मंगलवार, जनवरी 31, 2017

शराब मुक्त बिहार को बलात्कार युक्त बिहार बनाने की कोशिश, बलात्कारी को बचाने की कोशिश

मुस्तकीम सिद्दीकी की क़लम से
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जनप्रतिनिधियों समेत हजारों लोगों ने ब्लातकारी का समर्थन किया l

देश की 18 साल की एक बेटी निर्भया के साथ बलात्कार हुआ था तो सरकारें हिल गई थी , आनन् फानन में नए नए कठोर कानुन बनाये गये थे , अद्ध्यादेश लाये गये थे , कुछ ही दिनों में सारे बलात्कारियों की गिरफ्तारी हो गई थी , फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट में केस की सुनवाई शुरू हुई थी, बलात्कारी के तरफ से लड़ने वाले वकील की पिटाई हुई थी और जल्द ही बलात्कारियों को फांसी की सजा सुनाई गयी थी |  दुसरी तरफ एक मासूम 8 साल की देश की बेटी के साथ बलात्कार होता है , तो बलात्कारी के समर्थन में छेत्र के जनप्रतिनिधी , प्रमुख , मुखीया , पंचायत प्रतिनिधी समेत 1300  लोग जिला पुलिस अधिक्षक (एसपी) , पुलिस महानिरीक्षक (आई जी) समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को हस्ताक्षर करके बलात्कारी का समर्थन करते हैं या दुसरे शब्दों में बलात्कार का समर्थन करते हैं और ख़ास बात यह है के यह बिहार की घटना है, जी हाँ  उसी बिहार की घटना है जहाँ शराब मुक्त बिहार के लिए मानव श्रृंखला बना कर इतिहास रचा गया , विश्व रिकोर्ड बनाया गया और जिस दिन यह विश्व रिकॉर्ड बनाया जा रहा था उसी दिन बलात्कारी का समर्थन करने वाले शराब मुक्त बिहार का भी समर्थन कर रहे थे यानी शराब मुक्त बिहार को बलात्कार युक्त बिहार बनाने की इच्छा व्यक्त कर रहे थे |

अब सवाल यह उठता है के निर्भया के मामले में देशव्यापी आन्दोलन करने वाले आज चुप्पी क्यूँ साधे हुए हैं ? सवाल यह भी उठता है के बलात्कारी या दुसरे शब्दों में बलात्कार का समर्थन करने वाले जनप्रतिनिधीयों ने ऐसा क्यूँ किया ? तो जनाब एक तरफ जहां निर्भया का बलात्कारी छोटे जाती , अनपढ़ और गवांर था, निर्भया का बलात्कारी का परिवार गरीब था , वहीं निर्भया उच्च जाती की बिटिया थी , निर्भया पारामेडिकल की स्टूडेंट थी , निर्भया का बलात्कार दिल्ली के सडकों पर रात के अंधेरों में हुआ था वहीं दुसरी तरफ 8 साल की मासूम का बलात्कारी उच्च जाती , भूस्वामी , दबंग , राजनितिक पकड़ रखने वाला एवं आर्थिक रूप से बहुत मालदार है वहीं पीडिता एवं उसका परिवार पसमांदा , गरीब , अनपढ़ , कमजोर एवं अल्पसंख्यक वर्ग से है एवं पीडिता का बलात्कार कोसी नदी के तट पर ,दिन दहाडे, सूरज की रोशनी में , मकई के पौधों से घिरे एक झोपडी के समीप हुआ है | और सबसे अहम बात यह है के इस 8 साल की मासूम जिस धर्म से आती है उसके रखवाले हर बात पर हिकमत और मसलेहत की बातें करके बुजदिल बना चुकी है और यही वजह है के जहां 1300 लोगों ने बलात्कारी के बचाव में सारे पुलिस आला अधिकारियों को हस्ताक्षर माध्यम से निर्दोष साबित करने की कोशिश की है वहीं हमारे शरियत बचाव वाले इज्ज़त और हुरमत बचाव को कोई एहमियत नही देते , जी हाँ एहमियत नही देते चुनके मैंने ऐसे कई शरियत बचाव आन्दोलन वालों को फ़ोन करके संज्ञान लेने कहा था , सरकार पर दबाव बनाने की गुज़ारिश की थी , पुलिस को कारवाई करने के लिए फ़ोन करने की गुज़ारिश की थी लेकिन आजतक एक वफद तो दूर एक अलफ़ाज़ भी मुंह से नही निकले |

