बाज़ार, लिबास, इजाज़त, उमराव जान, रज़िय सुल्तान, मुग्लेआज़म, पाक़िज़ा, काग़ज़ के फूल, प्यासा, साहब बीवी और ग़ुलाम, दिल दिया दर्द लिया, राम और श्याम, आख़िर क्यों, दस्तक, आँधी , अराधना, अमर प्रेम, सफर, किनारा, ख़ामोशी, गाईड, बम्बई का बाबू, तीसरी कसम, मेरा नाम जोकर, आनारकली, मदर इंडिया, गुमराह, द ट्रेन, मर्यादा, कश्मीर की कली, जंगली, साथ-साथ, कारवां, आपकी कसम, आप ऐसे तो न थे निकाह स्वीकार किया मैंने, मेरा साया, वक्त अनमोल घड़ी, मधुमति, जैसी हज़ारों फिल्में हैं जिनके हज़ारों गीत ग़ज़लें आज भी लोगों की ज़ुबां पर हैं।
कलात्मक फिल्में कुछ ऐसी हैं जो मशहूर भी हुई हैं और कुछ ऐसी भी हैं जो उपेक्षित रही, बहुत अच्छी होते हुए भी ज़्यादा नहीं चली, बल्कि लोग उनसे नावाकिफ़ हैं इसके लिए अख़बार, पत्रिका, मिडिया भी जिम्मेदार है और कुछ हद तक लोग भी जिम्मेदार हैं। ऐसे ही हिन्दी सिनेमा की इन कलात्मक फिल्मों, क्लीसिकल फिल्मों के कुछ गीत ग़ज़लें भी उपेक्षित रह गए जो बेहतरीन स्क्रिप्ट और संगीत, आवाज़ के होते हुए भी ज़्यादा नहीं चले जैसे
"महवे ख़्याले यार हम को फिज़ा से क्या अब रंजिशे ख़ुशी से बहारों ख़िजाँ से क्या "
"ख़ामोश सा अफसाना पानी से लिखा होता न तुमने कहा होता न हमने सुना होता "
हिन्दुस्तान की राज्य और केन्द्रीय विश्वविद्यालयों को अपने सिलेबस में हिन्दी सिनेमा का इतिहास और उसकी खासियत के बारे में गीत संगीत गीतकारों संगीतकारों के बारे में पढ़ाना चाहिए, बल्कि दसवीं- बारहवीं कक्षा के सिलेबस में भी, और समय- समय पर कैम्पस, कॉलेज, स्कूलों में कलात्मक फिल्में दिखाई जानी चाहिए, ताकी आने वाली पीढ़ी में अच्छी फिल्मों में संगीत में रुचि पैदा हो । लेकिन अफसोस अब ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है।
मेहजबीं
दिल्ली सल्तनत गुलाम वंश से नरेन्द्र मोदी तक का इतिहास
*👉गुलाम वंश*
1=1193 मुहम्मद गौरी
2=1206 कुतुबुद्दीन ऐबक
3=1210 आराम शाह
4=1211 इल्तुतमिश
5=1236 रुकनुद्दीन फिरोज शाह
6=1236 रज़िया सुल्तान
7=1240 मुईज़ुद्दीन बहराम शाह
8=1242 अल्लाउदीन मसूद शाह
9=1246 नासिरुद्दीन महमूद
10=1266 गियासुदीन बल्बन
11=1286 कै खुशरो
12=1287 मुइज़ुदिन कैकुबाद
13=1290 शमुद्दीन कैमुर्स
1290 गुलाम वंश समाप्त्
(शासन काल-97 वर्ष लगभग )
*👉खिलजी वंश*
1=1290 जलालुदद्दीन फ़िरोज़ खिलजी
2=1296
अल्लाउदीन खिलजी
4=1316 सहाबुद्दीन उमर शाह
5=1316 कुतुबुद्दीन मुबारक शाह
6=1320 नासिरुदीन खुसरो शाह
7=1320 खिलजी वंश स्माप्त
(शासन काल-30 वर्ष लगभग )
*👉तुगलक वंश*
1=1320 गयासुद्दीन तुगलक प्रथम
2=1325 मुहम्मद बिन तुगलक दूसरा
3=1351 फ़िरोज़ शाह तुगलक
4=1388 गयासुद्दीन तुगलक दूसरा