इन्साफ इंडिया की ओर से मैं शुक्रगुजार हूँ, बहुत आभारी हूँ अपने मित्र एवं साथी मुकाश कुमार भाई का , अनजनी विशु भाई का , गौतम प्रीतम भाई का , अजित कुमार सोनू भाई का , प्रियंका आनंद बहन का , अद्या कुमारी बहन का जिसने मेरी एक काल पर अपने घरों से निकल कर सैकड़ो किलोमीटर नदी नाले को पार करते हुए न्याय एवं अधिकार के लिए पिडीता के घर पर पहुंच कर बुलंद आवाज़ उठा कर 72 घंटों में आरोपी को गिरफ्तार नही करने पर चरमबद्ध तरीके से आन्दोलन करने की चेतौनी देकर तैयारी कर रहे हैं|

सोमवार, जनवरी 30, 2017

हमने अपने अस्लाफ के कारनामों को भुला दिया है

आज हम अपने अस्लाफ के कारनामों और क़ुर्बानियों से नावाक़फ़ीयत रखते हैं हमें अपने अस्लाफ के कारनामों की जानकारी नही उसी का नतीजा है कि हम अपना दफाह सही तरीके से नही कर पाते।और आसानी से बातिल ताक़त हम को ग़द्दार ए वतन साबित करने की कोशिश करते रहते हैं और हम जानकारी न होने की वजह से अपनी बात गहराई से रख नही पाते।आज ज़रूरत इस बात की है कि हम अपने तांबनाक तारीख़ का गहराई से मुतालः करें और वक़्तन फवक्तान अपने अस्लाफ को याद कर उनको खेराज ए अक़ीदत पेश किया करें साथ ही उनके कारनामों, क़ुर्बानियों से नौ जवान नस्ल को रौशनाश कराने का काम करें।

                  मुल्क की आज़ादी के लिए जिस क़ौम के आबा व अजदाद ने बड़ी से बड़ी कुर्बानिया दीं उस की नस्ल को नाम नेहाद देश भक्त की नस्ल ग़द्दार ए वतन कहती हैं आज हमें मुत्तहिद होकर अपने हक़ की लड़ाई खुद लड़नी होगी अगर आप ये सोचते हैं कि आपके हक़ की लड़ाई कोई दूसरा बुलंद करेगा तो आप खुली हुई आँखों से ख्वाब देख रहे हैं।आज़ादी की लम्बी लड़ाई में जिन मुस्लिम रहनुमाओं, उलमाओं ने ने शहादत दी थी उन्हें हम ही ने फरामोश कर दिया है और उम्मीद दूसरों से लगाये बैठें हैं कि वे याद करें ,सोचने वाली बात है कहीं ऐसा होता है ? अपने माजी से फरामोशी ही हमारी पस्ती का सबब बन गई है। 

"" जो अपनों को भुला देते हैं उनको याद रखनी चाहिए उनको दुनिया भुला देती है ""

 " फज़ूल समझ कर बुझा दिया है जिन चरागों को,ऐसा चराग़ जलाओ तो रौशनी होगी "।।

रविवार, जनवरी 29, 2017

मोहम्मद कमरे आलम का पैग़ाम तालिमी मरकज़ सदूर(अध्यक्षों) के नाम

जिस क़ौम के अकाब्रिनों ने अपने क़ौम से ये तलक़ीन की के तुम्हारी सफे ऐसी हों जैसे शीशा पिलाई हुई दीवार आज वही क़ौम इंतेशार का शिकार हो गई है ।जिस के अकाबरीन ने कहा कभी भी अपने से अपना नाम किसी औहदे के लिए मत पेश करो आज उसी क़ौम के लोग किसी की क़यादत मानने के लिए तैयार नहीं, अपने आप को खुद शाख्ता आर्गेनाइजेशन के सदूर बन बैठते हैं।अपने अस्लाफ के बातों से मुन्किर होकर अपने फ़लाह व बहबूद की बात करना बेमानी होगी। टोला सेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बतलाया 28 जनवरी को पटना में टोला सेवक संघ की बैठक आहूत की गई थी जिस में तालिमी मरकज़ के प्रदेश स्तरीय साथियों को भी आमंत्रित किया गया था, बैठक में एक साथ तालिमी मरकज़ के चार- चार प्रदेश अध्यक्ष पहुँच गए और अपनी अपनी दावेदारी पेश करने लगे कि मैं ही तालिमी मारकज का प्रदेश अध्यक्ष हूँ ।यह देखकर  प्रदेश अध्यक्ष टोला सेवक संघ का कहना है मैं तो असमंजस में पड़ गया कि ये क्या हो रहा है ? तालिमी मरकज़ के खुद शाख्ता सादूरों अगर आप को अपने वक़ार की कोई फ़िक्र नही है तो न सही मगर क़ौम के वक़ार की तो फ़िक्र करें।
             तालिमी मरकज़ का वजूद 2009 में हुआ आज तक आप लोगों( सदूर )से ये नही हुआ कि तालिमी मरकज़ संघ का रजिस्ट्रेशन रजिस्ट्रेशन विभाग बिहार पटना से करवा इस की तशकील बिहार के हर जिले में करें ।और आप तमाम लोग आपस में लड़ कर तमाम तालिमी मरकज़ के साथी को शर्मिंदा कर रहे हैं।आप तमाम तालिमी मरकज़ सदूर तालिमी मरकज़ अध्यक्ष की दावेदारी छोड़ आपस में इत्तेहाद क़ायम करें और जितने भी प्रदेश सतही( किसी भी ग्रुप के हों) कमिटी के ओहदेदारान हैं एक जगह मिल बैठ कर बात करें और तालिमी मरकज़ के वजूद कैबिनेट पर बात करें और जो इत्तफ़ाक़ राय सामने आती है उस पर अमल करें,और प्रदेश सतह पर एक मज़बूत कमिटी की तशकील की जाए जिस में बिहार के हर जिले की नुमाइंदगी हो।और यह कमिटी नुमाइंदा कमिटी हो जिस में कोई फ़िलहाल अध्यक्ष, सचिव आदि आदि कुछ भी न हो बल्कि प्रदेश समन्वयक व मेम्बरों पर मुश्तमिल हो।ये काम हो जाने के बाद बिहार के हर एक जिला में इत्तफ़ाक़ राय से वहाँ के तालिमी मरकज़ साथियों की राय से ब्लॉक सतह की कमिटी पूरी तरह से तशकील दे दी जाय।ब्लॉक सतही कमिटी के बाद जिला सतही कमिटी का इंतखाब के बाद ही प्रदेश कमिटी का इंतखाब होनी चाहिए तभी जाकर आर्गेनाइजेशन में मज़बूती आएगी वरना कमिटी का वजूद कागज़ी ही रहेगा।

लेख जारी रहेगा अगले भाग का इंतज़ार करें

तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वंय सेविका तबस्सुम आरा की मौत, घोषित अनुग्रह अनुदान की राशि अविलम्ब दी जाय

बहुत ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है की जानकारी के मुताबिक बेगुसराय के गढपुरा प्रखण्ड के तालिमी मरकज़ शिक्षा स्वंय सेविका मोहतरमा तबस्सुम आरा जौजे मोहम्मद महबूब की मौत ईलाज के दौरान आज ही पटना में हो गई है। मरहूमा उत्क्रमित विद्यालय प्राणपुर में कार्यरत थी, अल्लाह मरहूमा की मगफिरत फरमाये और जन्नत मे आला मुकाम अता फरमाये (आमीन )

       मैं बिहार सरकार के शिक्षा विभाग से माँग करता हूँ कि घोषित अनुदान चार लाख की राशि मरहूमा के आश्रित को अविलंब निर्गत करें और एक आश्रित को नौकरी दे।

शनिवार, जनवरी 28, 2017

तालिमी मरकज़ और उत्थान केन्द्र के साथी ध्यान दें

माननीय मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार का आठवे चरण का निश्चय यात्रा आज से प्रारम्भ हो गया है। 28 जनवरी को नवादा जहांनाबाद और अरवल, 29 जनवरी को औरंगाबाद,और गया, 30 जनवरी को भोजपुर व बक्सर और 31 जनवरी को गोपालगंज सीवान व सारण में कार्यक्रम है।आप तमाम तालिमि मरकज़ और उत्थान केन्द्र के साथियों से कहना है कि जिला इकाई के माध्यम से अपने माँगों के समर्थन में माननीय मुख्यमंत्री बिहार को पूरी तैयारी के साथ समर्पित करें और समर्पित माँग पत्र की कॉपी प्रकाशनार्थ प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को ज़रूर दें।

आपका

मोहम्मद कमरे आलम
परिहार सीतामढ़ी बिहार

गुरुवार, जनवरी 26, 2017

ब्रह्मानंद दास अध्यक्ष बिहार महादलित टोला सेवक संघ की अपील

जैसा की आप सभी ग्रुप साथियों को पता है कि प्रदेश संगठन पटना गाँधी मैदान में दो चरणों में बैठक रखी है।पहला दिन 27.012017 जिस में प्रदेश कैबिनेट और निगरानी कमिटी, तालिमी मरकज़ तीन मुख्य साथी बैठक करने वाले हैं।दूसरी बैठक 28.01.2017 को होगी जिसमें सभी जिला अध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष प्रदेश संगठन, निगरानी कमिटी और तालिमी मरकज़ के साथी जिला अध्यक्ष भाग लेंगें यह बहुत ही महत्तवपूर्ण बैठक है ग्रुप साथी से अनुरोध है कि अपने जिला अध्यक्ष सचिव कोषाध्यक्ष को अपने माध्यम से ज़रूर सूचित कर देने की कृपा करें हों ना हों उनका व्हाट्स एप्प मोबाइल फोन बन्द हो या कोई और वजह हो इसलिए अपने स्तर से सूचना देकर इस बैठक को पूर्णतः सफल बनाने में अहम् भूमिका अदा करें।