5=1389 अबु बकर शाह
6=1389 मुहम्मद तुगलक तीसरा
7=1394 सिकंदर शाह पहला
8=1394 नासिरुदीन शाह दुसरा
9=1395 नसरत शाह
10=1399 नासिरुदीन महमद शाह दूसरा दुबारा सता पर
11=1413 दोलतशाह
1414 तुगलक वंश समाप्त
(शासन काल-94वर्ष लगभग )
*👉सैय्यद वंश*
1=1414 खिज्र खान
2=1421 मुइज़ुदिन मुबारक शाह दूसरा
3=1434 मुहमद शाह चौथा
4=1445 अल्लाउदीन आलम शाह
1451 सईद वंश समाप्त
(शासन काल-37वर्ष लगभग )
*👉लोदी वंश*
1=1451 बहलोल लोदी
2=1489 सिकंदर लोदी दूसरा
3=1517 इब्राहिम लोदी
1526 लोदी वंश समाप्त
(शासन काल-75 वर्ष लगभग )
*👉मुगल वंश*
1=1526 ज़ाहिरुदीन बाबर
2=1530 हुमायूं
1539 मुगल वंश मध्यांतर
*👉सूरी वंश*
1=1539 शेर शाह सूरी
2=1545 इस्लाम शाह सूरी
3=1552 महमूद शाह सूरी
4=1553 इब्राहिम सूरी
5=1554 फिरहुज़् शाह सूरी
6=1554 मुबारक खान सूरी
7=1555 सिकंदर सूरी
सूरी वंश समाप्त,(शासन काल-16 वर्ष लगभग )
*मोगल वंश पुनःप्रारंभ*
1=1555 हुमायू दुबारा गाद्दी पर
2=1556 जलालुदीन अकबर
3=1605 जहांगीर सलीम
4=1628 शाहजहाँ
5=1659 औरंगज़ेब
6=1707 शाह आलम पहला
7=1712 जहादर शाह
8=1713 फारूखशियर
9=1719 रईफुदु राजत
10=1719 रईफुद दौला
11=1719 नेकुशीयार
12=1719 महमूद शाह
13=1748 अहमद शाह
14=1754 आलमगीर
15=1759 शाह आलम
16=1806 अकबर शाह
17=1837 बहादुर शाह जफर
1857 मोगल वंश समाप्त
(शासन काल-315 वर्ष लगभग )
*👉ब्रिटिश राज (वाइसरॉय)*
1=1858 लोर्ड केनिंग
2=1862 लोर्ड जेम्स ब्रूस एल्गिन
3=1864 लोर्ड जहॉन लोरेन्श
4=1869 लोर्ड रिचार्ड मेयो
5=1872 लोर्ड नोर्थबुक
6=1876 लोर्ड एडवर्ड लुटेन
7=1880 लोर्ड ज्योर्ज रिपन
8=1884 लोर्ड डफरिन
9=1888 लोर्ड हन्नी लैंसडोन
10=1894 लोर्ड विक्टर ब्रूस एल्गिन
11=1899 लोर्ड ज्योर्ज कर्झन
12=1905 लोर्ड गिल्बर्ट मिन्टो
13=1910 लोर्ड चार्ल्स हार्डिंज
14=1916 लोर्ड फ्रेडरिक सेल्मसफोर्ड
15=1921 लोर्ड रुक्स आईजेक रिडींग
16=1926 लोर्ड एडवर्ड इरविन
17=1931 लोर्ड फ्रिमेन वेलिंग्दन
18=1936 लोर्ड एलेक्जंद लिन्लिथगो
19=1943 लोर्ड आर्किबाल्ड वेवेल
20=1947 लोर्ड माउन्टबेटन
ब्रिटिस राज समाप्त
*🇮🇳आजाद भारत,प्राइम मिनिस्टर🇮🇳*
1=1947 जवाहरलाल नेहरू
2=1964 गुलजारीलाल नंदा
3=1964 लालबहादुर शास्त्री
4=1966 गुलजारीलाल नंदा
5=1966 इन्दिरा गांधी
6=1977 मोरारजी देसाई
7=1979 चरणसिंह
8=1980 इन्दिरा गांधी
9=1984 राजीव गांधी
10=1989 विश्वनाथ प्रतापसिंह
11=1990 चंद्रशेखर
12=1991 पी.वी.नरसिंह राव
13=अटल बिहारी वाजपेयी
14=1996 ऐच.डी.देवगौड़ा
15=1997 आई.के.गुजराल
16=1998 अटल बिहारी वाजपेयी
17=2004 डॉ.मनमोहनसिंह
*18=2014 से नरेन्द्र मोदी
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