बुधवार, जनवरी 25, 2017

चकिया के शिक्षा स्वंय सेवी को नही मिला अप्रैल 2012से दिसंबर2013 तक का मानदेय

बिहार शिक्षा परियोजना और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता पूर्वी चंपारण के उदासीनता के कारण उत्क्रमित मध्य विद्यालय चकबरा प्रखण्ड चकिया के तालिमि मरकज़ शिक्षा स्वंय सेवी मोहम्मद नाजीर हुसैन को अप्रैल 2012 से लेकर दिसम्बर 2013 तक का मानदेय भुगतान नहीं हो पाया है।

संजय चौधरी के मुताबिक भोजपुर जिला में 2012 - 2013 में चार महीने का मानदेय अभी तक नहीं दिया गया है।
      मालूम हो कि 10 दिसम्बर 2012 से सरकार के आदेशानुसार तालिमी मरकज़ का संचालन जनशिक्षा निदेशालय के अधीन किया जा रहा है। 09 दिसम्बर 2012 तक मानदेय का भुगतान बिहार शिक्षा परियोजना को करना  था आश्चर्य है कि बिहार शिक्षा परियोजनाओं द्वार बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् पटना को को प्रतिवेदित कर दिया कि परियोजना स्तर से सभी तालिमि मरकज़ का मानदेय भुगतान 09 दिसम्बर 2012 तक कर दिया गया है मगर किया नही गया है। निदेशक स्तर से भी तमाम जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को भी निदेश प्राप्त है कि अगर किसी का भी मानदेय इस अवधि का लंबित है तो जाँच कर भुगतान किया जा सकता है।

सामान नागरिक संहिता पर कोई फैसला से पहले चर्चा हो - नीतीश कुमार

बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि केँद्र सरकार समान नागरिक संहिता के लिए पहले सभी संप्रदायों से बात करे, सही से राय ले।इसका क्या प्रारूप होगा, क्या प्रस्ताव है, वह बताये।इसके बाद संसद व विभिन्न छेत्रों में बहस हो।तब जाकर जो निष्कर्ष निकलता है, वैसा किया जाए।

सोमवार, जनवरी 23, 2017

27 और 28 जनवरी को पटना के गाँधी मैदान में होगी प्रदेश टोला सेवक संघ की बैठक

बिहार राज्य महादलित टोला सेवक संघ बिहार,पटना और निगरानी कमिटी ने 27 और 28 जनवरी को राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन किया है।जिस में सभी कार्य कारिणी सदस्यों एवं सभी जिला अध्यक्षों, सचिवों, कोषाध्यक्षों को बुलाया गया है ।
बिहार राज्य महादलित टोला सेवक संघ बिहार पटना की बैठक दो चरणों में गाँधी मैदान पटना में आयोजित की गई है। 27 जनवरी को होने वाली बैठक में तालिमी मरकज़ के प्रदेश अध्यक्ष सचिव और कोषाध्यक्ष को भी आमंत्रित किया गया है।

प्रथम चरण     स्थान समय       भाग लेने वाले
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1. 27/01/17  गाँधी मैदान 11.00बजे पूर्वाह्न सभी कार्य कारिणी सदस्य एवं गणमान्य व्यक्ति
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2. 28/01/17 गाँधी मैदान 11.00 बजे पूर्वाह्न सभी जिला अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष
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27 जनवरी 2017 को होने वाली बैठक में सिर्फ राज्य स्तरीय कार्यकारिणी सदस्य एवं बुद्धि जीवी निगरानी कमिटी के साथी भाग लेंगे इस लिए जिला के साथी इस में भाग नही लेंगे ।
      बैठक में टोला सेवक एवं तालिमि मरकज़ के समस्यायों पर ठोस निर्णय लेकर आन्दोलन की बेहतर रणनीति तैयार किए जाने की बात प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मानंद दास ने की है। 

27 और 28 जनवरी को पटना के गाँधी मैदान में होगी प्रदेश टोला सेवक संघ की बैठक

बिहार राज्य महादलित टोला सेवक संघ बिहार,पटना और निगरानी कमिटी ने 27 और 28 जनवरी को राज्य स्तरीय बैठक का आयोजन किया है।जिस में सभी कार्य कारिणी सदस्यों एवं सभी जिला अध्यक्षों, सचिवों, कोषाध्यक्षों को बुलाया गया है ।
बिहार राज्य महादलित टोला सेवक संघ बिहार पटना की बैठक दो चरणों में गाँधी मैदान पटना में आयोजित की गई है। 27 जनवरी को होने वाली बैठक में तालिमी मरकज़ के प्रदेश अध्यक्ष सचिव और कोषाध्यक्ष को भी आमंत्रित किया गया है।

प्रथम चरण     स्थान समय       भाग लेने वाले
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1. 27/01/17  गाँधी मैदान 11.00बजे पूर्वाह्न सभी कार्य कारिणी सदस्य एवं गणमान्य व्यक्ति
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2. 28/01/17 गाँधी मैदान 11.00 बजे पूर्वाह्न सभी जिला अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष
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27 जनवरी 2017 को होने वाली बैठक में सिर्फ राज्य स्तरीय कार्यकारिणी सदस्य एवं बुद्धि जीवी निगरानी कमिटी के साथी भाग लेंगे इस लिए जिला के साथी इस में भाग नही लेंगे ।
      बैठक में टोला सेवक एवं तालिमि मरकज़ के समस्यायों पर ठोस निर्णय लेकर आन्दोलन की बेहतर रणनीति तैयार किए जाने की बात प्रदेश अध्यक्ष ब्रह्मानंद दास ने की है। 

पूर्वी चम्पारण के 215 तालिमी मरकज और टोला सेवक को 15 महीनों से मानदेय भुगतान नही, भूख मरी के शिकार

पूर्वी चम्पारण जिला के 215 तालिमी मरकज और टोला सेवकों को कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता की उदासीनता के 15 महीनों से मानदेय का भुगतान नहीं हो सका है।मालूम हो कि 215 तालिमी मरकज और टोला सेवको में से 182 को ही सितम्बर 2015 तक मानदेय भुगतान किया है शेष कार्यरत तालिमी मरकज और टोला सेवको को तो मानदेय भुगतान किया ही नहीं गया है।लम्बित मानदेय भुगतान को लेकर 215 तालिमी मरकज और टोला सेवक संघ पूर्वी चम्पारण ने जिप कार्यालय के प्रांगण में बैठक की और मानदेय भुगतान से सम्बंधित आवेदन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता पूर्वी चम्पारण को सौंपा ।

तीन बार दक्षता परीक्षा फेल नियोजित शिक्षकों को राहत

तीन बार दक्षता परीक्षा फेल नियोजित शिक्षकों के लिए सुप्रीम कोर्ट से फिलहाल बड़ी राहत मिल गई है।सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार के द्वारा तीन बार दक्षता परीक्षा फेल नियोजित शिक्षकों को सेवा मुक्त करने के फैसले पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दिया गया है सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है जब तक सुनवाई पूरी नही हो जाती किसी नियोजित शिक्षकों को हटाया नही जाय।

शनिवार, जनवरी 21, 2017

प्रखण्ड विकास पदाधिकारी व प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी परिहार के कुशल नेतृत्व में शराब बन्दी मानव श्रृंखला सफल /परिहार प्रखणड के 74 कि•मी•में बना मानव श्रृंखला

प्रखण्ड विकास पदाधिकारी परिहार निरंजन कुमार और प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी परिहार रामसेवक राम के कुशल नेतृत्व में परिहार प्रखण्ड में शराब बन्दी मानव श्रृंखला पूरी तरह कामयाब रहा।मानव श्रृंखला की कामयाबी के लिए दोनों पदाधिकारियों ने रात दिन एक कर रखा था बेहतर समन्वय के कारण यह अभियान सफल रहा। मानव श्रृंखला की सफलता का श्रेय प्रखण्ड विकास पदाधिकारी और प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी परिहार को जाता है।प्रखण्ड स्थित सभी विद्यालयों के शिक्षकों, छात्र छात्रओं, टोला सेवक, तालिमी मरकज़, विकास मित्र, आशा, जीविका, आँगन बाड़ी सेविका सहायिका, रसोईया, प्रेरक और प्रखण्ड लोक शिक्षा समिति साक्षरता के कर्मियों ने अपने अपने जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी निभाया।

परिहार प्रखणड के 74 कि•मी•में मानव श्रृंखला का निर्माण कर सीतामढी में रिकार्ड स्थापित किया है परिहार के इस मानव श्रृंखला में सरकारी आंकड़ा के मुताबिक 162800 एक लाख बासठ हजार आठ सौ लोगों ने भाग लेकर मानव श्रृंखला के सहभागी बने।

प्राथमिक विद्यालय एकडंडी उर्दू कन्या के छात्र, शिक्षक एवं अभिभावकों ने लिया इंसानी जंजीर में बढ़ चढ़ कर हिस्सा

माननीय मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार के आह्वान पर 21 जनवरी 2017 को प्राथमिक विद्यालय एकडंडी उर्दू के छात्र शिक्षकों एवं अभिभावकों ने इंसानी जंजीर में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।इंसानी जंजीर में तालिमि मरकज़ के मोहम्मद कमरे आलम ने भी अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन बखूबी निभाते हुए नज़र आए, इंसानी जंजीर की सफलता के लिए प्रखण्ड कार्यक्रम समन्वयक अर्चना कुमारी व प्रखण्ड लेखा समन्वयक दुःखा बैठा ने कड़ी मेहनत की और जोनल कोऑर्डिनेटर के रूप में सुबह 10:00 बजे से ही सरगर्म दिखाई देती हुई नज़र आईं।

शुक्रवार, जनवरी 20, 2017

कोर्ट ने दिया सशर्त मानव श्रृंखला निर्माण की हरी झणडी

पटना उच्च न्यायालय ने आज बिहार सरकार की ओर से 21 जनवरी को शराबबंदी और नशामुक्ति के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रस्तावित मानव श्रृंखला में स्कूली बच्चों को जबर्दस्ती शामिल होने के लिए बाध्य नहीं करने और यातायात बाधित नहीं होने से संबंधित शपथ दिये जाने के बाद कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए इजाजत दे दी।


उच्च न्यायालय के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश हेमंत गुप्ता और सुधीर कुमार सिंह की खंडपीठ ने राज्य सरकार को मानव श्रृंखला के दौरान बंद होने वाले मार्गों पर यातायात की वैकल्पिक व्यवस्था करने का आदेश सरकार को दिया है। खंडपीठ ने सरकार को कार्यक्रम के दौरान प्रभावित होने वाले मार्गों और वैकल्पिक मार्गों के संबंध में लोगों को जानकारी देने के लिए प्रचार-प्रसार करने का भी निर्देश दिया। अदालत ने प्रस्तावित कार्यक्रम के दौरान किसी भी परिस्थिति में यातायात बाधित नहीं होने देने का निर्देश देते हुए कहा कि इससे आम लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है ।

इससे पूर्व अदालत ने गुरूवार को राज्य के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक पी. के. ठाकुर को व्यक्तिगत रूप से खंडपीठ के समक्ष उपस्थित होकर मानव श्रृंखला में स्कूल बच्चों को शामिल करने के सरकार के आदेश के बारे में स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था। साथ ही अदालत ने 21 जनवरी को बिहार में राष्ट्रीय राजमार्गों पर पांच घंटे तक यातायात ठप करने के प्रधान सचिव के आदेश पर भी कड़ी आपत्ति जताई और कहा था कि मानव श्रृंखला निर्माण के दौरान यातायात बाधित होने से आमलोगों खासकर बीमार लोगों को काफी दिक्क्तें होंगी।

महिला सशक्तिकरण और आरक्षण का दुरूपयोग

मोहम्मद सऊद आलम
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बिहार मे महिलाओं को पंचायत चुनाव मे 50% आरक्षण महिला सशक्तिकरण के नाम पर दिया गया ।
आज देखने वाली बात यह है कि कितनी %महिलाएं पंचायत के कामों मे अपना समय देती हैं ।महिलाएं जीतने के बाद मर्दों के जरिए घर के चहार दिवार मे क़ैद कर दी जाती हैं।और खाना बनाने का काम करती हैं और उनके अधिकार का निर्वहन उन के पति/पुत्र या अन्य के जरिए किया जाता है। जनता / पदाधिकारी के द्वारा पति /पुत्र या अन्य को ही मुखिया की उपाधि दे दी जाती है।
प्रखंड/ पंचायत स्तरीय बैठक मे महिला मुखिया के 99%पति मिनिट बुक पर पत्नी का दस्तखत करते हैं जो निर्वाचित महिला प्रतिनिधि के अधिकार का हनन है। पंचायत के आम सभा मे पति  अध्यक्षता करते हैं और वक्ता उन्हे ही मुखिया जी से सम्बोधित करते हैं ।क्या यही आरक्षण और महिला सशक्तिकरण है ?
मै बिहार के माननीय मुख्यमंत्री महोदय ,सीतामढी के ईमान्दार जिला पदाधिकारी महोदय और परिहार प्रखंड के ईमान्दार प्रखंड विकास पदाधिकारी महोदय से माँग करता हूँ कि अधिकार का हनन न  होने दिया जाये ।और निर्वाचित महिला प्रतिनिधि के अनुपस्थिति में सभा का नेतृतव करने वाले पति/पुत्र पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
  मुझे पूर्ण आशा है ,मेरे इस छोटे से निवेदन पर  सहानुभूति पूर्वक विचार किया जायेगा ताकि आरक्षण का सही उपयोग हो सके ।

21 जनवरी को इंसानी ज़ंजीर प्रोग्राम को कामयाब बनाएं - एक्शन फ़ॉर जीरो टॉलरेंस

एक्शन फ़ॉर जीरो टॉलरेंस के संयोजक मोहम्मद सऊद आलम और प्रेसिडेंट राकेश कुमार सिंह ने शराब बन्दी और मुकम्मल नशा बन्दी की हिमायत में 21 जनवरी को बनने वाली इंसानी ज़ंजीर को कामयाब बनाने की अपील तमाम मेम्बरों से की है,और कहा कि बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें ताकि इंसानी जंजीर बना कर बिहार विश्व कीर्तिमान स्थापित करने में सफल हो। इंसानी ज़ंजीर की कामयाबी के लिए मोहम्मद यूसुफ़, खुश रेज़ा, ज़ियाउल इस्लाम, मोहम्मद कमरे आलम ने भी अवाम से अपील किया।

शिक्षा विभाग डाल-डाल तो शिक्षक पात-पात

Report by Md Dulare
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परिहार(सीतामढ़ी):-प्रखंड परिहार मे वर्ष 2016 शिक्षा विभाग के गबन घोटाला से ही पुरा साल व्यस्त रहा। इससे पुर्व एक दशक तक यह प्रखंड इंदिरा आवास के गबन घोटाला से प्रसिद्ध रहा ।अब तक जितने घोटाला प्रखंड मे हुये सब को शिक्षा विभाग का घोटाला बौना साबित कर दिया।अब तक करोड़ो का घोटाला सामने आ चुका है और बाकी भी है। परिहार प्रखंड के कुछ शिक्षक सातिर तो कुछ दबंग साबित हो रहे है अब तक के जाँच से खुलासा हुआ है कि छात्रवृत्ति, पोशाक एमडीएम मे लाँखो कि निकासी तो कि गई लेकिन वितरण शुन्य है।जिसमे प्राथमिक विधालय इन्दरवा ऊदु उत्तरी टोल निकासी 32.42लाँख ,उसी तरह प्राथमिक विधालय पासवान टोल रजवाड़ा मे 7.36लाँख तो मध्य विधालय बथुआरा मे 4.45लाँख का निकासी हुआ वितरण शून्य हुआ।दो विधालय मे विधालय प्रधान ने दबंगई दिखाते हुए जाँच पदाधिकारी को तो कोई अभिलेख तक नही दिखाया जिसमे मध्य विधालय मलाही,व मध्य विधालय लहुरीया सामील है। प्रखंड का एक विधालय ऐसा भी है जिसमे नामांकन बच्चो से ज्यादा को राशि का वितरण कर दिया जिसका कभी विधालय मे नामांकन ही नही हुआ था वो विधालय प्राथमिक विधालय जगदर है वही प्राथमिक विधालय रैनपुर टोल रामनैका के प्रधान खाता से राशि निकाल खुब मजे लुटा जब जाँच शुरु हुई तो राशि खाता मे जमा कर दिया ।अब बीईओ साहब इसमे पिछे कैसे रहे प्रखंड के एससी,एसटी, बीसी,व ईबीसी कोटि के बच्चो के लिए फर्जी माँग पत्र तैयार कर कल्याण विभाग को भेज राशि मगा बंदरबाट शुरु कर दिया ।और 14 स्कूल के प्रधान मोटी रकम निकासी कर बच्चो को लालीपाँप दिखा कुछ राशि का वितरण कर सभी राशि को गबन कर मालामाल बन गये ।

जो क़ौम अपनी तारीख़ भुला देती है उसका जुग्राफिया बाकी नही रहता

मुस्लिम नौजवानों को अपने अस्लाफ के कारनामों से सबक़ हासिल कर मुस्तक़बिल को रौशन बनाने की कोशिश करनी चाहिए।साथ ही साथ तरक़्क़ी के नये दौर में बे राह रवी का शिकार होने से बचनी चाहिए।जो क़ौम अपनी तारीख़ भुला देती है उस क़ौम का जुग्राफिया भी बाक़ी नही रहता।नई नस्ल को अपनी तारीख़ का ईल्म रखनी चाहिए और अपने आबा व अजदाद से रिश्ता बनाए हुए रखनी चाहिए।अपने आबा व अजदाद से बे रूखी हमें अपने तारीख़ और हक़ीक़त से दूर कर देती है।आज ज़रूरत इस बात की है कि हम अपने ताबनाक और रौशन तारीख़ का मुताला गहराई से करें अगर हम अपनी शानदार तारीख़ से अंजान रहेंगें तो हमारा मुस्तक़बिल तारिक़ हो कर रह जाएगा।

गुरुवार, जनवरी 19, 2017

शराब बन्दी मानव श्रृंखला को ले बीडीओ परिहार ने की साक्षरता कर्मिओ संग बैठक

शराब बन्दी, 21जनवरी 2017 के मानव श्रृंखला के सफलता को ले प्रखणड विकास पदाधिकारी परिहार निरंजन कुमार की अध्यक्षता में प्रखणड लोक शिक्षा समिति कार्यालय के प्रांगण में साक्षरता कर्मी की बैठक का आयोजन किया गया ।प्रखणड विकास पदाधिकारी ने साक्षरता कर्मी को मानव श्रृंखला से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी और प्रखणड में बनने वाले  रूट चार्ट की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई ।बैठक में  प्रखणड पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखणड कार्यक्रम समन्वयक अर्चना कुमारी, केआरपी साक्षरता, प्रखणड के सभी तालिमी मरकज शिक्षा स्वयं सेवी, टोला सेवक और प्रेरक उपस्थित थे।

परिहार हाई स्कूल के छात्र छात्राओं ने किया मानव श्रृंखला का माॅक ड्रील , और निकाला साईकिल रैली

Report By Md Dulare
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परिहार(सीतामढ़ी):-नशा मुक्ति को सफल बनाने के उद्देश्य से सुबे मे मानव शृंखला बनाने का कार्यक्रम 21जनवरी को रखा गया है जो सफलता की ओर अब मात्र एक कदम दूर है ।इसमे इस सफलता को लेकर परिहार मे इन दिनो सरकारी से लेकर अर्द्ध सरकारी कर्मी भी कमर कस चुके हैं जिसको लेकर प्रखंड मे बैठक पर बैठक कर कार्य योजना को सफल बनाने की मुहिम तेज हो गई है उसी मुहिम मे आज परिहार हाई स्कूल के मैदान मे  छात्र/छात्राओं ने मानव शृंखला का एक अभूत पूर्व दृश्य देखते ही बन रहा था लगभग आधे घंटे तक मैदान के शोभा के साथ सफलता को पूर्ण करने कि ओर इशारा कर रहा था उसके बाद यह कार्यक्रम हाई स्कूल प्रधानाध्यापक अता करीम  कि देख रेख मे व सहायक शिक्षक गौतम कुमार के सहयोग से साईकिल रैली हाई स्कूल मैदान से मुख्य चौराहा होते हुए जब्दी चौक तक गया और पुनः वापस स्कूल आया ।इस कार्यक्रम मे लगभग पाँच हजार से ज्यादा स्कूल के बच्चे शामिल हुए।मौके पर जदयू के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रखंड अध्यक्ष मो युसूफ, बीडीओ निरंजन कुमार, पंचायती राज पदाधिकारी प्रेम प्रकाश शिक्षक मारुफ आलम,मो इस्तेयाक, सहित दर्जनों शिक्षक मौजूद थे।

मुख्य मंत्री बिहार का पैग़ाम बिहार वासियों के नाम

शराब बन्दी क़ानून को,घर- घर तक पहुँचाना है।
गाँव-गाँव, टोले-टोले, घर-घर अलख जगाना  है।

प्रिय बिहार वासियों,

                        सर्वप्रथम शराब बन्दी के अभियान में व्यापक जन समर्थन देने के लिए आप सभो का धन्यवाद।इस के व्यापक सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं।ग़रीब-गुरबे,मेहनत कश लोगों की गाढ़ी कमाई का सदुपयोग हो रहा है।कलह कम हुए हैं, सड़क दुर्घटनाओ में कमी आई है और अपराध भी घटे हैं।आहिस्ते -आहिस्ते,बिना किसी शोर शराबे के घर परिवार और समाज के आर्थिक और सामजिक जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं।पारिवारिक प्रेम बढ़ा है एवं सामजिक सौहार्द का वातावरण बना है।

                परन्तु अब भी कुछ घोर स्वार्थी और असामाजिक तत्वों इस शगराबबन्दी की मुहिम को कमज़ोर करने की कोशिश से बाज़ नही आ रहे हैं।कहावत है, सावधानी हटी दुर्घटना घटी।हम सबों को उन असामाजिक तत्वों से सतर्क रहना है एवं उनके कुप्रयासों को विफल करना सुनिश्चित कराना होगा।इसके लिए जन चेतना को सतत क़ायम रखना है।

        मध निषेध अभियान का दूसरा चरण 21 जनवरी 2017 से शुरू हो रहा है।हम 21 जनवरी 2017 को राज्य व्यापी श्रृंखला बनाने जा रहे हैं।आप सबों के व्यापक सहयोग से इसमें दो करोड़ से अधिक लोगों के भाग लेने की संभावना है।बिहार एक नया कीर्तिमान रचेगा।आप सभी इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें, यही हमारी प्रार्थना है।

     आप से अपील है, शराब बन्दी के बिहार के संकल्प में पूरी ताक़त और उत्साह से योगदान करें।हँसते-मुस्कुराते-खुशहाल बिहार के निर्माण में साझीदार बनें।

मध् निषेध का नारा है, खुशहाल बिहार हमारा है।

                                आपका
                         (नीतीश कुमार)
               मुख्य मंत्री बिहार